Monday, March 31, 2025
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संघर्षविराम के बाद गाज़ा पर इस्राइल का सबसे बड़ा हमला, 300 से अधिक लोगों की मौत

गाज़ा में तबाही: संघर्षविराम के बावजूद जारी हिंसा

नई दिल्ली:
गाजा में मंगलवार को इस्राइली सेना ने हमास के ठिकानों पर व्यापक हवाई हमले किए, जिसमें कम से कम 330 लोग मारे गए और 150 से अधिक घायल हो गए। यह हमला 19 जनवरी को संघर्षविराम शुरू होने के बाद का सबसे भीषण हमला माना जा रहा है।

गाज़ा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, रमज़ान के पवित्र महीने के दौरान हुए इन हमलों में बड़ी संख्या में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग हताहत हुए। धमाकों की गूंज उत्तरी गाज़ा, गाज़ा सिटी, दैर अल-बलाह, खान युनिस और रफ़ाह तक सुनाई दी।

हमास के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी की मौत

इस हमले में मह्मूद अबू वत्फा, जो हमास के पुलिस और आंतरिक सुरक्षा प्रमुख थे, मारे गए।

इस्राइली रक्षा बलों (IDF) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि वह राजनीतिक निर्देशों के तहत गाज़ा पट्टी में हमास के आतंकवादी ठिकानों पर भीषण हमले कर रहे हैं। इस्राइल ने गाज़ा से सटे इलाकों में सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश भी दिया।

हमले का कारण: बंधकों की रिहाई पर गतिरोध

इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि ये हमले हमास के बंधकों को रिहा करने से बार-बार इनकार करने और मध्यस्थों द्वारा दी गई सभी शर्तों को ठुकराने के कारण किए गए हैं।

IDF ने कहा कि वे हमास के ठिकानों पर व्यापक हमले कर रहे हैं, ताकि युद्ध के उन लक्ष्यों को हासिल किया जा सके, जिनमें बंधकों की रिहाई (जीवित और मृत दोनों) शामिल है। इस्राइल ने अब हमास के खिलाफ और भी सख्त सैन्य कार्रवाई करने की बात कही।

हमास का पलटवार: नेतन्याहू पर आरोप

हमास ने नेतन्याहू पर आरोप लगाया कि उन्होंने युद्ध दोबारा शुरू कर इस्राइली बंधकों को खतरे में डाल दिया। संगठन ने कहा कि नेतन्याहू “राजनीतिक संकट से बचने के लिए” इस युद्ध का इस्तेमाल कर रहे हैं।

एक अलग बयान में, हमास ने नेतन्याहू को संघर्षविराम तोड़ने का पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया और कहा कि यह कदम गाजा में मौजूद बंधकों को अनिश्चित भविष्य की ओर धकेल सकता है।

व्हाइट हाउस का बयान

व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता के अनुसार, इस्राइल ने इन हमलों से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन से परामर्श किया था।

संघर्षविराम वार्ता में गतिरोध

हमास और इस्राइल के बीच तीन चरणों में होने वाली संघर्षविराम संधि की बातचीत गतिरोध में फंस गई।

  • इस्राइल पहले चरण को मध्य अप्रैल तक बढ़ाना चाहता था, लेकिन हमास ने कहा कि वह दूसरा चरण शुरू होने के बाद ही बंधकों की रिहाई करेगा।
  • हमास चाहता था कि 2 मार्च से दूसरा चरण शुरू हो, जिसमें अमेरिकी-इस्राइली सैनिक एडन अलेक्जेंडर और चार अन्य बंधकों के शवों की रिहाई शामिल थी।
  • इस्राइल ने हमास पर बंधकों के परिवारों पर मानसिक दबाव बनाने का आरोप लगाया।

संघर्षविराम के पहले चरण में, हमास ने 33 इस्राइली बंधकों (जिसमें 5 शव भी शामिल थे) और 5 थाई नागरिकों को मुक्त किया था। इसके बदले इस्राइल ने लगभग 1,800 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया था।

युद्ध की पृष्ठभूमि

यह संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास ने इस्राइली सीमा में हमला कर 1,200 लोगों की हत्या कर दी और 251 लोगों को बंधक बना लिया

इसके जवाब में इस्राइल ने गाजा पर जबरदस्त हमले किए, जिसमें अब तक 48,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, और 1.12 लाख से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

ABHISHEK KUMAR ABHAY
ABHISHEK KUMAR ABHAY
I’m Abhishek Kumar Abhay, a dedicated writer specializing in entertainment, national news, and global issues, with a keen focus on international relations and economic trends. Through my in-depth articles, I provide readers with sharp insights and current developments, delivering clarity and perspective on today’s most pressing topics.
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