जब महसूस हो भीड़ में अकेलापन यानी आप बहुत सारे लोगों के साथ होते हुए भी खुद को अकेला समझे या आप एक ऐसे ग्रुप का हिस्सा है जहां आपकी बहुत सारे दोस्तों है लेकिन कोई भी ऐसा दोस्त नहीं जिससे आप अपने मन की बात शेयर कर सके तो इन परिस्थितियों में क्या किया जा सकता है जानते हैं
जब महसूस हो भीड़ में अकेलापन
जब आपके पास बहुत सारे दोस्त हो लेकिन कोई भी ऐसा दोस्त ना हो जिसके साथ आप कुछ पल मन के बिता पाए। या फिर इसे ऐसे समझिए आप किसी ग्रुप को किसी किटी पार्टी को किसी दरबार नाइट को यह सोचकर ज्वाइन करते हैं कि आपको वहां बहुत मजा आएगा लेकिन जब आप वहां जाते हैं तो आप दे खते हैं कि सब अपने ग्रुपों में अपने दोस्तों के साथ है। आप अपनी तरफ से सबसे बात करने की कोशिश करते हैं लेकिन कबाब में हड्डी तो आप भी नहीं बनना चाहते ऐसे में आपको लगता है कि क्यों ही मैं अपना टाइम और एनर्जी यहां आकर वेस्ट कर रहा हूं।
ऐसे में खुद को डाइवर्ट कर कर हम इन परिस्थितियों में भी खुद को खुश रख सकते हैं क्योंकि अगर हमने कहीं आना-जाना लोगों से बात करना ही छोड़ दिया तो नुकसान ऐसे में भी सिर्फ हमारा ही होना है क्योंकि हम सारी दुनिया से कट के रह जाएंगे और फिर हम और अकेले और कुएं के मेंढक ही बनकर रह जाएंगे।
क्या करें जब आपको महसूस हो भीड़ में अकेलापन
जिन्हें आप जानते हैं उनसे आप बात शुरू कर सकते हैं अगर आप किसी को भी नहीं जानते तो भी आप किसी से शुरुआती हाय हेलो तो कर ही सकते हैं। आपको शुरुआत करनी ही होगी बस एक मुस्कुराहट चेहरे पर रखिए और सब से मुस्कुरा कर मिलें।
खुद से प्यार करना सीखे
खुद को पैंपर करना खुद को प्यार करना बहुत जरूरी है जब आप खुद को प्यार करेंगे तभी तो दुनिया आपको प्यार करेगी तो बस जहां जाए आत्मविश्वास से जाएं। कोई आपके साथ हो या ना हो आप खुद तो अपने साथ है अपनी कंपनी को एंजॉय कीजिए अगर आप अकेले बैठकर खाना खा रहे हैं तो भी तसल्ली से खाएं। खुश होकर खाइए।
ऐसे लोगों का साथ ढूंढिए जिनसे आपके विचार मिलते हैं
कोशिश तो आपको खुद करनी पड़ेगी ऐसे लोगों का साथ होगी जिसे आपके विचार मिलते हैं आप लोगों के आम इंटरेस्ट हो ऐसे लोगों से दोस्ती कीजिए। कहीं जाने से पहले अपने कुछ दोस्तों के साथ जाने का प्रयास करें जिससे आपको अकेलापन ना महसूस हो।
वर्तमान में जीना शुरू करें
जहां पर हो वहां उसको महसूस करें एंजॉय करें। अपने होस्ट को अप्रिशिएट करें वैल्युएबल महसूस कराएं। शिकायत करने की जगह अपने लिए खुद मौके ढूंढे ।
बोलने से ज्यादा सुनना शुरू कीजिए
अगर आप कहीं किसी ग्रुप में खुद को अवॉयडेड महसूस कर रहे हैं तो शांति से उनकी बात सुनिए जब आप खुद को सुने जाने से ज्यादा खुश दूसरों को सुनकर होंगे तो दूसरे भी आपके दोस्त बनना चाहेंगे कि सभी बीमारी से जूझ रहे होते हैं अकेलेपन की और खुद को वैल्यू न दिए जाने की ऐसे में ऐसे में जब आप किसी से उसके मन की बात सुनते हैं तो आपका अकेलापन कहीं गायब हो जाता है। नहीं तो एक कुर्सी पर आराम से बैठिए उस पार्टी को एंजॉय कीजिए आते-जाते लोगों को देखिए जो आपको पसंद हो बस उसे देखकर एक हल्की से स्माइल कर दीजिए अगर उसने आपको देखकर स्माइल किया तो आप उससे बात शुरू कर सकते हैं और अगर किसी ने आपको अवॉयड कर दिया तो फिर उस दिशा में ज्यादा मत सोचिए और बस खुश रहिए।
अपना ध्यान खुद रखिए
अकेलेपन से परेशान होने की जगह संगीत और वातावरण को एंजॉय करिए। सभी को एप्रिशिएट कीजिए उनकी ज्वेलरी से लेकर कपड़ों तक को एंजॉय करिए।
 
				 
															