केरल की नर्स निमिशा प्रिया के खिलाफ विवाद बढ़ता जा रहा है, जो 2017 में यमनी नागरिक तलाल अब्दो मेहदी की हत्या के आरोप में दोषी पाई गई थीं। अब, उनके परिवार ने इस मामले को लेकर तीव्र आपत्ति जताई है। तलाल के भाई अब्देलफताह मेहदी ने इस मामले में अपनी स्पष्ट स्थिति व्यक्त की है, जहां उन्होंने कहा कि “यह अपराध है और कोई माफी नहीं मिलनी चाहिए।”
निमिशा प्रिया का मामला
निमिशा प्रिया को 2017 में तलाल अब्दो मेहदी की हत्या के आरोप में दोषी ठहराया गया था। यमनी व्यवसायी के साथ एक विवाद के बाद, प्रिया ने उन्हें मौत की खुराक देने का प्रयास किया था, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। इस मामले में उनके खिलाफ हत्या का आरोप लगाया गया था और 2020 में उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी।
फांसी की सजा पर स्थगन
निमिशा प्रिया की फांसी की सजा को 16 जुलाई को पहले निर्धारित किया गया था, लेकिन कई स्रोतों के अनुसार, उनकी सजा को टाल दिया गया है और मामले पर लंबी बातचीत के बाद इसे स्थगित कर दिया गया है। भारतीय सरकार ने इस मामले में पूरी सहायता की पेशकश की है, साथ ही सऊदी अरब और यमनी धार्मिक नेताओं ने भी मदद की है।
“ब्लड मनी” की भूमिका
अब्देलफताह मेहदी ने माफी देने का विरोध किया, हालांकि बातचीत में “ब्लड मनी” (खून की कीमत) पर चर्चा की जा रही है। शरिया कानून के तहत, यह एक स्वीकृत प्रक्रिया है, जिसमें मृतक के परिवार को पैसे का भुगतान किया जाता है ताकि वे माफ़ी दे सकें। इस स्थिति में, परिवार को समझाने के लिए धार्मिक हस्तियां और अधिकारी पूरी तरह से प्रयास कर रहे हैं, और अंततः ब्लड मनी को भुगतान किया जाएगा।
भारत सरकार की भूमिका
भारतीय सरकार की मदद को इस मामले में अहम माना जा रहा है। केरल के व्यवसायी M A यूसुफ अली ने भी इस मामले में अपनी तरफ से आर्थिक मदद देने का प्रस्ताव रखा है। अब, मामला यमनी परिवार से जुड़ी बातचीत पर आधारित है, और यह तय करेगा कि निमिशा प्रिया को माफी मिलेगी या नहीं।
निमिशा प्रिया का जीवन
निमिशा प्रिया 2008 में यमन आई थीं, जहां उन्होंने अपनी परिवार की मदद के लिए काम करना शुरू किया था। बाद में उन्होंने अपना क्लिनिक खोला। हालांकि, 2017 में उनके और उनके व्यवसायी पार्टनर तलाल के बीच विवाद हुआ, जिसके परिणामस्वरूप यह हत्याकांड हुआ। उन्हें 2018 में गिरफ्तार किया गया और 2020 में उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई।