राष्ट्रीय नो स्मोकिंग डे इस साल 12 मार्च 2025 यानी कि आज मनाया जा रहा है। हर साल नो स्मोकिंग डे मार्च के दूसरे बुधवार को मनाया जाता है। 1984 से मनाया जा रहा है। यह दिन इसलिए मनाया जाता है ताकि लोग स्मोकिंग से होने वाले नुकसानों के विषय में जाने और धूमपान न करने के प्रति सतर्क हो। धूमपान समय से पहले होने वाली मृत्यु का एक मुख्य कारण है। धूम्रपान के कारण दिल की बीमारियां होती हैं, लंग कैंसर होता है। इस वर्ष का नो स्मोकिंग डे अंतरराष्ट्रीय ध्रूमपान निषेध दिवस इस तरह से मनाया जा रहा है कि वे लोग जो आपके दोस्त हैं या आपके परिवार के सदस्य हैं जो की निकोटिन एडिक्शन से जूझ रहे हैं उनको एक सपोर्ट सिस्टम दिया जाए और उस बीमारी से जूझने में उनकी मदद की जाए। अभी भी बहुत सारे लोग हैं जो कि सिगरेट या धूमपान करते हैं और वह पूरी कोशिश कर रहे हैं कि वह इस बुरी आदत को छोड़ दे नेशनल नो स्मोकिंग डे में कई ऐसे लोग जो अपनी बीड़ी तंबाकू सिगरेट की बुरी आदत को छोड़ चुके हैं वे ऐसे लोगों को मोटिवेट करेंगे जिन्हें कि अपनी ध्रूमपान की आदत को छोड़ना है। आइए जानते हैं क्या है इतिहास धूमपान निषेध दिवस का
राष्ट्रीय धूमपान निषेध दिवस की कब शुरुआत हुई
राष्ट्रीय धूमपान निषेध दिवस 1984 से मनाया जा रहा है और तब से यह मार्च के दूसरे बुधवार को मनाया जाता है राष्ट्रीय धूम्रपान निषेध दिवस धूमपान के आदि लोगों को स्मोकिंग छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है 10 में से एक व्यक्ति तो राष्ट्रीय झुंपा निषेध दिवस पर सिगरेट और शराब पीना छोड़ ही देता है।
इस साल के राष्ट्रीय ध्रूमपान निषेध दिवस 2025 की थीम क्या है
इस बार के राष्ट्रीय ध्रूमपान निषेध दिवस की थीम है पहले शराब के निकोटिन के या सिगरेट के आदि लोग जो अब निकोटिन छोड़ चुके हैं उनके द्वारा निकोटीन एडजेक्टिव लोगों को को मोटिवेट करना और उन्हें धूमपान छोड़ने के लिए प्रेरित करना।
राष्ट्रीय ध्रूमपान निषेध दिवस क्यों मनाया जाता है
राष्ट्रीय धूम्रपान निषेध दिवस लोगों का ध्यान तंबाकू के दुष्प्रभाव और इसके कारण होने वाली बीमारियों के प्रति वैश्विक स्तर पर जागरूक करना है। राष्ट्रीय ध्रूमपान निषेध दिवस मनाने का लक्ष्य है कि लोगों को इसके दुष्प्रभावों के बारे में अवेयर करना और लोगों को तंबाकू इंटेक करने से रोकना। धूमपान के विषय में लोग अवगत हैं लेकिन फिर भी इस बुराई को वह अपनी आदत बना लेते हैं। लोग अब इस खतरे से अवगत हो रहे हैं लेकिन फिर भी हजारों लोग रोज स्मोकिंग करते ही है। जिसके कारण उनको खांसी, गले में दर्द की समस्या रहती है जो कि बाद में अस्थमा, लंग कैंसर, दिल की समस्या, निमोनिया और हार्ट स्ट्रोक के खतरे में बदल जाती है। लोगों को अवेयर करना बहुत आवश्यक है कि वह एक छोटे से शौक के लिए अपने शरीर को कितना कष्ट दे रहे हैं। इसलिए राष्ट्रीय ध्रूमपान निशेध दिवस मनाया जाता है। जिससे कि लोग धूमपान के दुष्परिणामों के विषय में अवगत हो सके और कोशिश करें कि वह इस बुराई को छोड़ पाएं।
राष्ट्रीय धूमपान निषेध दिवस के कुछ चुनिंदा कोटेशन
यहां पर कुछ कोटेशन दिए जा रहे हैं जो कि हम अपने अपनों को सुना कर उनसे इस बुरी आदत को छोड़ने की अपील कर सकते हैं।
*हर बार जब आप धूमपान छोड़ने की कोशिश करते हैं तो आप धूमपान मुक्त माहौल में रहने के और पास आ रहे होते हैं।
*आप जब भी धूमपान छोड़ें यह अच्छा है धूमपान छोड़ने के लिए कभी भी बहुत देर नहीं हुई होती।
*सिगरेट पीना आत्महत्या करने का एक शानदार तरीका है।
*सिगरेट ही वह इकलौता उत्पाद है जिसे कंज्यूम करने पर उत्पादक ही नहीं बल्कि उपभोक्ता भी ख़त्म होता है।