टॉक्सिक रिलेशनशिप कोई भी हो सकती है चाहे वह पति-पत्नी के बीच में हो या फिर बहू और ससुराल वालों के बीच में हो या फिर एक कर्मचारी और उसके बॉस के बीच में। हमें पता ही नहीं चलता कि हम टॉक्सिक रिलेशनशिप के शिकार है। ऐसे लोगों के साथ हम जीत समय बिताते हैं उनका टाक्सिक नेचर उतना ही हम पर हावी होता जाता है। हमारा संपूर्ण व्यक्तित्व कुंठित होता जाता है। जब उनका मन करता है वो आपसे प्यार से बात करके अपना मतलब पूरा करते हैं और जब उनका मन करता है वो आपको अपमानित करतें हैं आपको अकेला छोड़ देते हैं चाहे वो बात समाज की हो या फिर आपके बुरे वक्त की ऐसे लोग कभी आपके साथ खड़े नहीं होते आपकी सारी एनर्जी को वो चूस लेते हैं।
कैसे डिसाइड करें कि आप टॉक्सिक बिहेवियर के शिकार है
अगर आपके साथ लगातार नकारात्मक व्यव्हार हो रहा है। आपका हंड्रेड परसेंट एक रिश्ते में देने के बाद भी अगला इंसान आपसे सेटिस्फाइड नहीं है तो आप समझ लीजिए कि आप टॉक्सिक बिहेवियर के शिकार है। अगर उस इंसान का व्यवहार आपसे चलाकी पूर्ण है। अगर वह इंसान आपके प्रति अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर पारहा है। अगर वह व्यक्ति आपकी लगातार आलोचना कर रहा है कमियां निकाल रहा है। अगर वह व्यक्ति आपसे जलन की भावना रखता है। अगर वह व्यक्ति सेल्फ सेंटर्ड है जिसे सिर्फ अपने आप से मतलब होता है। अगर उस व्यक्ति का व्यवहार व्यवहार अविश्वसनीय है जो कि कभी बहुत सरल और कभी बहुत पेचीदा हो जाता है जो आपको समझ में नहीं आए तो समझ लीजिए कि आप टाक्सिक टॉक्सिक बिहेवियर के शिकार है। जिसे आपको दुख देकर सुख मिलता है तो आप समझ लीजिए कि आप टॉक्सिक बिहेवियर के शिकार है। अगर वह व्यक्ति बेईमान है जिसे रिश्तों में या किसी भी चीज में ईमानदारी नहीं आती और उस व्यक्ति ने आपको समय पर अलग-अलग समय पर अलग-थलग छोड़ दिया है तो आप टॉक्सिक बिहेवियर के शिकार है। आईए जानते हैं क्या है वह टिप्स जिन्हें अपना कर शायद हम इसे डील कर सकते हैं।
अलगाव की रणनीति , अपनी सीमाएं निर्धारित करें
ऐसे लोग जिन्हें आपको डील करना ही करना है उनके साथ एक निश्चित दूरी मेंटेन करके चले। क्योंकि उसे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप उससे कितनी दूर है या कितने पास है यह सिर्फ अपनी मानसिक शांति के लिए कर रहे हैं।
शांत और अलग रहे
अपनी मानसिक शांति के लिए खुद को नियंत्रित रखें। ऐसे व्यक्तियों के लिए अपने आंसुओं को बहाकर खुद को कमजोर ना बनाएं। बार-बार उन्ही के विषय में न सोचें या गुस्से में चीख चिल्ला कर अपनी तबीयत न खराब करें।
शांत दिमाग से समस्या के समाधान के विषय में सोचें
अगर आप उसे टॉक्सिक इंसान से दिल करने ही वाले हैं या किसी इवेंट में आपको उसके साथ होना है तो बातचीत को लंबा ना खींचें। बातचीत को नाटक या विषाक्त में ना उलझाएं। मुद्दों पर उलझने की बजाय समस्या के समाधान के विषय में सोचें।
अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए अपनाएं कुछ रिलैक्सिंग तकनीकें
जब भी आप खुद कमजोर समझें तो थोड़ा मेडिटेशन करें। योग व्यायाम करें। हो सके तो कुछ इजी डांस स्टेप्स करने की कोशिश करें। सोने की कोशिश करें। कुछ अच्छा खाएं। कुछ ऐसा सुने जिसे सुनकर आपका मन अच्छा हो। एक कप कॉफी और एक अच्छी सी बुक लेकर एक कोने में बैठ जाए यकीन मानिए जब तक आपकी काफी खत्म होगी आपके दिमाग से नकारात्मक विचार भी दूर हो चुके होंगे। माइंडफूलनेस तकनीक अपने इस तकनीक में आपको अपनी सासू पर ध्यान केंद्रित करना होता है सांसों को धीमी गति से लेना छोड़ना होता है कुछ सकारात्मक शब्दों को मन में मनन करें।