Monday, March 31, 2025
Homeराष्ट्रीय समाचारदिल्ली में 40 डिग्री की झुलसा देने वाली गर्मी: उत्तर भारत में...

दिल्ली में 40 डिग्री की झुलसा देने वाली गर्मी: उत्तर भारत में लू के बढ़ते खतरे की चेतावनी

दिल्ली का सबसे गर्म दिन: पारा 40 डिग्री के पार

दिल्ली 26 मार्च को झुलसा देने वाली गर्मी से बेहाल रही, जब तापमान बढ़कर 40.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, यह इस साल का सबसे गर्म दिन रहा। रिज वेदर ऑब्जर्वेटरी में अधिकतम तापमान 40 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.3 डिग्री अधिक था। यह तापमान 25 मार्च को दर्ज किए गए 37.1 डिग्री सेल्सियस के रिकॉर्ड को भी पार कर गया।

बढ़ता तापमान: मार्च में गर्मी के बढ़ते रुझान

पिछले वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में मार्च के महीने में गर्मी लगातार बढ़ रही है। मार्च 2024 में राजधानी का सबसे अधिक तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस (29 मार्च) दर्ज किया गया था, जबकि मार्च 2023 में अधिकतम तापमान 34.3 डिग्री (15 मार्च) रहा था। इससे पहले, मार्च 2022 में 39.1 डिग्री सेल्सियस (29 मार्च) तक पारा पहुंचा था।

भीषण गर्मी के साथ ही, नमी का स्तर 19% से 52% के बीच बना रहा, जिससे असहजता और बढ़ गई। वहीं, न्यूनतम तापमान 17.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो गर्मी से राहत के लिहाज से पर्याप्त नहीं था।

IMD ने उत्तर भारत में लू को लेकर चेतावनी जारी की

IMD ने चेतावनी दी है कि इस साल उत्तर-पश्चिम भारत में लू के दिनों की संख्या सामान्य से काफी अधिक रहने की संभावना है। आमतौर पर, इस क्षेत्र में एक सीजन में 5-6 दिन लू चलती है, लेकिन इस बार यह संख्या बढ़कर 10 से 12 दिन तक हो सकती है।

IMD की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने बताया, “हम पश्चिम और मध्य भारत में सामान्य से अधिक लू चलने की संभावना देख रहे हैं। उत्तर-पश्चिम भारत में आमतौर पर 5 से 6 दिन लू रहती है, लेकिन इस साल यह संख्या 10 से 12 तक पहुंच सकती है।” हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि यह एक मौसमी पूर्वानुमान है और हर दिन सामान्य से अधिक गर्मी नहीं होगी।

क्या 2025 पिछले साल की रिकॉर्ड गर्मी को पार करेगा?

हालांकि IMD ने यह नहीं कहा है कि 2025, 2024 से अधिक गर्म होगा या नहीं, लेकिन चिंता बनी हुई है। पिछले साल भारत ने 554 हीटवेव दिनों का रिकॉर्ड दर्ज किया था, जिससे यह देश के मौसम इतिहास में अब तक का सबसे गर्म वर्ष बन गया था।

बढ़ती गर्मी और असामान्य मौसम पैटर्न से निपटने के लिए सतर्कता जरूरी हो गई है। अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि वे हाइड्रेटेड रहें, दोपहर के समय बाहर निकलने से बचें और गर्मी से बचाव के लिए जरूरी एहतियात बरतें। चूंकि गर्मी का मौसम अभी शुरू ही हुआ है, उत्तर भारत को आने वाले महीनों में भीषण गर्मी से जूझने के लिए तैयार रहना होगा।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments