दक्षिण कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। आतंकवादियों ने एक व्यस्त टूरिस्ट ज़ोन को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मारे गए लोगों में अधिकतर पर्यटक थे, जो कश्मीर की वादियों का लुत्फ उठाने आए थे।
एसबीआई कर्मचारी की दर्दनाक मौत
इस हमले में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में कार्यरत 43 वर्षीय शैलेशभाई कलाठिया की भी मौत हो गई। वे मुंबई में तैनात थे और अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने पहलगाम पहुंचे थे। दुर्भाग्यवश, उनका जन्मदिन 23 अप्रैल को था, जो अब उनके परिजनों के लिए शोक का कारण बन गया।
शैलेशभाई, सूरत के चिकुवाड़ी इलाके के निवासी थे। उनके साथ उनकी पत्नी, बेटी, बेटा और एक चचेरा भाई भी यात्रा पर थे। राहत आयुक्त आलोक पांडे के अनुसार, शैलेशभाई की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई, लेकिन उनके परिवार के अन्य सदस्य सुरक्षित हैं और उन्हें हरसंभव सहायता दी जा रही है।
प्रधानमंत्री की आपात बैठक
हमले की गंभीरता को देखते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली एयरपोर्ट पर ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ आपात बैठक की। पीएम मोदी ने सऊदी अरब से अपनी यात्रा संक्षिप्त करते हुए भारत लौटने का निर्णय लिया और तुरंत स्थिति का जायजा लिया।
गुजरात के पर्यटक भी घायल
हमले में गुजरात के भावनगर से आए तीन पर्यटक भी घायल हुए हैं। विनोद भट्ट, जो लगभग 20 सदस्यीय दल के साथ कश्मीर आए थे, उनके हाथ में गोली लगी है। जिला कलेक्टर मनीष कुमार बंसल ने बताया कि विनोद खतरे से बाहर हैं और उन्हें जीएमसी अनंतनाग अस्पताल में इलाज दिया जा रहा है। बाकी दो घायलों की हालत भी स्थिर है।
देश में आक्रोश और शोक
इस क्रूर हमले ने एक बार फिर कश्मीर घाटी में आतंकी गतिविधियों के पुनरुत्थान की चेतावनी दी है। निर्दोष पर्यटकों पर हमला न केवल अमानवीय है, बल्कि कश्मीर की शांति, विकास और पर्यटन उद्योग को भी गहरा आघात पहुंचाता है।
सरकारी एजेंसियां घटना की गहन जांच कर रही हैं और आतंकियों की पहचान तथा गिरफ्तारी के प्रयास तेज़ कर दिए गए हैं।
निष्कर्ष:
पहलगाम आतंकी हमला न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी एक गंभीर प्रश्नचिन्ह है। इस दुखद घटना ने फिर से यह रेखांकित किया है कि आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए हमें निरंतर और सख्त कदम उठाने होंगे।