आज सभी अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग है। लेकिन उम्र के साथ-साथ व्यायाम के पैटर्न में भी बदलाव आता है। जब आप बच्चे होते हैं तो आपके व्यायाम का तरीका अलग होता है और जैसे-जैसे आप प्रोढावस्था में जाते हैं आपके व्यायाम के तरीके बदलते जाते हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ जैसे स्त्रियों में मेनोपॉज की समस्या आती है वैसे ही पुरुष भी तन व मन दोनों से थकने लगते हैं तो आईए जानते हैं 50 की उम्र के बाद पुरुष कैसे रखें अपने स्वास्थ्य का ध्यान
चेक अप रेगुलर करवाये
50 की उम्र के बाद पुरुष या महिला आपको अपना पूरा हेल्थ चेकअप कराना चाहिए और अगर आपको शुगर थायराइड कोलेस्ट्रॉल या कोई भी अन्य बीमारी होती है तो उसका रेगुलर समय समय पर चेकअप कराते रहना चाहिए। ताकि आप स्वस्थ रहें और अगर शरीर में कुछ कमी आ भी रही है तो आप उसे समय पर ठीक कर पाए।
शराब सिगरेट मांस से बनाए दूरी
50 साल के बाद आपका शरीर परिवर्तन चाहता है। अब आप शराब सिगरेट और मांस से एक निश्चित दूरी बना ले अगर आप नॉनवेज खाते भी हैं तो आपको देर रात में नॉनवेज नहीं खाना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए शराब और सिगरेट से एक निश्चित दूरी बनाना आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।
योग, ध्यान व प्राणायाम को बनाए अपनी दिनचर्या का हिस्सा
जिम जाने से बेहतर होगा अगर आप योग की तरफ अपने आप को मोड़ लेते हैं तो। योग न केवल तन बल्कि आपके मन को विश्वास रखेगा ध्यान और प्राणायाम से आप सहज रहना तनाव मुक्त होना सीखेंगे। ईश्वर का ध्यान पूजा यज्ञ अवश्य करें सकारात्मक होने के लिए ईश्वर पर विश्वास होना अति आवश्यक है।
दोस्तों के साथ समय बिताएं
एक समय बाद हम अपने दोस्तों को भूल ही जाते हैं अपने काम में हम इतने व्यस्त हो जाते हैं कि हमें अपने लिए ही फुर्सत नहीं होती। दोस्त भी खुश रहने का एक जरिया है अगर आप खुद को खुश रखना चाहते हैं तो हमेशा अपने दोस्तों के संपर्क में रहे। लेकिन दोस्त ऐसे हो जो आपको सकारात्मकता की तरफ प्रेरित करें।
परिवार को दे समय खुश रहे खुश रखें
अक्सर पुरुष के पास घर चलाने की जिम्मेदारी होती है। दिन पर दिन बढ़ती महंगाई और बस स्ट्रेस के कारण तनाव भी होना लाजमी है। इस तनाव के कारण आपका परेशान होना जायज ही है। पर तनाव के कारण ना तो पुरुष खुद-खुश रह पाते हैं ना दूसरों को खुश रख पाते हैं अपने परिवार के सदस्यों के प्रति उनका व्यवहार आदेशात्मक रहने लगता है जिसके कारण उनके परिवार के सदस्य उन्हें अनदेखा करने लगते हैं। अगर आपको खुद को खुश रखना है तो आपको उन्हें भी खुश रखना होगा जिनके साथ आप खुश रहते हैं तो अपने ऑफिस और काम की चिडचिडाहट को ऑफिस और वर्क प्लेस पर छोड़कर आए और घर में हमेशा खुश रहने की कोशिश कसमझे
किसी काम को छोटा बड़ा न समझे
घर का काम अक्सर पुरुष समझते हैं कि स्त्रियों की जिम्मेदारी होती है। लेकिन ऐसी सोच ठीक नहीं है अगर आप अपने घर के कामों में स्त्रियों की मदद करेंगे तो उनका काम भी समय से होगा और आप सभी के पास एक दूसरे के साथ समय बिताने के लिए काफी समय होगा। आप खुद देखेंगे कि घर के काम करने से आपके ऑफिस की चिंताएं आपको छू भी नहीं पाएंगे।
नियमित दिनचर्या अपनायें
अपने खाने पीने सोने जागने का समय निश्चित करें। एक निश्चित दिनचर्या अपनायें । खाना समय पर खाएं रात को हल्का और सुपाच्य व भोजन करें।
अपनी हॉबीज पर ध्यान दें
कुछ सकारात्मक काम अवश्य करें जिससे मन को अच्छा लगे। चाहे वह गार्डनिंग हो या फिर रीडिंग या राइटिंग। घूमने के लिए अवश्य जाएं। जरूरी नहीं कि आप बहुत दूर जाएं आप घर के पास जा सकते हैं । छोटे-छोटे गेट टूगेदर, टूर, ट्रिप, पिकनिक, आपको और आपके परिवार के सदस्यों को आपके पास लायेंगे। आप खुश रहेंगे तो स्वस्थ होगें।