बेंगलुरु: कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव से जुड़े सोने की तस्करी मामले में एक और बड़ी गिरफ्तारी हुई है। एट्रिया होटल के मालिक के पोते, तरुण राजू को राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार, उनकी गिरफ्तारी उस समय हुई जब जांचकर्ताओं को तस्करी रैकेट में उनकी संलिप्तता के ठोस प्रमाण मिले।
यह गिरफ्तारी तब हुई जब कुछ दिन पहले रान्या राव को ₹12.56 करोड़ मूल्य की सोने की छड़ों के साथ केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पकड़ा गया था।
DRI की विशेष अदालत से 5 दिन की कस्टडी मिली
सूत्रों के अनुसार, तरुण राजू का नाम रान्या राव की गिरफ्तारी के बाद सामने आया। पूछताछ के दौरान जब अधिकारियों को उनके संलिप्त होने के सुराग मिले, तो उन्हें हिरासत में लिया गया। इसके बाद उन्हें बेंगलुरु की विशेष आर्थिक अपराध अदालत में पेश किया गया, जहां से DRI को 5 दिनों की कस्टडी मिली।
सोने की तस्करी में करीबी साझेदार थे तरुण और रान्या!
जांच एजेंसियों को संदेह है कि तरुण और रान्या लंबे समय से मिलकर सोने की तस्करी कर रहे थे। दोनों की दोस्ती गहरी मानी जाती थी, लेकिन रान्या की शादी के बाद उनके संबंध कमजोर पड़ गए। बावजूद इसके, सूत्रों के अनुसार, वे अपनी अवैध गतिविधियों को जारी रखे हुए थे।
अधिकारियों को मिले एक महत्वपूर्ण सबूत के अनुसार, जब रान्या सोना लेकर दुबई से भारत आ रही थीं, तो उन्होंने तरुण से संपर्क किया था। यही वह सुराग था, जिसने जांच एजेंसियों को तरुण तक पहुंचाया और उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की।
पूछताछ के दौरान आमने-सामने बिठाए गए दोनों आरोपी
गिरफ्तारी से दो दिन पहले, जब रान्या पहले से ही हिरासत में थीं, तब DRI अधिकारियों ने तरुण राजू को भी पूछताछ के लिए बुलाया। जांच के दौरान दोनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई, ताकि इस स्मगलिंग नेटवर्क के गहराई तक छिपे राज उजागर किए जा सकें।
रान्या राव का आंशिक इकबालिया बयान, विदेश यात्राओं का खुलासा
सूत्रों के अनुसार, रान्या राव ने आंशिक रूप से अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उन्होंने यह माना कि उनके पास से 17 सोने की छड़ें बरामद की गई थीं। इसके अलावा, उन्होंने अपनी दुबई, सऊदी अरब, यूरोप और अमेरिका की यात्राओं की भी जानकारी दी।
एक साल में 30 बार दुबई गईं रान्या, हर बार लाया जाता था सोना!
जांच अधिकारियों को रान्या की यात्रा का विवरण मिला, जिससे पता चला कि वह पिछले एक साल में लगभग 30 बार दुबई गई थीं। इनमें से पिछले 15 दिनों में ही उन्होंने 4 बार दुबई की यात्रा की थी, और हर बार सोना तस्करी करने की संभावना जताई जा रही है।
गुप्त जांच की अपील, DRI ने घर पर मारा छापा
अपनी पूछताछ के दौरान, रान्या ने अधिकारियों से गुजारिश की कि उनकी जांच को गोपनीय रखा जाए और उन्होंने पूरा सहयोग देने का वादा किया। हालांकि, DRI की टीम ने उनके आवास पर छापा मारा, जहां से ₹2.06 करोड़ मूल्य की सोने की ज्वेलरी और ₹2.67 करोड़ नकद जब्त किए गए।
“मुझे मानसिक प्रताड़ना दी गई” – कोर्ट में भावुक हुईं रान्या
सोमवार को अदालत में पेशी के दौरान, रान्या ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान DRI अधिकारियों ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उनका कहना था कि जब वह सवालों का जवाब नहीं दे पाती थीं, तो उन्हें अपमानजनक भाषा में धमकाया जाता था।
DRI अधिकारियों ने आरोपों को नकारा
दूसरी ओर, अन्वेषण अधिकारी (IO) ने अदालत को बताया कि रान्या के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया। उन्होंने कहा:
“पूछताछ के दौरान वह सवालों का जवाब देने से इनकार कर रही थीं। जब भी हम कोई सवाल पूछते, वह पूरी तरह से चुप हो जाती थीं।”
अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि रान्या को सबूत दिखाने के बावजूद, वह कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थीं।
“कोर्ट में पहले से तय बयान देती हैं” – जांच अधिकारी का दावा
जांच अधिकारी ने कोर्ट में यह भी कहा:
“जैसे ही वह अदालत में प्रवेश करती हैं, उनके वकील उन्हें बताते हैं कि क्या कहना है। उन्होंने पहले से तयशुदा बयान दिए हैं।”
आगे की कार्रवाई क्या होगी?
अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या रान्या और तरुण के खिलाफ और भी कड़े सबूत सामने आएंगे? चूंकि यह मामला अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसमें और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।