यूपी की आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। इन सीटों पर सपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। वहीं बीजेपी इन दोनों सीटों पर जीत हासिल करके रिकॉर्ड बनाने की चाह रही है। आजमगढ़ में शुरूआती रुझानों में धर्मेंद्र यादव आगे चल रहे थे लेकिन भाजपा उम्मीदवार दिनेश ने बढ़त बना ली। धर्मेंद्र यादव और निरहुआ के बीच जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला है। भाजपा उम्मीदवार करीब 13 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। यहां बसपा उम्मीदवार गुड्डू जमाली तीसरे स्थान पर हैं। रामपुर में भाजपा उम्मीदवार घनश्याम सिंह लोधी और सपा प्रत्याशी के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिल रहा था, लेकिन अब भाजपा के घनश्याम लोधी ने यहां से जीत हासिल कर ली है।।
रामपुर सीट पर सपा उम्मीदवार असीम रजा को 324593 वोट मिले हैं और घनश्याम लोधी को 366081 वोट मिले हैं। जबकि आजमगढ़ में धर्मेंद्र यादव को 202147 वोट, दिनेश लाल यादव को 215268 और गुड्डू जमाली को 176560 वोट मिले हैं। भाजपा और सपा के बीच दोनों सीटों पर मुकाबला कांटे का नजर आया है। एक समय रामपुर में असीम रजा को 15 हजार वोटों की बढ़त हासिल थी लेकिन उन्होंने अपनी बढ़त गंवा दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वोटों की गिनती खत्म हो चुकी है और कुछ देर में नतीजे का ऐलान किया जा सकता है।
यूपी के आजमगढ़ में सपा नेता धर्मेंद्र यादव स्ट्रांग रूम की ओर जा रहे थे तभी पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया, जिस पर सपा नेता अपना आपा खो बैठे। धर्मेंद्र यादव ने गुस्से में कहा कि ये आजमगढ़ है… हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे।
रामपुर और आजमगढ़ में गुरुवार को हुए लोकसभा उपचुनावों में कम मतदान ने दोनों सीटों पर आमने-सामने की लड़ाई का संकेत दिया है। आजमगढ़ में जहां 49.43 प्रतिशत मतदान हुआ तो वहीं रामपुर में 41.39 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इन सीटों पर मुख्य रूप से सपा और बीजेपी के बीच ही मुकाबला है।
रामपुर से पहले आजम खान सांसद थे। उन्होंने बीजेपी की जया प्रदा को हराया था। रामपुर में 2019 के लोकसभा चुनाव में 63.19 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2014 में इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी, जबकि 2009 में जया प्रदा यहां से सांसद बनीं थीं, तब वो सपा में ही थीं, लेकिन 2019 में वो बीजेपी में गईं और आजम खिलाफ भाजपा ने जया प्रदा को मैदान में उतारा था, हालांकि आजम खान यहां से काफी मतों से जीते थे।