हम सभी में से अधिकतर लोग अपनी बढ़ते वजन को कम करने के लिए परेशान है। एक बार अगर हमारा वजन बढ़ना शुरू होता है तो वह पीछे नहीं थमता । उसके लिए फिर चाहे हम योगा करें, एक्सरसाइज करें या फिर वॉक करें। हमारे वजन मापने की सुई हमेशा बड़ी हुई आती है। कुछ लोग लेकिन ऐसे भी है जो अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति से रिवर्स गियर में भी जाते हैं। वह भी 1 किलो 2 किलो नहीं पूरे 72 किलो। जी हां पूरे 72 किलो उन्हें में से एक है ऐंबर एक महिला जिन्होंने समय चक्र को पलटा है वो एक फिटनेस कोच हैं। उन्होंने अपनी वेट लॉस जर्नी को दूसरों को बताने के लिए अपना इंस्टाग्राम हैंडल भी बनाया है ताकि सभी लोग उससे फायदा ले सके तो आईए जानते हैं क्या है उनकी सफलता यात्रा का राज
ऐंबर अपनी लाइफ स्टाइल में रोज पांच चीज शामिल करने के लिए कहती है। उनका कहना है कि उन्होंने प्रतिदिन इन पांच चीजों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके धीरे-धीरे अपना ट्रांसफरमेशन किया है।
10,000 कदम और निरंतरता
ऐंबर कहती है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता आपको लगातार बिना थके लगे रहना होता है।
ऐंबर का कहना है कि मेरी बातों पर विश्वास करने के बजाय आप खुद अपने शरीर को आजमाये। एक दिन अगर आप 10,000 स्टेप चल लेते हैं और अगले दिन ब्रेक ले लेते हैं तो उसका कोई फायदा आपके शरीर को नहीं मिलने वाला। ऐंबर कहती है कि अगर आप बिना रुके रोजाना वॉक करते हैं तो आपका शरीर आपको ज्यादा अच्छे रिस्पॉन्स देगा। अगर आप एक साथ एक दिन ही 10,000 कदम चल लेंगे तो आपका शरीर थक जाएगा और आप अगले दिन के लिए खुद को तैयार नहीं कर पाएंगे। लेकिन अगर आप रोजाना थोड़ा-थोड़ा चलेंगे तो एक दिन ऐसा आएगा कि आप 10000 कदम भी रोज चलने लगेंगे और आपको थकान का एहसास भी नहीं होगा।
रोज़ाना ढाई से तीन लीटर पानी पीना
पानी हम सभी के शरीर की मूलभूत आवश्यकता है लेकिन हम सबसे ज्यादा इग्नोर ही उसको करते हैं। हमारा शरीर हमें अलार्म भी देता है लेकिन हम उसे न कर देते हैं अधिकतर लोगों को जब भूख लगती है तो वह भूख नहीं होती, उन्हें पानी की प्यास लगती है। उनका दिमाग संकेत भी भेजता है लेकिन वह समझ नहीं पाते। आप कभी ध्यान दीजिएगा जब आप सो कर उठते हैं तो आपको सबसे ज्यादा भूख लगती है और आप अगर कुछ खाने से पहले पानी पी लेते हैं तो आपकी वह भूख मिट जाती है। हममें से अधिकतर लोग सो कर उठते ही सबसे पहले जो भी हमारे सामने आता है वह खा लेते हैं। उस समय हमें याद नहीं रहता कि हम कितना, क्यों खा रहे हैं। ऐंबर कहती हैं कि हमें दो से ढाई लीटर पानी तो अवश्य पीना ही चाहिए। पानी पीने से हमें भूख कम लगती है और व्यायाम करने से हमारे शरीर से जो भी पानी निकलता है उसकी पूर्ति भी आराम से होती है।
प्रोटीन है हर मील में जरूरी
ऐंबर का कहना है कि वह अपनी हर डाइट में प्रोटीन शामिल करती है। नाश्ते में तो प्रोटीन होना बहुत जरूरी होता है। जब आप रोज प्रोटीन लेते हैं तो आपका शरीर आपके वेट लॉस के कारण टूटने वाली मसल्स को रिकवर करने का काम करता है और आप अंदर से मजबूत होते हैं।
टाइम मैनेजमेंट फॉर फूड
ऐंबर क्या कहना है कि सिर्फ आज की नहीं कल की भी तैयारी हमें पहले से ही कर कर रखती है। अगर हमें खुद को स्वस्थ रखना है तो हमें पता होना चाहिए कि हमें कब और क्या खाना है। ऐंबर अपनी एक दिन पहले की भोजन लिस्ट तैयार रखती है। जिसके कारण उनका समय खाने के बारे में सोचने, भोजन सामग्री
इकट्ठा करने में बर्बाद नहीं होता। समय अभाव के कारण वह कोई शॉर्टकट भी नहीं अपनती हैं।
मीठे से प्यार ऐं
बर की यह बात थोड़ी गले न उतरने वाली लगती है पर उनका तो यही रूटीन है। और वह यही बताती है कि आपको अगर मीठे से प्यार है उसे मत छोड़िए। बस आप कम खाइए। अगर आप बिल्कुल भी मीठा नहीं खायेंगे तो आपको क्रेविंग होगी और आप एक बार में काफी सारा खा लेंगे।
सारांश
अपनी दिनचर्या में ऐंबर यही पांच नियमों को अपनाती हैं। एंबर की यही सफलता की कुंजी है जो कि उन्होंने हम सभी के साथ बांटी है अब अब यह हम पर है कि हम उससे क्या और कितना सीखते हैं।