आज निफ्टी की शुरुआत धीमी रही। निफ़्टी पर एचडीएफसी बैंक, मारुति सुजुकी टेक महिंद्रा और टाटा कंज्यूमर के शेयर में भी देखी गई धीमी रफ्तार। वही श्रीराम फाइनेंस एनटीपीसी, अदानी मोटर्स एम एंड एम, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर्स में तेजी देखी गई। मिड कैप व स्मॉल कैप इंडेक्स में भी एक-एक प्रतिशत की तेजी देखी गई। अभी तक मेटल और ऑटो के शेयर काफी काफी नीचे गिर गए थे। पर आज ऑटो, मेटल, ऑयल ऐंड गैस, मीडिया के शेयरों में तेजी देखी गई। मीडिया, पावर रियलिटी, पीएसयू बैंक के शेयरों में भी एक से दो प्रतिशत की तेजी देखी गई। लेकिन आज बैंक इंडेक्स में 0.5% की मंदी रही।
आज का दिन कैसा रहा विशेषज्ञों की नजर से
पिछले काफी समय से शेयर बाजार धीमी गति से चल रहा था। आज भी शेयर बाजार की गति तो धीमी रही लेकिन फिर भी रुपए में मजबूती देखी गई। आज विदेशी बैंकों के द्वारा डॉलर की बिकवाली हुई जिसके कारण रुपए में तेजी देखी गई। बाजार धीरे-धीरे रुपए के लिए जगह बनाता तो दिख रहा है। डाॅलर के प्रमुख और क्षेत्रीय मुद्राओं दोनों में कमजोर होने के कारण ऐसा हो रहा है
व्हिस्की के शेयरों के दाम 4 साल में बढे 8%
भारत के सबसे पुराने और बड़े व्हिस्की ब्रांड रेडीको खेतान की प्रीमियम लिकर रॉयल रणथंबोर व्हिस्की की कैंटीन स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट में एंट्री हो गई है क्योंकि अब इस ब्रांड की बढत पूरे देश में हो गई है। इसके शेयर 4 साल में 8% से भी ज्यादा बढ़ गए हैं।
एक तरफ मार्केट उठ रहा है धीमी तरह रफ्तार से दूसरी तरफ निवेदक सोच रहे हैं बेचें या खरीदे
शेयर मार्केट उतार पर लगातार बना हुआ है ऐसे में बीच-बीच में कुछ शेयर धीमी रफ्तार से ऊंचाई पकड़ रहे हैं। निवेशकों के लिए यह चिंता का विषय है उन्हें समझ ही नहीं आ रहा कि उन्हें शेयर खरीदने हैं या फिर उन्हें अपने शेयर बेच देने चाहिए।
अच्छी खबरों का नहीं हो रहा है अच्छा असर
भारत में इस समय सब कुछ अच्छा चल रहा है लेकिन फिर भी शेयर मार्केट मंदी के संकट से गुजर रहा है। तीसरी तिमाही के नतीजे भी आशाजनक नहीं रहे हैं। कैपिटल गुड्स, हेल्थकेयर और आईटी शेयर्स में मजबूती देखी गई है। आरबीआई ने 5 साल बाद इंटरेस्ट रेट बढाया है। सरकार ने इनकम टैक्स में राहत दी है फिर भी यह सारी सकारात्मक खबरें व्यापार जगत को सकारात्मक परिणाम नहीं दिला पा रही है।
रुपए को समर्थन प्राप्त है स्पॉट यूएसडी आईएनआर का
इस समय कृपया 86-30 और 86-20 के बीच में चल रहा है। रुपए को मजबूती के लिए 87-40 का मजबूत प्रतिरोध स्तर पार करना होगा। वहीं कुछ विशेषज्ञ का कहना है कि भारत के बदलते खुदरा निवेश पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इस समय बाजार में मंदी चल रही है लेकिन भविष्य के निवेशकों ने निवेश को नये बाजार में जोड़ना शुरू कर दिया है जिसके कारण भारत में खुदरा निवेश मजबूत हो रहा है। निवेश की मजबूती एक सकारात्मक और निरंतर भागीदारी के प्रति आशान्वित दृष्टिकोण दिखा रही है। वहीं कुछ निवेशकों का कहना है की खुदरा निवेशकों में वृद्धि डिजिटल बुनियादी ढांचे और युवा निवेशकों के कारण संभव हो पाई है। विशेषज्ञों का कहना है कि युवा निवेशक ऑनलाइन ट्रेडिंग कर शेयर मार्केट में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं जिसके कारण मार्केट में आज थोड़ी तेज देखी गई है। निवेशक कम उम्र के हैं। पहले एक औसत निवेशक की उम्र 38 वर्ष होती थी अब 32 वर्ष का युवा भी शेयर बाजार में पैसे लगाने के जोखिम से खुद को बचा नहीं पा रहा है। युवा निवेशक जोखिम उठाने की अपनी युवा ऊर्जा के कारण निवेश करने से कतरा नहीं रहे हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग के कारण निवेश करना अब पहले से आसन और कम समय वाला हो गया है।