भारत की महिला क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन में खेले गए तीन मैचों की वनडे सीरीज़ के पहले मुकाबले में करारी हार का सामना करना पड़ा। मेगन शुट्ट ने अपने करियर का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 5/19 के आंकड़े से भारतीय बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया और भारत को केवल 100 रनों पर ऑल आउट कर दिया। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने मात्र 16.2 ओवरों में 101 रन बनाकर आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया, जिसमें डेब्यूटेंट जॉर्जिया वोल का नाबाद 46 रन की महत्वपूर्ण पारी रही।
भारत की शुरुआत रही निराशाजनक
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया, लेकिन उनका यह निर्णय जल्दी ही गलत साबित हो गया। भारतीय ओपनर श्मृति मंधाना शुरुआत में कुछ अच्छे शॉट्स खेलती दिखी, और उन्होंने मेगन शुट्ट के खिलाफ लगातार दो बाउंड्री भी लगाई। लेकिन जल्द ही मंधाना (8) एक शॉर्ट गेंद पर असावधानी से शुट्ट के खिलाफ एज लगाकर आउट हो गईं, जिससे भारतीय टीम के लिए संकट की शुरुआत हो गई।
मंधाना का विकेट भारतीय बल्लेबाजी की ताबूत में आखिरी कील साबित हुआ। प्रियंका पुनिया (3) भी जल्दी ही आउट हो गईं, जिससे भारत की स्थिति बेहद कमजोर हो गई। भारत के बल्लेबाजों ने जिस प्रकार का प्रदर्शन किया, वह काबिलियत और आत्मविश्वास की कमी का संकेत था। टीम का कोई भी बल्लेबाज, केवल जेमिमाह रोड्रिग्स (23 रन, 42 गेंदों पर) को छोड़कर, लंबे समय तक क्रीज पर नहीं टिक सका।
मेगन शुट्ट की शानदार गेंदबाजी
ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज मेगन शुट्ट ने भारतीय बल्लेबाजी को तहस-नहस करते हुए अपनी करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की। शुट्ट और किम गार्थ (1/20) के शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय बल्लेबाज 34.2 ओवरों में केवल 100 रन बनाकर ऑल आउट हो गए। इस दौरान, शुट्ट ने मंधाना और प्रियंका पुनिया को पवेलियन भेजकर भारत के लिए किसी भी तरह के संघर्ष की उम्मीद को समाप्त कर दिया।
भारत के इस प्रदर्शन को देखते हुए यह उनकी वनडे इतिहास की दूसरी सबसे कम स्कोर वाली पारी रही, जो 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 79 रन थी। शुट्ट की स्विंग गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजों को पूरी तरह से दबोच लिया, और वे इस चुनौती से उबरने में नाकाम रहे।
ऑस्ट्रेलिया का आसान पीछा
ऑस्ट्रेलिया को 101 रनों का लक्ष्य मिला, जो उन्होंने आसानी से सिर्फ 16.2 ओवरों में पूरा कर लिया। पिओबे लिचफील्ड (35 रन) और जॉर्जिया वोल (46* रन) ने पहले विकेट के लिए 35 गेंदों में 48 रन की साझेदारी कर भारत के मनोबल को तोड़ दिया। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने कुछ विकेट जरूर लिए, लेकिन लक्ष्य इतना छोटा था कि उन्हें केवल क्षणिक सफलता ही मिल सकी।
रेनुका सिंह (3/45) और प्रियामिश्रा (2/11) ने गेंदबाजी में संघर्ष किया, लेकिन यह सब कुछ देर तक ही चला। वोल ने आत्मविश्वास के साथ पारी को अंत तक संभाला और ऑस्ट्रेलिया को शानदार जीत दिलाई।
AUSTRALIA BEAT INDIAN WOMEN'S TEAM,
— Sports Tota (@SportsTota) December 5, 2024
By 5 Wickets And 33.4 Overs Extra In The First Odi. pic.twitter.com/qa3Cc8OTFo
भारत के लिए बड़ा सबक
यह मैच भारत के लिए एक बड़ा धक्का था, खासकर जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार बाहर एक सीरीज़ जीतने की उम्मीद जताई थी। लेकिन बल्लेबाजी में जो कमी दिखी, उसे देखते हुए भारत को अगली मैच में सुधार की जरूरत है। शुट्ट के खिलाफ स्विंग खेलने में असमर्थता और कमजोर मानसिकता ने भारतीय टीम को बड़ा नुकसान पहुंचाया।
ऑस्ट्रेलिया की वापसी
यह मैच ऑस्ट्रेलिया के लिए एक सशक्त वापसी थी। अक्टूबर में टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका से हारने के बाद, ऑस्ट्रेलिया ने अपनी खोई हुई लय को फिर से हासिल किया। शुट्ट की गेंदबाजी और वोल का शानदार प्रदर्शन उनकी ताकत को दिखाता है।
अगला मुकाबला
भारत के लिए यह हार एक चेतावनी हो सकती है। अगली मैच में उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है, ताकि वे कड़ी चुनौती दे सकें। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया अपनी मजबूती को आगे बढ़ाने और सीरीज़ को सील करने के लिए तैयार है।
संक्षिप्त स्कोर
- भारत: 100 ऑल आउट, 34.2 ओवर (जेमिमाह रोड्रिग्स 23; मेगन शुट्ट 5/19)
- ऑस्ट्रेलिया: 101/5, 16.2 ओवर (फोएबे लिचफील्ड 35, जॉर्जिया वोल 46*; रेनुका सिंह 3/45, प्रियामिश्रा 2/11)
यह मैच भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक कड़ा संदेश था। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी में मजबूती दिखाई, जबकि भारत को आत्ममंथन करने की जरूरत है, ताकि अगले मैच में अपनी लय वापस पा सकें।