इसराइल के प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक मीटिंग की जिसमें डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा पट्टी से फिलिस्तीनियों को हटाने की सलाह दी। इस पर मुस्लिम देशों ने दी तीखी प्रतिक्रिया
क्या कहा डोनाल्ड ट्रंप ने
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा की गाजा के भविष्य में फिलीस्तीनी नहीं हैं। उन्हें किसी अच्छी जगह पर चले जाना चाहिए।
डोनॉल्ड ट्रंप ने कहा की गाजा पट्टी पर रहना फिलिस्तीनों के लिए नर्क में रहने के समान है। फिलिस्तीनी गाजा पट्टी में रोज युद्ध और गोली का सामना कर रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा की उन्हें मिस्र, जॉर्डन और दूसरे अरब देशों में चला जाना चाहिए उनके लिए वह सुरक्षित जगह होगी। गाजा में फिलिस्तीनी नरक की तरह रह रहे हैं।
क्या कहना है इसरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का इस सलाह के विषय में
इसराइल के प्रधानमंत्री बैंजामिन नेतन्याहू ने कहा की डोनाल्ड ट्रंप का यह विचार इतिहास बदल सकता है। हमें इस प्रक्रिया में आगे कदम बढ़ाना चाहिए।
मुस्लिम देशों की क्या प्रतिक्रिया है डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान पर
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान का मुस्लिम देशों ने विरोध किया है। फिलिस्तीन प्रशासन ने भी डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान की निंदा की है। अमेरिका में फिलीस्तीन प्रतिनिधि रियाद मंसूर ने कहा कि जो लोग फिलिस्तीनियों को दूसरी जगह भेजना चाहते हैं वो उन्हें वापस इजरायल में भेज दे इजरायल में भी बहुत सारी सुंदर जगह हैं जहां गाजा के लोग वापस जाकर खुश रहेंगे। रियाद मंसूर ने कहा की फिलिस्तीनियों को दूसरे देशों में भेजने की जगह वापस उनके घर भेज देना चाहिए जहां वो खुश रहेंगे। रियाद मंसूर ने कहा कि फिलीस्तीन खुद चाहते हैं कि वो गाजा पट्टी का पुनर्निर्माण करें और वैश्विक नेताओं को उनकी भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।
क्या कहना है फिलीस्तीन, मिश्र और दूसरे देशों का
फिलिस्तीन और मिश्र ने एक संयुक्त बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा कि फिलीस्तीनयों को बाहर निकाले बिना ही गाजा क्षेत्र का पुनर्निर्माण किया जा सकता है। फीलीस्तीन के प्रधानमंत्री मोहम्मद मुस्तफा और मिस्र के विदेश मंत्री ने एक मुलाकात की थी। उस मुलाकात के बाद ही दोनों देशों का यह संयुक्त बयान सामने आया है। मिश्र व फिलिस्तीन के नेताओं ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ मित्र व्रत व्यवहार बनाए रखना की कोशिश भी की है। उन्होंने कहा है कि हम चाहते हैं कि फिलीस्तीनी दोबारा वापस अपने घर इजरायल चले जाएं। इस प्रक्रिया में हमें अंतरराष्ट्रीय सहयोग चाहिए होगा। अंतरराष्ट्रीय सहयोग से ही फिलिस्तीनी लोगों को गाजा क्षेत्र से बाहर निकाले बगैर ही इस क्षेत्र का पुनर्निर्माण किया जाएगा।
हमास का क्या कहना है डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बारे में
हमास के सीनियर नेता शमी अबुजारी का कहना है कि ग़ाज़ा पर कब्जा करने वाला डोनाल्ड ट्रंप का विचार काफी घटिया है इस तरह का बयान एक बार फिर से आग भड़का सकता है। इस योजना से क्षेत्र में तनाव बढ़ जाएगा और क्षेत्र के लोग कभी भी यह स्वीकार नहीं करेंगे।
क्या कहना है सऊदी अरब का डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बारे मे
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने फिलिस्तीन के गाजा पट्टी पर डोनाल्ड ट्रंप के कब्जे के विषय में अपना बयान जारी किया इस विषय में उन्होंने कहा की हम फिलिस्तीनी लोगों के वैध अधिकारों का उल्लंघन और उन्हें दूसरी जगहों पर बसाने या फिलिस्तीन जमीन पर किसी दूसरे देश के कब्जे के हमेशा खिलाफ रहे हैं। सऊदी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान करते हैं कि वह फिलिस्तीनी लोगों को दी गई मानवीय पीड़ा को कम करने का प्रयास करें। वो अपनी भूमिका के लिए प्रतिबंद्ध हैं और गाजा को छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे