बुधवार को उधमपुर जिले के बसंतगढ़ क्षेत्र के कुरु में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जो अमरनाथ यात्रा से ठीक एक सप्ताह पहले हुई। भारतीय सेना और जम्मू और कश्मीर पुलिस द्वारा संयुक्त ऑपरेशन के तहत आतंकवादियों से निपटने के प्रयास किए जा रहे हैं।
ऑपरेशन बिहाली: सुरक्षा बलों की कार्रवाई
इस मुठभेड़ को ऑपरेशन बिहाली का नाम दिया गया है। व्हाइट नाइट कोर के अनुसार, सुरक्षा बलों ने विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर इस ऑपरेशन को शुरू किया। मुठभेड़ अभी जारी है और सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के साथ संपर्क स्थापित कर लिया है।
“ऑपरेशन बिहाली: विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर, भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने बसंतगढ़ के बिहाली क्षेत्र में संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। आतंकवादियों के साथ संपर्क स्थापित किया गया है और ऑपरेशन जारी है।” – व्हाइट नाइट कोर (X के माध्यम से)
Op BIHALI
Based on specific intelligence, a joint operation was launched by #IndianArmy and @JmuKmrPolice in the Bihali area of #Basantgarh.Contact has been established with #terrorists. The #operation is currently in progress.@adgpi@NorthernComd_IA pic.twitter.com/bEbi8O0bu1
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) June 26, 2025
अमरनाथ यात्रा को खतरा
यह मुठभेड़ अमरनाथ यात्रा की शुरुआत से ठीक पहले हुई है, जो 3 जुलाई से शुरू होनी है। यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के अमरनाथ गुफा के दर्शन करने की उम्मीद है। इस मुठभेड़ ने यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर चिंताएँ पैदा कर दी हैं।
संदर्भ: ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवादियों के खतरे
यह मुठभेड़ पिछले कुछ महीनों में हुए आतंकी हमलों और जवाबी आतंकवाद ऑपरेशनों के बीच हुई है। यह मुठभेड़ ऑपरेशन सिंदूर के एक महीने से अधिक समय बाद हुई है, जिसे भारतीय सेना ने 7 मई को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाते हुए चलाया था।
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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नौ आतंकवादी केंद्रों पर हमला किया गया था, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए थे।
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अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद सुरक्षा बलों को और सतर्क किया गया था।
यात्रा से पहले सुरक्षा बलों की सतर्कता
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सुरक्षा बल पहलगाम हमले के बाद से लगातार सतर्क हैं।
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ऑपरेशन बिहाली को अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाया जा रहा है।
निष्कर्ष
उधमपुर में जारी मुठभेड़ जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों के खतरे की निरंतरता को दर्शाती है। अमरनाथ यात्रा के शुरू होने से पहले इस तरह की घटनाएं सुरक्षा की स्थिति को चुनौती देती हैं। सरकार की प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपाय इन आतंकवादी खतरों से निपटने में महत्वपूर्ण साबित होंगे।