Thursday, January 23, 2025
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नॉर्जेस बैंक के इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट के सीईओ निकोलाइ टैगेन का कहना- बहुत कम रिटर्न का दौरा आ गया है बाजार पहले से ज्यादा जोखिम भरा

कौन है निकोलाइ टैगैन

निकोला दुनिया के सबसे बड़े सॉफ्टवेयर वेल्थ फंड नॉर्जेस बैंक के इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट के सीईओ है जो की 1.7 ट्रिलियन डॉलर के निवेश को मैनेज करते हैं। भारत के एचडीएफसी बैंक रिलायंस, आईसीआईसीआई बैंक, एयरटेल, इंफोसिस, टीसीएस, जोमैटो नायक और डी मार्ट जैसी कंपनियों में इनका 30 ट्रिलियन डॉलर से अधिक का निवेश है। टेगैन दुनिया के सबसे बड़े एकल निवेशक के सीईओ है।वो एक लोकप्रिय कंपनी की पॉडकास्ट भी होस्ट करते हैं। यह पॉडकास्ट वैश्विक उद्योग के नेताओं, उद्यमियों के साथ होता है इन्होने कला, इतिहास, मनोविज्ञान अर्थशास्त्र में डिग्री ली है। यह पूर्व सेफ है। रूसी अनुवादक हैं । उन्होंने एक साक्षात्कार में अरिजीत वर्मन से कहा कि दुनिया अभूतपूर्व अस्थिरता की तरफ बढ़ रही है

क्या कहना है निकोलाइ का डोनाल्ड ट्रंप के बारे में

निकोलाई ने कहा कि हमारा यह इंटरव्यू जनवरी 2025 में हुआ है पिछले साल इस समय हम सब एआई के बारे में बात कर रहे थे और इस साल हम सब डोनाल्ड ट्रंप के बारे में बात कर रहे हैं। अमेरिका में जो कुछ भी हो रहा है उसका न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरे विश्व पर असर पड़ रहा है। इस तरह की सामाजिक राजनीतिक परिस्थितियों के बारे में अभी सभी अनिश्चित है। हम सभी अनिश्चितता की स्थिति में है लेकिन अमेरिकी सीईओ अपने स्वयं के व्यवसाय के बारे में काफी सकारात्मक है। अब सवाल यह है कि जब अमेरिका में सब कुछ बहुत अच्छा होने वाला है तो समाज पर इसका क्या प्रभाव पड़ने वाला है और उसके प्रभाव का दीर्घकालिक और मुद्रास्फीति पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है

निकोलाइ का कहना है हमारी आंतरिक जड़े हैं जीवाश्म ईंधन

अगर हम सोचे हमारे पास फंड कहां से हुए तो यह 1959 में नार्वे द्वारा तेल के विशाल भंडार की खोज से शुरू हुआ। नॉर्वे की संसद ने प्राकृतिक संसाधनों को वित्तीय संपदा में बदलने का निर्णय लिया । अभी हमने जीवाश्म ईंधन के सेक्टर में इसी के इर्द-गिर्द पूरा अभियान देखा है लेकिन अब डोनाल्ड ट्रंप फिर सुर्खियों में हैं और उनके आदर्श वाक्य है ड्रिल बेबी ड्रिल तो क्या यह आपके कानों के लिए संगीत है। आखिर हम सबकी आंतरिक जड़ें जीवाश्म ईंधन में है।

निकोलाइ के अनुसार हमारा फंड महाद्वीपीय शेल्फ से प्राप्त राजस्व पर आधारित है

निकोलाइ ने कहा कि हमारा फंड महादेवी शेल्फ से प्राप्त राजस्व पर आधारित है। यह सरकार द्वारा प्रत्यक्ष स्वामित्व हिस्सेदारी करों और कंपनियों से प्राप्त लाभांश का संयोजन है लेकिन इसे जिम्मेदार तरीकों से निवेश करना सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि हम चक्र के आधार पर निवेश नहीं करते बल्कि बहुत लंबी, बहुत बड़ी अवधि के लिए निवेश करते हैं। निकोलाई ने कहा कि मेरे पास हमारे देश की ऊर्जा, राजनीति के विषय में कोई विचार नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि हमारा देश विशेष रूप से यूरोप ऊर्जा संरक्षण के लिए गैस संरक्षण के रूप में एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। यह आगे चलकर ऊर्जा संरक्षण व सुरक्षा के क्षेत्र में बहुत उन्नति करेगा।

क्या कहना है निकोलाइ का तेल की कीमतों और फंड के विषय में

निकोलाइ ने कहा की क्या आपको लगता है डोनाल्ड ट्रंप के ओवल ऑफिस में आने से तेल की कीमतें बढ़ेंगी। हम बिग तेल द्वारा जीवाश्म ईंधन में बड़े पैमाने पर निवेश देखने के लिए तैयार हैं और क्या आपको लगता है कि इन सब का फंड पर सकारात्मक असर पड़ने वाला है। अगर आपको लगता है और गणित के भी अनुसार अगर तेल की कीमत अधिक होगी तो फंड में अधिक पैसा आएगा तो हां ऐसा होगा।

क्यों कहा निकोलाइ ने कि यह बहुत कम रिटर्न का दौर है

निकोलाइ ने अपने निवेशकों से कहा कि जब आपने अपने क्रोनर को बाजार में लगाना शुरू किया था तब से लेकर आज तक आपकी संपत्ति 1.7 ट्रिलियन डॉलर है। समुद्र में तेल निकालने के लिए ड्रिलिंग से अर्जित धन के आधार पर आप वित्त के वैश्वीकरण के पोस्टर बॉय हैं। नाॅजेस बैंक दुनिया की सभी सूची बंद्ध कंपनियों में 1.5% का मालिक है। लेकिन अब दुनिया में दीवारें खड़ी हो रही है जिसके कारण प्रतिभा, माल और पूंजी की मुक्त आवाजाही प्रतिबंधित होती है तो क्या आपके विचार में यह वैश्वीकरण या अंतरराष्ट्रीयकरण का अंत है।

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