डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगा दिया है क्या कहना है अमेरिका के व्यापार सलाहकार और भारत के पूर्व गवर्नर का इस विषय में, आईए जानते हैं भारत इस टैरिफ से कैसे प्रभावित हुआ है और कैसे निपटेगा भारत डोनाल्ड ट्रंप के 50% टैरिफ से
डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 50% टैरिफ से कौन-कौन उद्योगों को हुआ है सबसे अधिक नुकसान ?
डोनाल्ड ट्रंप के 50% टैरिफ से भारत के रत्न उद्योग को 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।। मरीन इंडस्ट्री को 2.6 अरब का नुकसान हुआ है। भारत से अमेरिका सीफूड सबसे अधिक एक्सपोर्ट होता है। भारत के टेक्सटाइल और वस्त्र उद्योग को दो अरब डॉलर से अधिक का डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए 50% टैरिफ से नुकसान होने वाला है। कार और ट्रक पार्ट्स पर भारत को 6.6 अरब डॉलर का नुकसान होने वाला है। डोनाल्ड ट्रंप पहले ही छोटे ट्रक पार्ट्स और कारों पर 25% टैरिफ की घोषणा कर चुके थे।
रूस से तेल खरीदने पर भारत को कितना फायदा हो रहा है ?
भारत रूस से 2022 से तेल का आयात बढ़ा चुका है। भारत काफी लंबे समय से रूस से तेल के अतिरिक्त सुरक्षा उपकरण और भू राजनीतिक मदद ले रहा है। भारत को रूस से तेल खरीदने पर 7% तक की छूट मिल रही है।
अमेरिका के भारत पर 50% टैरिफ से किन देशों को होगा फायदा ?
अमेरिका ने भारत पर 50% अधिक टैरिफ लगा दिया है जिससे भारत के पड़ोसी देशों के अतिरिक्त चीन, वियतनाम, मेक्सिको, तुर्की, पाकिस्तान, नेपाल, वाटेमाला और केन्या को फायदा हो सकता है।
भारत पर क्या असर पड़ेगा डोनाल्ड ट्रंप के 50% टैरिफ का?
अगर अमेरिका इस टैरिफ को हटा भी देगा तो बाजार में दोबारा से अपने लिए जगह बनाना भारत के लिए बहुत मुश्किल होगा। अमेरिका के इस फैसले से भारत के सामने कई चुनौतियां खड़ी हो गई है। भारत को अपनी अर्थव्यवस्था को बचाना होगा और यह एक मुश्किल समय है। भारत को अपनी विदेश नीति और व्यापार नीति पर एक बार फिर से विचार करने की आवश्यकता है हमें देखने की आवश्यकता है कि हम अपनी अर्थव्यवस्था को कैसे मजबूत रख सकते हैं।
अब हमें अपनी रणनीति बदलने की आवश्यकता है हमें रूस और चीन के साथ अपने संबंधों को भी मजबूत करना पड़ेगा ताकि हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके। हम अमेरिकी दबाव का सामना कर सके अब भारत को आत्मनिर्भर बनने पर ध्यान देना होगा ताकि हम किसी दूसरे देश पर निर्भर ना हो सके हमें हमारी विदेश नीति को भी इस तरीके से बनाना होगा कि हम अपने रिश्तों की रक्षा स्वयं कर सकें।
क्या कहना है भारत के पूर्व गवर्नर का इस टैरिफ के विषय में ?
भारत के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने इस टैरिफ को बहुत चिंताजनक बताया है उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर भारत ने किसी एक व्यापारिक साझेदार पर अपनी निर्भरता कम नहीं की तो यह मुश्किलें बढ़ती रहेगीं। हमें पूर्व की और यूरोप की ओर अफ्रीका की ओर देखने की आवश्यकता है और हमें ऐसे सुधारों को लागू करना चाहिए जिससे हम अपने युवाओं को रोजगार दे सके और हम अपनी 8 से 8 से 8.5% की विकास दर हासिल करने में मदद प्राप्त कर सके।
भारत ने घोषणा की अपनी पहली जवाबी कार्यवाही की?
भारत अमेरिका के 50% टैरिफ का जवाब देने के लिए यूके, जापान, दक्षिणी कोरिया, जर्मनी, फ्रांस, इटली, स्पेन, नीदरलैंड, पोलैंड, कनाडा, मेक्सिको, रूस, बेल्जियम, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में टेक्सटाइल निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष आउटरीच कार्यक्रम शुरू करेगा।