यरूशलम: इजराइल ने बुधवार को गाज़ा में नए ज़मीनी अभियानों की घोषणा की और फ़लस्तीनी इलाकों में रहने वाले नागरिकों को बंधकों की वापसी और हमास को सत्ता से हटाने के लिए अंतिम चेतावनी दी।
इजरायली सेना ने इस हफ्ते जनवरी में हुई युद्धविराम की अवधि समाप्त होने के बाद सबसे भीषण हवाई हमले किए, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई। हमास द्वारा संचालित गाज़ा पट्टी के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन हमलों में भारी तबाही मची है।
इजराइल का सैन्य अभियान और नागरिकों की दहशत
इजरायली सेना ने घोषणा की कि उन्होंने गाज़ा के मध्य और दक्षिणी इलाकों में लक्षित जमीनी अभियान शुरू कर दिए हैं। इस कदम का उद्देश्य उत्तर और दक्षिण के बीच एक सुरक्षा परिधि तैयार करना और हमास के प्रभाव को कम करना है।
इस बीच, युद्धविराम को बनाए रखने के लिए वैश्विक सरकारों द्वारा दिए गए अपीलों के बावजूद, इजराइल ने अपने हमले जारी रखे। गाज़ा में लंबी कतारों में नागरिक अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर बढ़ रहे हैं। बच्चे और बूढ़े सभी अपनी जान बचाने के लिए पलायन कर रहे हैं।
रेड क्रॉस फील्ड अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी फ्रेड ओओला ने बताया कि गाज़ा में दो महीने की शांति अब पूरी तरह से टूट चुकी है। “हम हवा में फैले डर को महसूस कर सकते हैं… और हम उन लोगों के चेहरों पर दर्द और तबाही देख सकते हैं जिनकी हम मदद कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।
इजराइली रक्षा मंत्री की अंतिम चेतावनी
गाज़ा पर शासन कर रहे हमास के लिए इजराइली रक्षा मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने एक कड़ा संदेश जारी किया। उन्होंने कहा, “यह आखिरी चेतावनी है। अमेरिका के राष्ट्रपति की सलाह मानें, बंधकों को वापस करें और हमास को हटाएं। तभी आपके लिए अन्य विकल्प खुल सकते हैं, जिनमें उन लोगों के लिए अन्य देशों में जाने की संभावनाएं भी शामिल हैं।”
काट्ज़ का बयान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले दिए गए बयान को संदर्भित करता है, जिसमें उन्होंने कहा था, “गाज़ा के लोगों के लिए एक खूबसूरत भविष्य इंतजार कर रहा है, लेकिन यह तभी संभव है जब वे बंधकों को रिहा करें। यदि नहीं, तो वे समाप्त हो जाएंगे।”
हमास की प्रतिक्रिया और वार्ता की संभावना
अब तक, हमास ने इन हमलों का कोई सैन्य जवाब नहीं दिया है। संगठन के एक अधिकारी ने बताया कि वे युद्धविराम बहाल करने के लिए बातचीत को लेकर तैयार हैं लेकिन इजराइल द्वारा नए समझौतों की मांग को खारिज कर दिया गया। हमास के प्रवक्ता ताहेर अल-नूनू ने कहा, “हमने वार्ता के दरवाजे बंद नहीं किए हैं, लेकिन हम किसी नए समझौते की आवश्यकता नहीं समझते। इजराइल को पहले चरण की शर्तों को पूरा करना होगा।”
संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक प्रतिक्रिया
गाज़ा में बढ़ते हमलों ने संयुक्त राष्ट्र समेत कई वैश्विक संस्थाओं को भी चिंता में डाल दिया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजरायली हमलों में संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी की मौत पर “गहरा आक्रोश” जताया और पूरी जांच की मांग की।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने इसे “चौंकाने वाली घटना” बताते हुए कहा कि इसकी पारदर्शी जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
गाज़ा में बढ़ती तबाही और मानवीय संकट
इजराइल द्वारा फिर से शुरू किए गए हमलों ने गाज़ा के पहले से ही जर्जर अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ा दी है। गाज़ा के नागरिक सुरक्षा एजेंसी के प्रवक्ता महमूद बास्सल के अनुसार, “पिछले 48 घंटों में 470 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 14 लोग एक ही परिवार के थे।”
गाज़ा में अक्टूबर 2023 में हमास के हमले के बाद से अब तक 48,570 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइल और अमेरिका द्वारा हमास को वार्ता के लिए सहमत करने की कोशिशों के बावजूद, युद्धविराम की बहाली अभी तक संभव नहीं हो पाई है।
निष्कर्ष
गाज़ा में इजराइली हमले तेज़ होते जा रहे हैं और मानवीय संकट गहराता जा रहा है। वैश्विक दबाव के बावजूद इजराइल और हमास के बीच संघर्ष थमता नज़र नहीं आ रहा। युद्धविराम की बहाली और बंधकों की रिहाई इस युद्ध के अंत के लिए प्रमुख मुद्दे बने हुए हैं। अब यह देखना होगा कि कूटनीतिक वार्ताएं कोई समाधान ला पाती हैं या हालात और भी खराब होते जाते हैं।