बुधवार को संसद में विश्वास प्रताप पेश किया जाएगा जो की प्रधानमंत्री मिशेल बर्नर की कुर्सी को हिला सकता है।
संसदीय चुनाव के बाद फ्रांस की नेशनल असेंबली तीन भागों में विभाजित हो चुकी है। किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। राष्ट्रपति मैक्रो ने बर्नियर को सरकार बनाने के लिए कहा था लेकिन विपक्षी दल बर्नियर की सरकार गिराना चाहते हैं। दक्षिणपंथी नेताओं ने बर्नियर को उनकी मांगे ना मानने का आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव पारित किया है। वामपंथी नेता भी सरकार से खुश नहीं है उन्होंने बजट की आलोचना करते हुए इस कठोर बताया और सांसद और सरकार पर वार्ता ना करने का आरोप लगाया।
कैसे होगा अविश्वास प्रस्ताव पास
विपक्ष के पास इस समय 330 से अधिक वोट है
अविश्वास प्रस्ताव पास करने के लिए विपक्ष को 288 वोट चाहिए।जिससे अविश्वास प्रस्ताव पास होने की प्रबल संभावना है। हो सकता है कि कुछ सांसद अविश्वास प्रस्ताव में शामिल न हो ऐसे में परिणाम इधर-उधर भी हो सकते हैं।
To me the news is priced in: the French government will fall. Last year’s budget will automatically be applied while we spend a few weeks in total fog as to what next (new PM? What party? Or Macron resignation?)
— frenchdna (@frenchdna) December 4, 2024
Timeline for today’s no confidence vote (iPhone translation from a… pic.twitter.com/McGYtTx09m
सरकार गिरी तो क्या होंगे परिणाम
बिटवीन में फ्रांस में पहली बार साठ वर्षों में कोई अविश्वास प्रस्ताव पास होगा। अगर विश्वास प्रस्ताव पास हो जाता है तो कम से कम एक वर्ष तक दूसरे सरकार नहीं बन सकती ऐसे में अस्थाई रूप से सरकार चलेगी मौजूद मंचों में से ही किसी को काम का संभालना होगा। विपक्ष से किसी नए नाम की घोषणा अभी नहीं की गई है। वहीं सरकार ने विश्वास मत का समर्थन न करने के लिए कहा है उन्होंने कहा है कि फ्रांसीसी हमें देश के भविष्य से पहले व्यक्ति के हितों को आगे रखने के लिए माफ नहीं करेंगे। राजनीतिक गतिरोध के कारण बजट पारित न होने पर शांति की चेतावनी दी है विपक्ष का कहना है कि उनकी टिप्पणियां फैलाने वाली है। अविश्वास प्रस्ताव सफल हो जाने पर मेट्रो राष्ट्रपति बने रहेंगे लेकिन एक नया प्रधानमंत्री नियुक्त 1 साल बाद करेंगे। राष्ट्रपति मेट्रो ने गतिरोध को दूर करने के लिए और फ्रांस के घाटे के विषय में बात करने के लिए वर्नियर से सितंबर में वार्ता की थी। 40 बिलीयन यूरो की कटौती की है और फ्रांसीसी जनता पर 20 बिलियन यूरो की वृद्धि की है इन वृद्धियों के कारण सरकार के ऊपर संकट गहराया है। बर्नियर ने बिजली का वृद्धि करके भी उपभोक्ताओं को अपने विरोध में खड़ा कर लिया है अब जब कि विपक्ष के विरोध करने पर
बर्नियर बिजली कर वृद्धि को रद्द कर रहे हैं और कुछ क्षेत्रों में छूटें भी दे रहे हैं ।लेकिन विपक्ष का कहना है कि उनकी यह छूट फ्रांसीसी जनता के लिए पर्याप्त नहीं है। विपक्ष का आरोप है कि बढ़िया अपनी पार्टी की मांगों पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं