वाशिंगटन:
डोनाल्ड ट्रंप सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे, एक ऐसा पल जो उनके चार साल पहले शर्मनाक विदाई के बाद उनके पुनरागमन का प्रतीक है।
ट्रंप के साथ, जे.डी. वांस 50वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे, जिनका 2022 में सीनेट के लिए चुना जाना उनकी राजनीतिक यात्रा का अभूतपूर्व पड़ाव रहा है।
ट्रंप और वांस ने वादा किया है कि वे अपने कार्यकाल की शुरुआत व्यापक कार्यसूची को लागू करने के साथ करेंगे, जिसमें आप्रवासन पर कड़े कदम शामिल हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में बड़े बदलाव
वाशिंगटन डीसी में कड़ाके की ठंड ने इस साल के शपथ ग्रहण को असाधारण बना दिया। ट्रंप ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह यूएस कैपिटल के अंदर शपथ लेंगे, जो 1985 में रोनाल्ड रीगन के दूसरे शपथ ग्रहण के बाद पहली बार होगा।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, “मौसम खतरनाक है। मैं नहीं चाहता कि कोई चोटिल हो। इसलिए, मैंने कैपिटल रोटुंडा में शपथ ग्रहण का निर्णय लिया है।”
राष्ट्रीय मॉल के बजाय, कैपिटल वन एरीना में लोग समारोह देख सकेंगे। ट्रंप ने शपथ के बाद एरीना में जाने की घोषणा भी की।
इतिहास में मौसम से जुड़े घटनाक्रमों ने शपथ ग्रहण को प्रभावित किया है। 1841 में राष्ट्रपति विलियम हेनरी हैरिसन ने बिना कोट और टोपी के दो घंटे का भाषण दिया, जिसके बाद वह निमोनिया के शिकार हो गए और एक महीने में उनकी मृत्यु हो गई।
आप्रवासन और अन्य मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई
ट्रंप ने अपने एजेंडे को लागू करने के लिए पहले दिन से ही कार्यकारी आदेश जारी करने का वादा किया है। इनमें यूएस-मैक्सिको सीमा पर सुरक्षा बढ़ाना, बाइडेन प्रशासन की नीतियों को पलटना और प्रमुख शहरों में प्रवासन कानून लागू करना शामिल है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप के सलाहकार स्टीफन मिलर ने रिपब्लिकन नेताओं को बताया कि इन कार्रवाइयों का उद्देश्य उनके अभियान के वादों को पूरा करना है।
टिकटॉक और 6 जनवरी के मामलों पर फैसला
ट्रंप ने टिकटॉक के प्रतिबंध को टालने का आदेश देने का ऐलान किया है, जिससे इसकी चीनी मूल कंपनी बाइटडांस को अमेरिकी मालिक के साथ 50-50 साझेदारी करने का मौका मिलेगा।
उन्होंने 6 जनवरी, 2021 को कैपिटल पर हमले में शामिल दोषियों को माफी देने का भी वादा किया है। ट्रंप ने कहा कि उनकी टीम ने पहले दिन जारी करने के लिए माफी प्रस्ताव तैयार किया है।
शुरुआती बयानबाजी पर नजर
चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने अपने विरोधियों से बदला लेने की बात कही थी। अब सभी की निगाहें इस पर हैं कि वह अपने दूसरे कार्यकाल के शुरुआती घंटों में इन धमकियों को कितनी गंभीरता से लेते हैं।
2017 के अपने पहले शपथ भाषण में उन्होंने “अमेरिकी नरसंहार” का जिक्र किया था, लेकिन बाद में उनके बयानों में विरोधाभास और सामंजस्य दोनों देखने को मिला।
बाइडेन का अंतिम कदम
82 वर्षीय जो बाइडेन सोमवार को ट्रंप के शपथ ग्रहण में शामिल होंगे और इसके बाद अपने गृहराज्य डेलावेयर लौट जाएंगे। विदाई भाषण में बाइडेन ने अपने प्रशासन की उपलब्धियों को अमेरिकी जनता के लिए महत्वपूर्ण बताया और नए प्रशासन को शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा, “हमने मिलकर जो कुछ हासिल किया, उस पर मुझे गर्व है। अब मैं अमेरिका की सफलता की कामना करता हूं।”