इजरायल ने एक बार फिर से गाजा पर हमला कर दिया है। एक और इस बार कम से कम तीन सौ से अधिक लोगों के हताहत होने और दो सौ लोगों की मृत्यु की खबर है। इजराइल का कहना है कि ऐसा उसने हमास की तरफ से शांति वार्ता में कोई पहल न होने पर किया है। आईए जानते हैं इसके बारे में थोड़ा सा और
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने क्यों दे दिया हमले का आदेश
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि युद्ध विराम को बढ़ाने के लिए हमास की तरफ से कोई खास प्रगति न होने पर उन्होंने हमले का आदेश दिया। हमास इजरायल के बंधकों को जीवित या मृतक लौटाने के लिए कोई पहल ही नहीं कर रहा था। ऐसे में इजरायल के प्रधानमंत्री को मजबूर होकर यह फैसला लेना पड़ा। अभी यह निश्चित नहीं हुआ है कि यह हमास को दबाव में डालने के लिए किया गया एक बार का हमला है या यह दोबारा से युद्ध की शुरुआत है।
इजरायल ने की लेबनान सीरिया पर भी बमबारी
इजरायल ने वायु सेवा गाजा पट्टी पर, दक्षिणी लेबनान पर और दक्षिणी सीरिया जैसे ठिकानों पर बमबारी की है। इस हमले में 200 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 300 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं सीजफायर के बाद अभी तक का यह सबसे बड़ा हमला है।
इजरायल ने किया सीज फायर का उल्लंघन
इजरायली सेना का कहना है कि वह गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर निशाना बनाकर आतंकवादियों को निशाना बना रही है जबकि हमास का कहना है कि स्थानीय लोग बच्चे और महिलाएं हमले का निशाना बन गए हैं डॉक्टरों के अनुसार कई घरों, इमारतों में बम गिराए गए हैं।
इजरायल ने पहले ही लगा दी थी हमास पर सहायता के लिए रोक
इजरायल ने दो हफ्तों से गाजा में भोजन दवाई ईंधन जैसी जरूरी चीजों पर रोक लगा दी है। इजराइल का कहना है कि ऐसा करके वह हमास पर दबाव बनाना चाहता है ताकि हमास संघर्ष विराम समझौते में बदलाव को स्वीकार कर ले और बाकी के बंधकों को रिहा कर दे।
सीजफायर का पहला फेस 1 मार्च को होना था खत्म
इजरायल और गाजा में युद्ध विराम का पहला चरण 1 मार्च को समाप्त होने वाला था। युद्ध विराम समझौता 19 जनवरी से लागू हुआ था और तभी से युद्ध विराम भी शुरू हो गया था।
इजरायल क्यों मजबूर हुआ है दोबारा से हमला करने के लिए
तीन चरणों में यह युद्ध विराम समझौता होने वाला था लेकिन अब इजरायल इसके दूसरे चरण में अपनी असहमति जता रहा है। सीजफायर का दूसरा चरण शुरू होते ही इजरायल को गाजा पट्टी से अपनी सेना को हटाना होगा लेकिन हमास के हाल के क्रियाकलापों को देखकर ऐसा लगता नहीं है कि वह युद्ध विराम के समझौते का मान रखेगा वह दोबारा से मजबूत होकर फिर से अपने को युद्ध के लिए तैयार करेगा।
हमास का क्या कहना है इजरायल के द्वारा की गई बमबारी के विषय में
हमास ने बमबारी के बाद कहा कि इजरायल ने अपने बंधकों का भविष्य अधंकार में डाल दिया है इजरायल ने अपने बंधकों का बलिदान कर दिया है। हमास ने इजरायल को समझौते का उल्लंघन करने और उसे खत्म करने का पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है।
इजरायल के प्रधानमंत्री ने हमला करने से पहले ली थी डोनाल्ड ट्रंप से राय
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि युद्ध दोबारा शुरू करने से पहले उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सलाह ले ली थी और अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस हमले के फैसले का समर्थन किया था बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा की युद्ध जैसी स्थिति के लिए व्हाइट हाउस ने भी हमास को ही जिम्मेदार ठहराया है अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ब्रायन ह्यूजेंस का कहना है कि हमास चाहता तो युद्ध विराम को बढ़ाने के लिए बंधकों को रिहा कर सकता था लेकिन चरमपंथी समूह ने इनकार कर दिया और युद्ध को चुना।
इजरायल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज का क्या कहना है
इजरायलके रक्षा मंत्री का कहना है कि अगर बंधकों को अभी भी रिहा नहीं किया जाता तो गाजा में और बुरी हालत होगी उन्होंने कहा कि हम तब तक लड़ाई नहीं रोकेंगे जब तक कि हमारे सभी बंधक घर नहीं पहुंच जाते।