कटरा की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले ने केवल 26 मासूमों की जान नहीं ली, बल्कि इंसानियत और कश्मीरियत को भी लहूलुहान किया। पीएम ने दो टूक कहा – “जो भी जम्मू-कश्मीर के युवाओं के सपनों की राह में आएगा, उसे पहले मुझसे टकराना होगा।”
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह हमला देश में दंगे भड़काने की साज़िश थी और पर्यटन, जो हजारों परिवारों की रोज़ी-रोटी का साधन बन चुका है, उस पर सीधा प्रहार था। पिछले कुछ वर्षों में घाटी में पर्यटकों की संख्या में तेज़ इज़ाफा देखा गया था, और ये बढ़ता आत्मविश्वास पाकिस्तान को रास नहीं आया।
🐎 शहीद आदिल हुसैन शाह का उल्लेख
प्रधानमंत्री मोदी ने पहलगाम के स्थानीय पोनी मालिक सैयद आदिल हुसैन शाह का विशेष रूप से ज़िक्र किया, जिन्होंने आतंकवादियों को रोकने की कोशिश में अपनी जान गंवा दी। जब गोलियों की बौछार पर्यटकों की ओर बढ़ी, आदिल ने सामने आकर उन्हें बचाने का प्रयास किया और शहीद हो गए। उनके इस बलिदान को पीएम ने “कश्मीरियत की असली मिसाल” बताया।
💣 ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भीषण वार
मोदी ने कहा – “6 मई की रात पाकिस्तान के आतंकियों के लिए कयामत बनकर आई। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान और PoJK में आतंकी ढांचों को चंद मिनटों में मलबे में तब्दील कर दिया।”
उन्होंने यह भी कहा कि “अब पाकिस्तान जब भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम सुनेगा, उसे अपनी शर्मनाक हार की याद आएगी। पाकिस्तान ने कभी कल्पना नहीं की थी कि भारत इतने भीतर घुसकर हमला करेगा।”
🛤️ ₹46,000 करोड़ की विकास परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित
कटरा में प्रधानमंत्री मोदी ने ₹46,000 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और कुछ का लोकार्पण भी किया। इनमें दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च पुल चिनाब ब्रिज, भारत का पहला केबल-स्टे रेल ब्रिज अंजी ब्रिज, और कटरा-स्रीनगर के बीच दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी देना शामिल रहा।
🔥 पाकिस्तान की मंशा पर तीखा प्रहार
प्रधानमंत्री ने कहा, “हम पर्यटन के ज़रिए युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर पैदा कर रहे हैं, लेकिन पड़ोसी देश को न तो इंसानियत मंज़ूर है, न पर्यटन। वो गरीबों की रोज़ी तक छीनना चाहता है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि पाकिस्तान जानबूझकर उन क्षेत्रों को निशाना बना रहा है जो शांति और प्रगति के प्रतीक हैं, क्योंकि उसे भारत का बढ़ता हुआ आत्मविश्वास और विकास स्वीकार नहीं है।
📍 निष्कर्ष
22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस हमले के जवाब में 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च कर पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकानों को तबाह किया।
प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली यात्रा थी पहलगाम हमले के बाद, और उनके भाषण ने साफ कर दिया कि कश्मीर अब डर नहीं, विकास का पर्याय बनेगा – चाहे दुश्मन कितनी भी साज़िशें क्यों न रचे।
👉 यह लेख एक राष्ट्रवादी सोच, संकल्प और सशक्त प्रतिक्रिया का प्रतीक है – जहां आतंक के खिलाफ हर कदम पर विकास की रौशनी और साहस की आवाज़ खड़ी है।