फिल्म ‘छावा‘ को लेकर विवाद तेज होता जा रहा है। यह फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है और इसमें उनके संघर्ष, वीरता और बलिदान को दिखाया गया है। हालांकि, फिल्म में कुछ पात्रों के चित्रण को लेकर छत्रपति संभाजी महाराज के परिवार और शिर्के वंशजों ने आपत्ति जताई है। उन्होंने दावा किया है कि फिल्म में उनके पूर्वजों को गलत तरीके से पेश किया गया है और अगर इसमें बदलाव नहीं किया गया तो वे 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे। आइए इस पूरे विवाद को विस्तार से समझते हैं।
फिल्म ‘छावा’ पर विवाद की शुरुआत
फिल्म ‘छावा’ को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब इसमें गणोजी शिर्के और कान्होजी शिर्के नामक पात्रों को गद्दार के रूप में दिखाया गया। फिल्म के अनुसार, इन्हीं लोगों ने मुग़ल शासक औरंगजेब के साथ मिलकर छत्रपति संभाजी महाराज को धोखा दिया और उनकी गिरफ्तारी में मदद की।
इस चित्रण से शिर्के परिवार के वंशजों को गहरी आपत्ति है। उनके अनुसार, इतिहास में इस बात के स्पष्ट प्रमाण नहीं हैं कि गणोजी और कान्होजी शिर्के ने मुगलों के साथ मिलकर विश्वासघात किया था। उन्होंने दावा किया कि फिल्म के जरिए उनके पूर्वजों की छवि को गलत तरीके से पेश किया गया है, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।
शिर्के परिवार की नाराजगी और कानूनी कार्रवाई की धमकी
शिर्के परिवार के वंशज लक्ष्मीकांत राजे शिर्के और भूषण शिर्के ने सार्वजनिक रूप से विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि:
- फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।
- गणोजी और कान्होजी शिर्के को गद्दार के रूप में दिखाना गलत है।
- इससे उनके परिवार की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है।
परिवार ने फिल्म के निर्माता लक्ष्मण उतेकर को कानूनी नोटिस भेजा है और चेतावनी दी है कि अगर फिल्म में इन दृश्यों को नहीं बदला गया तो वे 100 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
फिल्म के निर्देशक लक्ष्मण उतेकर की प्रतिक्रिया
विवाद बढ़ने के बाद ‘छावा’ के निर्देशक लक्ष्मण उतेकर ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
- उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।
- फिल्म ऐतिहासिक तथ्यों और उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है।
- अगर किसी को फिल्म से कष्ट पहुंचा है तो वे माफी मांगते हैं।
- फिल्म में गणोजी और कान्होजी शिर्के का नाम लिया गया है, लेकिन उनके गांव या परिवार का नाम नहीं दिया गया है।
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि वे इस विवाद को हल करने के लिए परिवार के साथ बातचीत करने को तैयार हैं।
इतिहासकारों की राय
इस विवाद के बीच इतिहासकारों की भी राय बंटी हुई है। कुछ इतिहासकारों के अनुसार, संभाजी महाराज के साथ विश्वासघात हुआ था और इसमें कुछ मराठा सरदारों का भी हाथ था। लेकिन यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि गणोजी और कान्होजी शिर्के इसमें शामिल थे या नहीं।
कुछ इतिहासकारों का कहना है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों की सटीकता पर ध्यान देना बेहद जरूरी है, ताकि किसी समुदाय या परिवार की भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
फिल्म ‘छावा’ की बॉक्स ऑफिस पर सफलता
विवादों के बावजूद, ‘छावा’ ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई की है। यह फिल्म छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता को बड़े पर्दे पर लाने का प्रयास करती है।
- 14 फरवरी को रिलीज़ हुई इस फिल्म ने अब तक 440 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर ली है।
- विक्की कौशल द्वारा निभाया गया छत्रपति संभाजी महाराज का किरदार दर्शकों को बहुत पसंद आ रहा है।
- दर्शकों ने फिल्म के एक्शन, संगीत और ऐतिहासिक प्रस्तुति की सराहना की है।
हालांकि, विवाद के चलते फिल्म के कुछ दृश्यों को बदलने की संभावना भी जताई जा रही है।
क्या आपने ‘छावा’ देखी? अगर हां, तो आपको यह फिल्म कैसी लगी? कमेंट में बताएं!