यूक्रेन के पूर्व कमांडर इन के वालेरी जालुज़नी का कहना है कि तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो गया है उन्होंने कहा कि यूक्रेन व रूस के साथ अमेरिका, ईरान उत्तरी कोरिया जैसे विश्व के प्रमुख देश भी युद्ध के लिए खड़े हो गए हैं। कहीं ना कहीं यह तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत को इंगित करता है। उनका कहना है कि विदेशी सैनिक और विदेशी हथियार होने के कारण अब यह युद्ध दो देशों के बीच में न रहकर अंतरराष्ट्रीय हो चुका है। एक सम्मेलन में जालूजनी ने कहा कि हम अनुमान लगा सकते हैं कि तीसरा विश्व युद्ध अपनी शुरुआत पर है उनका कहना है कि युद्ध में रूस द्वारा उत्तरी कोरिया, चीन और ईरान जैसे देश को शामिल कर लिया गया है जिससे तृतीय विश्व युद्ध होने की संभावनाएं बढ़ गई है।
क्या है रूस और यूक्रेन का मामला
रूस और यूक्रेन में काफी लंबे समय से विवाद चल रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई कई महीनो से जारी है और यह अब और बढ़ती जा रही है। यूक्रेन ने रूस से वार्तालाप के लिए अपने राजदूत को भेजा था। यह वार्ता सकारात्मक नहीं रही। कुछ समय बाद उस राजदूत की भी हत्या कर दी गई उस पर देशद्रोह के आरोप लगे थे।।रूस और यूक्रेन के युद्ध की शुरुआत 24 फरवरी से हुई जब रूसी संघ के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया। रूसी सैनिकों पर अवमानना, ह्यूमन राइट्स का उल्लंघन, युद्ध अपराध आदि घोषित किए गए । इसके अलावा रूस ने अपने आधिकारिक क्षेत्र में सुरक्षा बलों का संगठन करना शुरू कर दिया और सशस्त्र सैनिक बलों को प्रशिक्षित करना भी इसी कड़ी में शामिल था।इस अवधि में रूस का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन की संपत्ति को नष्ट करना था। रूस ने यूक्रेन की बेसिक सुविधाएं , बिजली पानी, इमारतें, यूक्रेन की जनसंख्या को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया। यह 1000 दिनों बाद भी बढ़ता ही जा रहा है। रूस ने यूक्रेन के हीटिंग स्ट्रक्चर को भी बर्बाद कर दिया जिससे ठंड के कारण यूक्रेन का काफी नुकसान हुआ है। रूस ने यूक्रेन के कई क्षेत्रों पर कब्जा जमा लिया है।
रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई में उतरे अन्य देश
रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई में दूसरे देशों ने भी हिस्सा लेना शुरू कर दिया है। यूक्रेन के समर्थन में भी बिट्रेन, अमेरिका जैसे देश आए हैं। अमेरिका ने यूक्रेन को अपनी ATACMS मिसाइल से रूस पर आक्रमण करने की अनुमति दे दी है। इसके प्रति उत्तर में रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया है । पुतिन ने कहां है कि हम पर अगर विदेशी देश यूक्रेन की तरफ से हमला करते हैं तो हमारी मिसाइल भी उनका सामना करने में सक्षम है। हम उन विदेशी देशों पर जो यूक्रेन के साथ है उनकी मिसाइलों पर हमला करने में हिचकेंगें नहीं। यूक्रेन के साथ अमेरिका ब्रिटेन व यूरोप के अन्य कई देश है। ये देश रूस द्वारा किए जा रहे हैं कृत्यों का विरोध कर रहे हैं। तो रूस के साथ ईरान, उत्तरी कोरिया, सीरीया जैसे देश खड़े हैं। यूक्रेन के पूर्व राजदूत का कहना है कि ईरानी लड़ाके यूक्रेन में सरेआम कत्लेआम कर रहे हैं। यूक्रेन पर निरंतर होते इन हमलों से यूक्रेन की व्यवस्था चरमरा गई है। इन सब के साथ-साथ ही उत्तरी कोरिया भी अपनी लड़ाके रूस के समर्थन में मैदान में उतार चुका है जिसने आग में घी डालने का काम ही किया है। जिसके जवाब में यूक्रेन की तरफ से रूस पर अमेरिका में बने मिसाइलों का प्रयोग किया गया है। इस युद्ध को शुरू हुए 33 महीना से अधिक का समय हो गया है लेकिन इस युद्ध की आक्रामकता बढ़ती जा रही है।
निष्कर्ष
यूक्रेन के पूर्व कमांडर जालुज़नी के अनुसार रूस और यूक्रेन के बीच इस युद्ध की समाप्ति के आसार अभी नजर नहीं आ रहे हैं। बल्कि अब यह युद्ध रूस और यूक्रेन के बीच में न रहकर तीसरा विश्व युद्ध बनता जा रहा है। रूस के साथ अभी तक ईरान था लेकिन अब चीन और उत्तरी कोरिया के भी रूस के साथ होने पर स्थिति और बिगड़ती जा रही है। अमेरिका बिट्रेन और कुछ यूरोपीय देश यूक्रेन का साथ दे रहे। ट्रेन के पूर्व राराजदूत ने अपील की की सभी देश मिलकर शांति वार्ता कर यूक्रेन और रूस से शुरू होकर अमेरिका, बिट्रेन, उत्तरी कोरिया, ईरान चीन तक पहुंचे तीसरे विश्व युद्ध में खुद को शामिल होने से रोके। उन्होंने अपील की है कि इस युद्ध की भयावहता को यहीं खत्म कर शांति वार्ता की जाए।