डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर कल शेयर किया लगता है,” हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है” आइए जानते हैं क्यों किया डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसा और इसके अलावा और भी बहुत कुछ
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्सपायर किया पोस्ट
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टुथ पर कल एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा ऐसा लगता है हमने भारत और रूस को सबसे गहरे सबसे अंधकारमय चीन के हाथों खो दिया है ईश्वर करे कि उनका भविष्य लंबा और समृद्ध हो।
क्यों कहा डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसा?
डोनाल्ड ट्रम्प ने ऐसा भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद के कारण रिश्तों में आए हताश के कारण कहा है। अमेरिका ने भारत पर 50% टैरिफ की घोषणा कर दी है इस घोषणा की बात भारत और रूस चीन के SCO शिखर सम्मेलन में एक दूसरे से मिले जहां उनके लगातार दोस्ताना व्यवहार के समय-समय पर फोटो और वीडियो मीडिया पर अपलोड किए गए जिसे देखकर डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसा रिएक्शन दिया है।
डोनाल्ड ट्रम्प से जब पूछा गया उन्होंने ऐसा क्यों लिखा तो क्या था उनका जवाब
दो नॉट फ्रॉम से जब उनके भारत अमेरिका के संबंधों के विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा वह हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोस्त हैं और रहेंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और अमेरिका के संबंधों को बहुत खास बताया। डोनाल्ड ट्रंप ने साथ ही साथ यह भी कहा कि दोनों देशों में चिंता की कोई बात नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप साथी साथ प्रधानमंत्री मोदी के साथ कुछ नीतियों को लेकर असहमति भी जताते चले गए।
प्रधानमंत्री मोदी के लिए क्या कहा डोनाल्ड ट्रंप ने?
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा मैं हमेशा पीएम दोस्त मोदी का दोस्त रहूंगा वह एक महान प्रधानमंत्री है लेकिन मुझे इस समय उनकी कुछ नीतियां पसंद नहीं है हालांकि भारत और अमेरिका का रिश्ता खास है इसमें चिंता की कोई बात नहीं है कभी-कभी ऐसे पल आते हैं। दो नॉट कंपनी कहा मैं भारत के साथ रिश्ते फिर से सुधारने के लिए हमेशा तैयार हूं। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा भारत समेत कई देशों के साथ व्यापारिक बातचीत अच्छे से चल रही है और नतीजे सकारात्मक आ रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के मंत्री का कहना माफी मांगते हुए बातचीत की टेबल पर आकर भारत करेगा समझौता
डोनाल्ड ट्रंप के एक मंत्री ने कहा है कि भारत को अमेरिका या रूस और चीन के साथ गठबंधन के बीच में से कुछ चुनना होगा। अमेरिका के वाणिज्य मंत्री ने कहा भारत को माफी मांगनी पड़ेगी। भारत के कारोबारी को एहसास हो गया है कि अमेरिकी बाजार के बिना उनका कुछ नहीं हो सकता उन्होंने कहा भारत माफी मांगेगा और राष्ट्रपति ट्रंप के साथ समझौता करेगा।
ट्रंप के समर्थक कर रहे हैं आग में घी डालने का काम
डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक अमेरिका के दक्षिण पंथी खेमे में भारत विरोधी आंदोलन तेजी से बढ़ रहा है। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद कई प्रमुख अमेरिकी संस्थाएं जिनमें से मेक अमेरिका ग्रेट अगेन प्रमुख है और कई इनफ्लुएंसर और कंजरवेटिव सोशल मीडिया पर भारत के विरोध में बोलते नजर आ रहे हैं। ऐसे लोग भारत से जुड़े व्यापार वीजा। छात्र और आईटी कॉल सेंटर को अपना निशाना बना रहे हैं। इसी सिलसिले में फॉक्स न्यूज़ की होस्ट लौरा ने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर लिखा भारत के साथ किसी भी व्यापार समझौते का मतलब होगा उन्हें और वीजा देना। मैं ऐसा नहीं चाहती मोदी को देखना चाहिए कि इसके बदले उन्हें शी जिनपिंग से क्या शर्ते मिल सकती हैं।
एक कंजरवेटिव संगठन के संस्थापक ने भारतीय पेशेवरों पर अमेरिकी नौकरियाँ छीनने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा अमेरिका को भारत से आने वाले लोगों को और वीजा देने की आवश्यकता नहीं है। देखा जाए तो अमेरिका आने वाले शायद ही किसी देश के लोगों ने अमेरिकियों को रिप्लेस किया होगा जितना कि भारतीयों ने किया है हम फुल हो चुके हैं। आइए अपने देश के लोगों को प्राथमिकता दें।
डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोग हताश
डोनाल्ड ट्रंप को 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में काफी अधिक मात्रा में भारतीयों ने वोट दिया था ऐसे में वे लोग हताश है और उन्होंने अफसोस जताया है कि जीत के कुछ ही महीनों बाद दक्षिणपंथी खेमे से खुलेआम भारत विरोधी और नस्ल भेदी बयान बाजी सामने आ रही है।