ईरान-इज़राइल युद्ध के बीच अमेरिका द्वारा ईरान के फोर्दो (Fordow), नतांज और इस्फहान न्यूक्लियर साइट्स पर किए गए हमलों को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। दो वरिष्ठ इज़राइली अधिकारियों ने ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ को बताया कि अमेरिका के हमले से पहले ही ईरान ने फोर्दो संयंत्र से 400 किलोग्राम यूरेनियम और अन्य जरूरी उपकरणों को हटा लिया था।
🧪 क्या है फोर्दो संयंत्र?
- फोर्दो ईंधन संवर्धन संयंत्र, ईरान की सबसे सुरक्षित और भूमिगत परमाणु साइटों में से एक है
- यह तेहरान के दक्षिण में एक पहाड़ी के नीचे स्थित है
- कहा जाता है कि यह संयंत्र एक महीने से भी कम समय में 9 परमाणु बमों के लायक सामग्री बना सकता है
💣 अमेरिकी हमलों का विवरण
- रविवार को अमेरिका ने B2 स्टील्थ बॉम्बर्स का उपयोग कर Fordow, Natanz और Isfahan परमाणु ठिकानों पर बंकर बस्टर बम गिराए
- राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया था कि “न्यूक्लियर साइट्स को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है”
- सैटेलाइट तस्वीरों में Fordow संयंत्र और आसपास के क्षेत्र को भारी नुकसान दिखाया गया
📦 ईरान ने पहले ही कर लिया था तैयारी
- न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने पहले ही संयंत्र से यूरेनियम और उपकरण हटा लिए थे
- लगभग 400 किलोग्राम यूरेनियम, जो 60% तक संवर्धित था, को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया
- यह स्तर 90% के हथियार-ग्रेड यूरेनियम से बस थोड़ा ही कम है
🇺🇸 अमेरिकी प्रतिक्रिया और भ्रम
- अमेरिकी उपराष्ट्रपति JD Vance ने स्वीकार किया कि उन्हें नहीं पता था कि यूरेनियम का स्टॉक कहां है
- उन्होंने कहा, “हम ईरान से इस पर बातचीत करेंगे कि इस यूरेनियम का क्या किया जाए”
- रक्षा मंत्री Pete Hegseth और सेना प्रमुख Dan Caine ने भी ट्रंप के ‘पूर्ण विनाश’ दावे से इत्तेफाक नहीं जताया
📉 ट्रंप बनाम वास्तविकता:
बयानकर्ता | दावा | सच्चाई |
---|---|---|
डोनाल्ड ट्रंप | “साइट्स को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया” | सैटेलाइट से भारी नुकसान तो दिखा, पर यूरेनियम पहले ही हटा लिया गया |
JD Vance | “हम यूरेनियम की स्थिति नहीं जानते थे” | रणनीतिक चूक मानी जा रही है |
इज़राइली अधिकारी | “ईरान ने अमेरिका को चकमा दिया” | Fordow संयंत्र की सटीक योजना से बचाव |
🔐 ईरान की रणनीतिक बढ़त:
- यूरेनियम का समय पर स्थानांतरण ईरान की गुप्त खुफिया योजना का हिस्सा था
- Fordow को इज़राइल की मिसाइलों से बचाव के लिए विशेष रूप से बनाया गया था
- अमेरिकी हमले के बावजूद ईरान की परमाणु क्षमताएं सुरक्षित बनी रहीं
📌 निष्कर्ष:
इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका द्वारा घोषित ‘पूर्ण विनाश’ के बावजूद, ईरान ने पहले ही अपने परमाणु संसाधनों को सुरक्षित कर लिया था। यह न केवल अमेरिका की खुफिया विफलता को उजागर करता है बल्कि यह भी दिखाता है कि ईरान ने किस प्रकार समय रहते अपनी रणनीति को बदला। इस घटनाक्रम से क्षेत्र में तनाव और गहरा गया है और यह आने वाले हफ्तों में वैश्विक कूटनीति और सुरक्षा पर बड़ा असर डाल सकता है।