नई दिल्ली | वैश्विक व्यापार में फिर एक बड़ा झटका
चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सभी चीनी आयात पर लगाए गए अभूतपूर्व 104% टैरिफ पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीन के पास इतनी आर्थिक नीति और रणनीतिक साधन मौजूद हैं, जिससे वह किसी भी बाहरी आर्थिक आघात का “पूरी तरह से मुकाबला” कर सकता है।
ली कियांग ने 2025 में चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण दोहराया और भरोसा जताया कि विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था सतत और संतुलित गति से आगे बढ़ती रहेगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीखा विरोध
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ एक टेलीफोन वार्ता के दौरान ली ने बताया कि चीन की मैक्रोइकोनॉमिक नीतियाँ पहले से ही विविध अनिश्चितताओं को ध्यान में रखकर तैयार की गई हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि चीन को अपनी अर्थव्यवस्था की स्थिरता और स्वास्थ्य पर पूर्ण विश्वास है।
यह वार्ता उस समय हुई जब ट्रंप प्रशासन ने आधी रात के बाद से प्रभावी होने वाले टैरिफ की घोषणा कर दी। जहां यूरोपीय संघ को 20% अतिरिक्त शुल्क का सामना करना है, वहीं चीन पर 104% का चौंकाने वाला अधिभार लगा दिया गया है। एक अमेरिकी अधिकारी ने ब्लूमबर्ग को बताया कि यह योजना अब वास्तव में लागू की जा रही है।
ली कियांग ने इस कदम को एकतरफा सोच, संरक्षणवाद और आर्थिक ज़बरदस्ती का प्रतीक करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीन की प्रतिक्रिया केवल अपने हितों की रक्षा नहीं है, बल्कि यह वैश्विक व्यापार नियमों के संरक्षण के लिए भी है।
“संरक्षणवाद से कहीं कोई रास्ता नहीं जाता — खुलापन और सहयोग ही वह मार्ग है जो सभी के लिए सही है,” उन्होंने वॉन डेर लेयेन से कहा।
हॉलीवुड पर प्रतिबंध? चीन की संभावित जवाबी रणनीति
चीन सरकार ने अमेरिका की “प्रतिशोधात्मक” नीतियों के खिलाफ पलटवार की तैयारी कर ली है। मंगलवार को दो प्रमुख चीनी ब्लॉगर्स ने एक जैसे संभावित उपायों की सूची साझा की — जिनमें अमेरिकी कृषि उत्पादों पर शुल्क और हॉलीवुड फिल्मों पर प्रतिबंध जैसे कठोर कदम शामिल हैं।
इसी बीच वाशिंगटन में ट्रंप ने दावा किया कि “चीन समझौता करना चाहता है, और वह भी बुरी तरह से,” और यह भी कहा कि वह बीजिंग की कॉल का इंतजार कर रहे हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलाइन लेविट ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “अगर चीन की नेतृत्व टीम आगे आती है तो राष्ट्रपति उदारता दिखाएंगे।”
अमेरिकी शेयर बाजार में फिर भूचाल
टैरिफ युद्ध की अनिश्चितता से अमेरिकी शेयर बाजार एक बार फिर बुरी तरह हिल गया। मंगलवार को व्यापार की शुरुआत में भारी बढ़त के बाद बाजार में जबरदस्त गिरावट देखी गई। निवेशकों में स्पष्टता की कमी और ट्रंप के ट्रेड वॉर की आक्रामक नीति ने एक बार फिर बाजार को चौंका दिया।
S&P 500, जो अमेरिका के कई निवेशकों के रिटायरमेंट अकाउंट का आधार है, मंगलवार को 4.1% की शुरुआती बढ़त के बाद 3% तक गिर गया और अंततः 1.6% की गिरावट पर बंद हुआ। यह फरवरी में बने अपने उच्चतम स्तर से अब लगभग 19% नीचे चल रहा है।
Dow Jones Industrial Average में 320 अंकों की गिरावट दर्ज की गई — दिन की शुरुआत में 1,460 अंकों की जोरदार बढ़त के बाद यह उलटफेर हुआ। वहीं, Nasdaq में 2.1% की गिरावट रही।
निष्कर्ष
चीन और अमेरिका के बीच यह टैरिफ युद्ध अब सिर्फ आर्थिक आँकड़ों की लड़ाई नहीं रह गई है, बल्कि यह वैश्विक सत्ता संतुलन, आर्थिक नीति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की मूलभूत परिभाषाओं को चुनौती देने की दिशा में बढ़ रहा है। ली कियांग की चेतावनी और ट्रंप की हठधर्मिता इस टकराव को और गहरा कर सकती है — जिससे ना सिर्फ इन दोनों देशों, बल्कि पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था पर दूरगामी प्रभाव पड़ सकता है।