Monday, December 30, 2024
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क्या शमी की वापसी बदल सकती है टीम इंडिया की किस्मत?

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 10 विकेट की करारी हार के बाद भारतीय टीम की गेंदबाजी में मोहम्मद शमी की कमी को लेकर चर्चा तेज हो गई है। पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर बासित अली ने जोर देकर कहा है कि भारत को शमी को तीसरे टेस्ट के लिए तुरंत ब्रिस्बेन भेजना चाहिए। हालांकि, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने खुलासा किया कि घरेलू क्रिकेट खेलने के बाद शमी के घुटने में सूजन आ गई है, जिससे उनकी वापसी में देरी हो रही है।

एडिलेड में करारी शिकस्त

दूसरे टेस्ट में भारत के प्रदर्शन ने प्रशंसकों को निराश कर दिया। महज दो दिनों में टीम को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा, जिससे ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज 1-1 से बराबर कर दी। डे-नाइट टेस्ट में, जहां भारत ने पिंक बॉल से खेलते हुए बेहतरीन जीत की उम्मीद की थी, टीम बिखर गई।
पर्थ में 295 रनों की शानदार जीत के बाद भारतीय टीम ने एडिलेड में अपना सबसे तेज़ हार का सामना किया। बल्लेबाजी दोनों पारियों में पूरी तरह से असफल रही, और गेंदबाज भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के सामने बेअसर साबित हुए। जसप्रीत बुमराह ने भले ही शुरुआती विकेट लिए, लेकिन अन्य गेंदबाजों का साथ न मिलने के कारण ऑस्ट्रेलिया ने 337 रन बनाकर 157 रनों की निर्णायक बढ़त हासिल कर ली। ट्रैविस हेड की शतकीय पारी ने भारत को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया।

शमी की वापसी पर बासित अली की सलाह

भारतीय टीम के इस खराब प्रदर्शन के बाद बासित अली ने शमी की तात्कालिक जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अनुभवी तेज गेंदबाज की उपस्थिति गेंदबाजी आक्रमण को नई जान दे सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर शमी चौथे टेस्ट में खेलने के लिए बुलाए जा रहे हैं, तो इससे कोई फायदा नहीं होगा।
“खबरें आ रही हैं कि शमी को बुलाया जा रहा है, लेकिन वह चौथे टेस्ट से खेल सकते हैं। अगर ऐसा है तो इससे कोई लाभ नहीं होगा। अगर वह उपलब्ध हैं तो उन्हें अभी भेजें और ब्रिस्बेन टेस्ट में खिलाएं। अगर आप उन्हें केवल मेलबर्न के लिए बुलाने की सोच रहे हैं, तो बेहतर है कि उन्हें ना बुलाएं। भारत को अभी शमी की जरूरत है। तेज गेंदबाजी आक्रमण में उनकी सख्त जरूरत है,” बासित ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा।

शमी की वापसी में सतर्कता

शमी, जो एक साल लंबे चोट के बाद घरेलू क्रिकेट के माध्यम से वापसी कर रहे हैं, भारतीय टेस्ट टीम की योजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, टीम प्रबंधन उनकी अंतरराष्ट्रीय वापसी को लेकर सावधानी बरत रहा है।
दूसरे टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित शर्मा ने कहा कि शमी की तैयारी घुटने में दोबारा आई सूजन के कारण प्रभावित हुई है। “नहीं, नहीं, यह दरवाजा निश्चित रूप से खुला है,” रोहित ने शमी की वापसी के सवाल पर कहा।
उन्होंने आगे जोड़ा, “सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी खेलते समय उनके घुटने में फिर से सूजन आ गई। इससे उनका टेस्ट मैच खेलने की तैयारी बाधित हो रही है। हम उनकी प्रगति पर नजर रख रहे हैं और पूरी सावधानी के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं।”

घरेलू क्रिकेट का चुनौतीपूर्ण कार्यक्रम

शमी की वापसी आसान नहीं रही है। फिटनेस वापस पाने के लिए उन्होंने घरेलू टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने एक रणजी ट्रॉफी मैच में 42 ओवर फेंके और 13 दिनों में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के सात मैच खेले। इस भारी शारीरिक परिश्रम के कारण उनके घुटने में सूजन बढ़ गई, जिससे उनकी अंतरराष्ट्रीय वापसी में बाधा आ रही है।

टीम इंडिया के सामने चुनौतियां

एडिलेड टेस्ट में मिली हार ने भारतीय टीम की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में खामियों को उजागर कर दिया। खासतौर पर बुमराह का साथ देने वाले दूसरे तेज गेंदबाज की कमी साफ दिखाई दी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस कमजोरी का पूरा फायदा उठाया और आसानी से जीत हासिल की।
सीरीज के बराबर होने के बाद ब्रिस्बेन में तीसरा टेस्ट भारतीय टीम के लिए बेहद अहम होगा। शमी जैसे अनुभवी गेंदबाज की मौजूदगी से टीम को बेहद जरूरी मजबूती मिल सकती है। हालांकि, उनकी वापसी का फैसला टीम प्रबंधन को सतर्कता और आवश्यकता के बीच संतुलन साधते हुए लेना होगा।

बड़ी तस्वीर

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हमेशा से कड़ी टक्कर वाली सीरीज रही है, और इस बार भी यह जारी है। एडिलेड में हार एक बड़ा झटका थी, लेकिन भारत की वापसी की क्षमता हमेशा उसकी पहचान रही है।
शमी की वापसी को लेकर बहस जारी है, लेकिन यह तय है कि टीम को आने वाले समय में लचीलापन, रणनीति और सूझबूझ से फैसले लेने की जरूरत होगी। चाहे शमी ब्रिस्बेन में खेलें या नहीं, उनके अनुभव और कौशल का प्रभाव निस्संदेह टीम के लिए एक उम्मीद की किरण है।

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