नई दिल्ली [भारत], 8 जनवरी (एएनआई): राजधानी दिल्ली के कई प्रतिष्ठित स्कूलों को बुधवार को बम धमाके की धमकी भरे ईमेल प्राप्त हुए, जिसके बाद प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं। धमकी भरे ईमेल प्राप्त करने वाले स्कूलों में वसंत विहार और आरके पुरम स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल, ब्लू बेल्स स्कूल, और टैगोर इंटरनेशनल स्कूल के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन ईमेल में दावा किया गया कि स्कूल परिसरों में बड़ी मात्रा में खतरनाक विस्फोटक सामग्री छुपाई गई है।
ईमेल की धमकी में क्या कहा गया?
पुलिस सूत्रों द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, ईमेल में स्कूल प्रशासन पर छात्रों के बैग की पर्याप्त जांच न करने का आरोप लगाया गया और कहा गया,
“आपके सुरक्षा मानकों की कमी ने हमें अपने विनाशकारी योजना को अमल में लाने का अवसर प्रदान किया है।”
ईमेल में यह भी दावा किया गया कि धमकी देने वाले को स्कूल के परीक्षा कार्यक्रम और छात्रों की गतिविधियों की गहन जानकारी थी। संदेश में लिखा गया,
“परीक्षा के दौरान, अधिकांश लोग या तो मैदान में खड़े होंगे या इमारत के आसपास घूम रहे होंगे। आपको बिल्कुल भी यह एहसास नहीं होगा कि आपके परिसर के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर पहले ही विनाशकारी विस्फोटक लगाए जा चुके हैं।”
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
धमकी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस और संबंधित सुरक्षा एजेंसियां तुरंत सक्रिय हो गईं। सभी प्रभावित स्कूलों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई और बम निरोधक दस्तों को भेजा गया। पुलिस के मुताबिक, इन धमकियों का स्वरूप पिछले वर्षों में आए फर्जी बम धमकी ईमेल्स जैसा ही प्रतीत हो रहा है।
पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है, और ईमेल के स्रोत का पता लगाने के लिए साइबर क्राइम टीम को लगाया गया है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि धमकी का असर स्कूलों की दिनचर्या पर नहीं पड़ा है और सभी संस्थानों में सामान्य रूप से परीक्षाएं और कक्षाएं जारी हैं।
पिछले वर्ष के मामलों से समानता
यह पहली बार नहीं है जब दिल्ली के स्कूलों को इस तरह की धमकी मिली है।
पिछले वर्ष, दिसंबर महीने में, राष्ट्रीय राजधानी के 30 से अधिक स्कूलों को झूठे बम धमकी वाले ईमेल प्राप्त हुए थे। 14 दिसंबर को, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पश्चिम विहार स्थित एक स्कूल को धमकी भरा ईमेल भेजने वाले एक निजी स्कूल के छात्र की पहचान की थी। उसी महीने, 17 दिसंबर को भी कई स्कूलों को इसी प्रकार के ईमेल प्राप्त हुए थे।
स्कूलों की सुरक्षा पर सवाल
पिछले कुछ वर्षों में लगातार इस तरह की घटनाओं के चलते स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि स्कूल प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा,
“हालांकि यह घटना एक फर्जी धमकी होने की संभावना है, लेकिन इसे पूरी गंभीरता से लिया जा रहा है। स्कूल परिसरों की तलाशी जारी है और सभी संभावित सुरागों की जांच की जा रही है।”
आगे की रणनीति
प्रशासन ने इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए नई रणनीति बनाने पर जोर दिया है। पुलिस ने सभी स्कूलों को नियमित सुरक्षा जांच सुनिश्चित करने और परिसर में किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने का निर्देश दिया है।
बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों को इन ईमेल धमकियों के स्रोत का पता लगाने के लिए तकनीकी उपकरणों और उन्नत प्रणाली का उपयोग करने का सुझाव दिया गया है।
धमकी के इन ईमेल्स ने न केवल स्कूल प्रशासन, बल्कि छात्रों और अभिभावकों के बीच भी चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद मामले से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी।