देश में कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं, अगले पांच वर्षों में कैंसर के मामलों में पांच प्रतिशत की वृद्धि देखी जा सकती है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) और नेशनल सेंटर फॉर डिसीज़ इंफॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च द्वारा जारी रिपोर्ट में यह कहा गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल भारत में कैंसर के मामले 13.9 लाख होने का अनुमान है, जो पहुंच सकता है। 2025 तक 15.7 लाख। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वर्ष 2020 में तंबाकू के कारण कैंसर होता है। कुल मामलों का 27.1 प्रतिशत हो सकता है। इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों के लोगों में अधिक मामले देखे जा सकते हैं।
ने कहा कि यह अनुमान राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम रिपोर्ट, 2020 में दिया गया है। 28 जनसंख्या-आधारित कैंसर रजिस्ट्रियों से। इसने कहा कि इसके अलावा 58 अस्पताल-आधारित कैंसर रजिस्ट्रियों ने भी आंकड़े दिए हैं।
बयान में कहा गया है कि महिलाओं में स्तन कैंसर के मामले दो लाख (यानी 14.8 प्रतिशत), गर्भाशय के कैंसर 0.75 लाख (अर्थात 5.4 प्रतिशत, महिलाएं और) हैं। पुरुषों में आंत्र कैंसर के 2.7 लाख मामले (यानी 19.7 प्रतिशत) थे। अनुमान लगाया गया है इसके अलावा, पुरुष में फेफड़े, मुंह, पेट जैसे कैंसर होने की संभावना है।
रिपोर्ट के अनुसार, एक अनुमान के अनुसार, वर्ष में कैंसर के नए मामलों की संख्या 6,79,421 हो सकती है। वर्ष में जबकि वर्ष में महिलाओं में मामलों नए मामले और वर्ष में नए मामले सामने आए हैं।] डॉ। एम्स के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी के पूर्व अध्यक्ष पीके जुल्का का कहना है कि पिछले कई वर्षों से कैंसर के इलाज में सुधार देखा गया है। उन्होंने कहा कि कैंसर से लड़ने के लिए अब बाजार में थेरेपी उपलब्ध हैं, जिसके कारण उपचार में सुधार हुआ है। हालाँकि कैंसर रोगियों की संख्या बढ़ रही है, कई मरीज़ कैंसर के पह in ले चरण में इलाज कराने आते हैं, जिसके कारण देखभाल में भी सुधार हो रहा है।