विश्व में इस समय मुंह का कैंसर तेजी से फैल रहा है और अभी तक हम सभी सोचते थे कि मुंह का कैंसर धूम्रपान के कारण, तंबाकू के कारण हो रहा है लेकिन इसके अतिरिक्त मीठे पेय पदार्थों का सेवन करना भी मुंह के कैंसर की एक बड़ी वजह बन रहा है। हो जाए महिलाएं सावधान, वह महिलाएं जो रोजाना कम से कम एक मीठा पेय पीती है उनमें मुंह के कैंसर का खतरा करीब 5 गुना बढ़ जाता है। ऐसा नहीं है कि की मुंह का कैंसर पुरुषों को नहीं होता है लेकिन स्त्रियों में कैंसर होने की संभावना पुरुषों से 5% अधिक होती है
मुंह के कैंसर की बड़ी वजह बन रहा है कोल्ड ड्रिंक
हम सभी जानते हैं की शीतल पेय हम सभी के पूरे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है पर क्या आपको पता है की एक कोल्ड ड्रिंक की बोतल रोज लेने से आप कैंसर के शिकार हो सकते हैं और इसका आपके दुबले या मोटे होने से कोई संबंध नहीं है।
मीठे पर पदार्थ पीने से केवल मुंह का कैंसर ही नहीं और भी कई तरह के कैंसर होने की होती है संभावनाएं
कैंसर काउंसिल और मेलबर्न विश्वविद्यालय के द्वारा की गई रिसर्च के द्वारा 35000 से अधिक लोगों का विश्लेषण किया गया। जिसमें लीवर, पेनक्रियाज, ओवरी और मोटापे से संबंधित कैंसर के 3283 मामले देखे गए। कैंसर काउंसिल के कैंसर विभाग की प्रोफेसर ने कहा कि हमें बहुत आश्चर्य हुआ कि कैंसर का बढ़ना पूरी तरह से मोटापे के कारण नहीं है। अभी तक हम सोचते थे कि कैंसर के अधिकतर मामले मोटापे से जुड़े हुए थे। लेकिन सच में पाया गया कि जोखिम सभी प्रतिभागियों के लिए मौजूद था चाहे उनका आकार कोई भी हो जो लोग ज्यादा वजन वाले नहीं थे और अगर वह नियमित रूप से कोल्ड ड्रिंक की बोतल का सेवन करते थे तो उनमें भी कैंसर का जोखिम बढ़ रहा था।
हालांकि डाइट कोल्ड ड्रिंक पीने वालों के मामले में ऐसा नहीं था इससे सिद्ध होता है कि चीनी ही कैंसर का मुख्य कारण है। इन निष्कर्षों से लोगों को पेय पदार्थ के जीवन में कटौती का एक और कारण मिल गया है सभी जानते हैं कि चीनी पेय पदार्थ में मोटापे को बढ़ाता है जो की तरह तरह के कैंसर के खतरों को बढ़ावा देता है और कैंसर चीनी युक्त पेय पदार्थों के सेवन से जुड़ी कई बीमारियों को बढ़ावा देता है
जिसमें टाइप टू डायबिटीज व हृदय रोग और दांतों की सड़न शामिल है। इन सभी का जोखिम चीनी और चीनी से युक्त पेय पदार्थों से बढ़ता है। हमें और अधिक जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है जिससे कि लोग पेय पदार्थ की जगह पानी का सेवन करें। विदेशों में तो यह और भी आम है। 2 से 18 वर्ष के अधिकतर सभी बच्चे हर दिन कोल्ड ड्रिंक का सेवन करते हैं बड़े ब्रांड बच्चों को अस्वास्थकर शर्करा युक्त पेय पदार्थों को पीने के लिए प्रेरित कर रहे हैं जो कि बच्चों से लेकर बूढ़ों तक को जीवन भर की स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार बना सकता है। उन्होंने कहा कि अगर हम चीनी युक्त पेय पदार्थों पर 20% स्वास्थ्य कर लगा दें तो शायद लोगों को इन पेय पदार्थों से दूर रहने में मदद मिले और हमें मोटापे से जुड़ी महत्वपूर्ण लागत और हमारी सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर पड़ने वाले बढ़ते बोझ से भी छुटकारा मिले।
2020 में देखे गए 355000 से अधिक कैंसर के मामले
साल 2020 में पूरे विश्व में 35,5000 से भी अधिक कैंसर के मरीज पाए गए और अधिकतर महिलाएं थी। इनमें से 17,0000 की मृत्यु हो गई ।अभी तक हम ओरल कैंसर का जिम्मेदार एचपीबी संक्रमण मानव पैपिलोमावायरस को समझते थे लेकिन अध्ययनों से पता चला कि एचपीबी इसकी एक बड़ी वजह नहीं है। मीठे पेय पदार्थ का सेवन मुंह के कैंसर को बढ़ा रहा है यह न केवल मोटापा बल्कि कैंसर जैसी बिमारियों का भी कारण बन रहा है। वैज्ञानिक कह रहे हैं कि हो जाए सचेत वैज्ञानिकों को कहना है कि आप कोल्ड ड्रिंक पैकेट व अन्य मीठे पेय पदार्थ न ले क्योंकि यह सिर्फ मोटापे का ही नहीं बल्कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन रहे।
कैसे बचे ओरल कैंसर से
अभी तक तो हम सोचते थे कि सिर्फ धूमपान का सेवन न करने से हम ओरल कैंसर से बचे हुए हैं लेकिन अब विशेषज्ञों का कहना है कि हम कोल्ड ड्रिंक का सेवन न करें। नियमित रूप से मुंह की जांच करवाएं। अगर हमें कुछ लक्षण महसूस होते हैं तो हमें डॉक्टर के पास तत्काल जाना चाहिए। बैलेंस डाइट लेनी चाहिए और हेल्दी लाइफ़स्टाइल अपना लेना चाहिए अगर हम इन सभी नियमों का पालन करते हैं तो हम एक स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते हैं चाहे हम स्त्री हो या पुरुष।