मोहम्मद शमी हो सकते हैं बाहर, चोट बनी चिंता का कारण
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के ग्रुप ए मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया को एक अहम चयन समस्या का सामना करना पड़ सकता है। न्यूजीलैंड की टीम में पांच बाएं हाथ के बल्लेबाजों की मौजूदगी और पाकिस्तान के खिलाफ मैच में मोहम्मद शमी की पिंडली की हल्की चोट के कारण टीम प्रबंधन उन्हें आराम देने पर विचार कर सकता है। उनकी जगह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को शामिल किया जा सकता है।
अगर शुक्रवार के अभ्यास सत्र को संकेत माना जाए, तो हाल ही में चोट से उबरकर टीम में लौटे शमी को आराम दिया जा सकता है, और उनकी जगह पंजाब के युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को मौका मिल सकता है।
अर्शदीप सिंह को मिल सकता है मौका
प्रैक्टिस सेशन के दौरान, अर्शदीप ने गेंदबाजी कोच मॉर्ने मोर्कल की निगरानी में पूरे रन-अप के साथ 13 ओवर की गेंदबाजी की। वहीं, शमी ने केवल 6-7 ओवर फेंके और वह भी धीमी गति से।
पाकिस्तान के खिलाफ 23 फरवरी को हुए मैच में शमी ने तीसरे ओवर के बाद ही अपने दाहिने पैर का इलाज करवाया था। सेमीफाइनल से पहले उन्हें पर्याप्त आराम देने के लिए टीम प्रबंधन उन्हें बाहर बैठाने का मन बना सकता है।
टीम संयोजन को लेकर दुविधा
मीडिया से बातचीत में केएल राहुल ने यह स्पष्ट नहीं किया कि भारत अपने विजयी संयोजन में बदलाव करेगा या नहीं। हालांकि, शाम को सहायक कोच रयान टेन डोशेट ने संकेत दिए कि गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव संभव है।
रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर बड़ा अपडेट
टेन डोशेट ने कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस को लेकर भी बड़ा अपडेट दिया और कहा कि वह अपनी चोट को अच्छी तरह संभाल रहे हैं।
“वह बिल्कुल ठीक हैं। जैसा कि आप देख सकते हैं, वह बल्लेबाजी कर रहे हैं और उन्होंने थोड़ी फील्डिंग भी की। यह चोट उन्हें पहले भी लगी थी, और वह इसे अच्छे से मैनेज करना जानते हैं,” उन्होंने दुबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा।
ऋषभ पंत बनाम केएल राहुल: विकेटकीपिंग पर आशंका
चर्चा टीम इंडिया की विकेटकीपिंग को लेकर भी हुई, जहां ऋषभ पंत को लगातार बाहर बैठाया जा रहा है और उनकी जगह केएल राहुल को मौका मिल रहा है। इस पर टेन डोशेट ने कहा कि शीर्ष स्तर की क्रिकेट में टीम चयन हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है।
“ऋषभ के लिए बाहर बैठना बहुत मुश्किल रहा है, लेकिन यही खेल की सच्चाई है। केएल ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है। जब आप नंबर छह या सात पर बल्लेबाजी करते हैं, तो खुद को साबित करने के मौके कम मिलते हैं,” उन्होंने कहा।
राहुल के अहम मौकों पर योगदान
भले ही केएल राहुल को ज्यादा मौके न मिले हों, लेकिन जब भी उन्हें जिम्मेदारी दी गई, उन्होंने खुद को साबित किया। भारत के खिलाफ तीसरे वनडे में और बांग्लादेश के खिलाफ उनकी महत्वपूर्ण पारी टीम के लिए गेम-चेंजर साबित हुई।
अब जब सेमीफाइनल करीब है, न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले इस मुकाबले में टीम प्रबंधन किसे प्राथमिकता देगा—अनुभव या युवा जोश? यह देखना दिलचस्प होगा कि रविवार को होने वाले इस हाई-वोल्टेज मुकाबले में कौन प्लेइंग इलेवन में जगह बनाता है।