तेज़ी से लुढ़का एथेरियम, $2,368 के निचले स्तर पर पहुँचा
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम सोमवार को रातोंरात 18% गिरकर $2,368 के निचले स्तर पर पहुँच गई। यह गिरावट तब दर्ज की गई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नए व्यापार शुल्क की घोषणा की।
वर्तमान में, CoinGecko के अनुसार, एथेरियम $2,544 पर ट्रेड कर रहा है, जो पिछले दिन की तुलना में 17.8% की गिरावट को दर्शाता है।
$2.3 बिलियन का लिक्विडेशन, 738,000 ट्रेडर्स प्रभावित
बीते 24 घंटों में क्रिप्टो मार्केट में कुल $2.3 बिलियन की लिक्विडेशन हुई, जिसमें एथेरियम का योगदान सबसे अधिक रहा। CoinGlass के डेटा के अनुसार, अकेले एथेरियम में $611 मिलियन के लॉन्ग और शॉर्ट पोजीशन का लिक्विडेशन हुआ।
हालांकि, Bybit के सह-संस्थापक और CEO बेन झोउ का मानना है कि वास्तविक लिक्विडेशन $2 बिलियन से कहीं अधिक है, क्योंकि कई एक्सचेंज अपनी API लिमिटेशन के चलते सभी डेटा प्रदर्शित नहीं करते। झोउ के अनुसार, यह आंकड़ा $8-10 बिलियन तक हो सकता है।
बुलिश ट्रेडर्स को भारी नुकसान, $1.9 बिलियन लॉन्ग पोजीशन खत्म
CoinGlass डेटा के मुताबिक, लॉन्ग पोजीशन रखने वाले निवेशकों को सबसे अधिक नुकसान झेलना पड़ा। कुल लिक्विडेशन का 84% ($1.9 बिलियन) लॉन्ग पोजीशन से आया, जिसमें एथेरियम लॉन्ग पोजीशन का योगदान $473 मिलियन था।
Presto Research के विश्लेषक मिन जंग के अनुसार, इस बार की गिरावट ने ETH/BTC जोड़ी को नई न्यूनतम सीमाओं तक धकेल दिया है, जिससे यह साफ है कि एथेरियम इस ट्रेडिंग साइकिल में सबसे कम पसंद किए जाने वाले एसेट्स में से एक बना हुआ है।
एथेरियम फाउंडेशन के नेतृत्व को लेकर अनिश्चितता
विश्लेषकों का मानना है कि एथेरियम फाउंडेशन के नेतृत्व से जुड़े विवाद और संस्थागत निवेशकों को आकर्षित करने की उनकी रणनीति, जैसे कि Etherealize प्रोजेक्ट, निवेशकों के मन में संशय उत्पन्न कर रहे हैं। इससे एथेरियम के खराब प्रदर्शन को और अधिक बल मिला है।
2021 के बाद एथेरियम की सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट
यह मई 2021 के बाद एथेरियम की सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट है। उस समय, यह $4,308 से गिरकर मात्र सात दिनों में $2,200 तक लुढ़क गया था। वर्तमान में, एथेरियम अपने $4,878 के ऑल-टाइम हाई से 48% नीचे ट्रेड कर रहा है।
बाज़ार में घबराहट का माहौल, अस्थिरता चरम पर
एशियाई ट्रेडिंग घंटों के दौरान, Ethereum Volatility Index 34% से बढ़कर 184% तक पहुँच गया। Deribit के ETH DVOL इंडेक्स, जो 30-दिनों की अस्थिरता को मापता है, में भी 67% से 101% की वृद्धि देखी गई।
इस अचानक गिरावट के बाद, ट्रेडर्स ने जोखिम कम करने के लिए हेजिंग शुरू कर दी। इससे Put-Call Ratio 0.6 से बढ़कर 2.5 से अधिक हो गया।
QCP Capital के विश्लेषकों के अनुसार, इस गिरावट का कारण एकल एसेट इवेंट न होकर क्रॉस-एसेट पोर्टफोलियो रिबैलेंसिंग है, जो पूरे वित्तीय बाजार में अस्थिरता ला रहा है।
Whale Transaction ने बढ़ाया बिकवाली दबाव
गिरावट के दौरान, एक निष्क्रिय व्हेल अकाउंट ने $228.6 मिलियन की ETH को Bitfinex पर डिपॉज़िट किया। इस लेन-देन ने अतिरिक्त बिकवाली दबाव उत्पन्न किया और क्रैश को और तेज़ कर दिया।
क्रिप्टो बाज़ार में भय का माहौल, लेकिन अवसर भी
Fear and Greed Index के अनुसार, बाजार वर्तमान में ‘डर’ श्रेणी में है और इसका स्कोर 44 है। हालांकि, ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो ऐसे स्तरों पर निवेशकों को खरीदारी के अवसर मिलते हैं।
क्रिप्टो एक्सचेंज WOO X के सह-संस्थापक जैक टैन का मानना है कि “बाजार की घबराहट को देखते हुए निवेशक पहले बेचते हैं और बाद में प्रश्न पूछते हैं। यही पैटर्न अक्सर तब देखा जाता है जब मैक्रोइकॉनॉमिक नीतियों में अचानक बदलाव आता है।”
वैश्विक आर्थिक प्रभाव और ट्रेड पॉलिसी की भूमिका
यह क्रैश ऐसे समय में आया है जब वैश्विक बाजार ट्रंप प्रशासन की नई व्यापार नीतियों को लेकर चिंतित है। नए टैरिफ के तहत,
- कनाडा और मैक्सिको पर 25%
- चीन पर 10%
का आयात शुल्क लगाया गया है, जिससे वैश्विक मुद्रास्फीति बढ़ने और केंद्रीय बैंकों के लिए ब्याज दरों में कटौती को कठिन बनाने की आशंका पैदा हो गई है।
हालांकि, Bitwise के अल्फा रणनीति प्रमुख जेफ पार्क का कहना है कि टैरिफ अक्सर एक अस्थायी कूटनीतिक हथियार होते हैं। ट्रंप प्रशासन संभवतः Plaza Accord 2.0 जैसी बहुपक्षीय संधि पर सहमति बनाने का प्रयास कर रहा है, जिससे अमेरिकी डॉलर को कमज़ोर कर वैश्विक व्यापार असंतुलन को संतुलित किया जा सके।
इसका अर्थ यह भी है कि विभिन्न फिएट मुद्राओं पर नीतिगत हस्तक्षेप संभव है, जिससे वैश्विक व्यापार संरचना में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं।