मोबाइल, लैपटॉप और ऑटोमोबाइल के लिए चिप निर्माण का केंद्र
भारत सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए HCL और फॉक्सकॉन के सेमीकंडक्टर जॉइंट वेंचर को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 14 मई को घोषणा की कि यह परियोजना उत्तर प्रदेश के जेवर में स्थापित की जाएगी। इस संयंत्र में 3,706 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
इस सेमीकंडक्टर संयंत्र में मुख्य रूप से डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का निर्माण किया जाएगा। ये चिप्स मोबाइल फोन, लैपटॉप, ऑटोमोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए आवश्यक होंगे। वैष्णव ने बताया कि संयंत्र में हर महीने 20,000 वेफर का प्रसंस्करण किया जाएगा, जिससे प्रति माह लगभग 3.6 करोड़ चिप्स का उत्पादन संभव हो सकेगा।
सेमीकंडक्टर उद्योग में भारत का निर्णायक कदम
भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इस नई इकाई के साथ, भारत की सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। सरकार ने कहा कि वर्तमान में पाँच अन्य सेमीकंडक्टर इकाइयाँ निर्माण के उन्नत चरण में हैं। इस छठी इकाई के साथ, भारत सेमीकंडक्टर उद्योग में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक और कदम बढ़ा चुका है।
डिस्प्ले पैनल का भी होगा निर्माण
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एक बार जब इस संयंत्र में डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का उत्पादन सफलतापूर्वक शुरू हो जाएगा, तो डिस्प्ले पैनल का निर्माण भी भारत में होने लगेगा। इससे फॉक्सकॉन की वैश्विक मांग को भी पूरा किया जा सकेगा।
उत्पादन शुरू होने की तिथि संयंत्र में उत्पादन प्रक्रिया 2027 तक शुरू होने की उम्मीद है। यह संयंत्र यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के निकट जेवर हवाई अड्डे के पास स्थित होगा।
HCL और Foxconn की प्रभावी साझेदारी
HCL का हार्डवेयर विकास और निर्माण में लंबा अनुभव है, जबकि फॉक्सकॉन इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में एक अग्रणी कंपनी है। ये दोनों कंपनियाँ मिलकर आधुनिक और उन्नत तकनीक से लैस संयंत्र का निर्माण करेंगी।
भारत में सेमीकंडक्टर की बढ़ती मांग
लैपटॉप, मोबाइल फोन, सर्वर, चिकित्सा उपकरण, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के तेजी से बढ़ते उत्पादन के कारण सेमीकंडक्टर की मांग में भी वृद्धि हुई है। सरकार का मानना है कि यह नया संयंत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को और मजबूती देगा।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और कदम
यह परियोजना भारत के सेमीकंडक्टर उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आधुनिक तकनीक और वैश्विक मानकों के साथ यह संयंत्र न केवल भारत की जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मांग को भी साधेगा।
निष्कर्ष
HCL-फॉक्सकॉन का यह सेमीकंडक्टर जॉइंट वेंचर भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। यूपी के जेवर में स्थापित यह संयंत्र न केवल तकनीकी क्षेत्र में क्रांति लाएगा बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण से भी लाभदायक साबित होगा।