📰 मुख्य बिंदु
- ईरान ने तेल अवीव में Mossad और Aman के दफ्तरों पर हमला करने का दावा किया है।
- इज़राइल ने अब तक इस हमले की पुष्टि नहीं की है लेकिन कुछ जवाबी हमले किए हैं।
- दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है और स्थिति युद्ध जैसी बनती जा रही है।
- ईरान और इज़राइल की रणनीतियाँ अलग-अलग हैं, लेकिन दोनों की तैयारी पूरी है।
क्या हुआ है? – घटनाक्रम विस्तार से
ईरान का दावा
ईरानी सेना (IRGC) का कहना है कि उन्होंने ड्रोन और मिसाइल से हमला कर Mossad और Aman के कार्यालयों को निशाना बनाया। दावा है कि:
- जगहों पर आग लग गई है।
- खुफिया डेटा और इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं।
इज़राइल की प्रतिक्रिया
- अभी तक इज़राइल ने हमले की पुष्टि नहीं की है।
- जवाब में कुछ सीमित हवाई हमले ईरान के सैन्य ठिकानों पर किए गए हैं।
- देश में सुरक्षा हाई अलर्ट पर है।
🛡️ इज़राइल की संभावित रणनीति
जवाबी कार्रवाई की संभावना
- ✅ ईरान के सैन्य अड्डों पर हवाई हमला।
- ✅ हिज़बुल्लाह जैसे प्रॉक्सी संगठनों पर निशाना।
- ✅ Mossad द्वारा गुप्त ऑपरेशन।
Mossad की ऐतिहासिक नीति
ऑपरेशन |
उद्देश्य |
वर्ष |
रैथ ऑफ गॉड |
म्यूनिख हत्या का बदला |
1972 |
सीक्रेट किलिंग |
ईरानी वैज्ञानिकों को निशाना |
2010-2020 |
🇮🇷 ईरान की रणनीति और जवाब
रणनीतिक विकल्प
- सीमित मिसाइल या ड्रोन अटैक।
- प्रॉक्सी संगठन जैसे हिज़बुल्लाह, हौथी के जरिए हमला।
- अंतरराष्ट्रीय मंचों (UN, OIC) पर इज़राइल को घेरना।
सैन्य ताकत का अवलोकन
हथियार प्रणाली |
विवरण |
बैलिस्टिक मिसाइल |
ज़ोल्फ़गार, शाहब-3 |
ड्रोन सिस्टम |
शाहेद-136, मोहाजिर-6 |
साइबर टीम |
APT34, Charming Kitten |
🌍 वैश्विक प्रतिक्रिया और प्रभाव
- अमेरिका, G7 और UN सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं।
- मिडिल ईस्ट में तेल की कीमतें बढ़ने की आशंका।
- भारत जैसे देशों ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
📌 निष्कर्ष
- ईरान ने Mossad के दफ्तर पर हमला करने का दावा किया, इज़राइल ने अब तक पुष्टि नहीं की।
- तनाव बढ़ा है, दोनों देशों की सेनाएं तैयार हैं।
- यह संघर्ष मिडिल ईस्ट ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्थिरता पर भी असर डाल सकता है।