बिटकॉइन इस समय दुनिया की आठवीं एसेट बन चुकी क्रिप्टोकरंसी है। बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है जो लेनदेन की सुविधा के लिए बिना किसी मध्यस्थ के संचालित होती है। डॉगकॉइन का बिटकॉइन के समान ही लेनदेन के लिए प्रयोग किया जाता है।जबकि डॉग कॉइन एक ओपन सोर्स क्रिप्टोकरंसी है।
डाॅगकाॅईन की कीमतों में आयी 145 प्रतिशत तेजी
अभी हाल ही में डाॅगकाॅइन की कीमत में करीब 145% की तेजी आई है और डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद बिटकॉइन गोल्ड व डॉगकॉइन की कीमत में 45% की तेजी आई है इसी दौरान बिटकॉइन में 30.5% की और इथीरियम में 40% की तेजी देखी गई है। बिटकॉइन इस समय चांदी से अधिक मूल्यवान दिखाई दे रही है। बिटकॉइन की मार्केटिंग कैपेसिटी 1.736 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। जबकि चांदी की कैपेसिटी 1.735 ट्रिलियन डॉलर है।
डॉगकाॅइन की तेजी में बड़ा हाथ बिटकॉइन का
वित्त विशेषज्ञों का कहना है की बिटकॉइन में तेजी आने से अन्य ई क्रिप्टोकरंसी के भाव भी बढ़ रहे हैं। बिटकॉइन में तेजी आने के बाद डॉगकाॅइन्स व अन्य कॉइन्स ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। डाॅगकाॅइन्स में 145 प्रतिशत की तेजी देखी गई है
बिटकॉइन गोल्ड का मार्केट रेट बढ़ता है तो डॉगकाॅइन के मार्केट रेट पर क्या फर्क पड़ेगा आईए जानते हैं
विशेषज्ञ बताते हैं कि एक फार्मूला लगाकर दोनों के बीच क्या अंतर होगा पता कर सकते हैं। इस फार्मूले के लिए आपको बिटकॉइन गोल्ड की मार्केटिंग कैपेसिटी के बारे में पता होना चाहिए। हमें डॉगकाॅइन की सर्कुलेटरी सप्लाई कीमत भी पता होनी चाहिए। फिर हम फार्मूला लगाकर बिटकॉइन की मार्केटिंग कैपेसिटी वैल्यू को डॉगकॉइन की सर्कुलेटरी सप्लाई से डिवाइड करके डाॅगकॉइन की मार्केटिंग वैल्यू निकाल सकते हैं। जिसके आधार पर हमारा निष्कर्ष आ रहा है कि अगर बिटकॉइन की मार्केटिंग कैपेसिटी 17.733 ट्रिलियन डॉलर होती है तो फिर डॉगकॉइन की कीमत डॉलर 125.68 प्रतिशत हो सकती है। इस समय हम इस गणना को सर्कुलेटरी सप्लाई को स्थिर मानकर कर रहे हैं जबकि वास्तविक अवस्था में इसकी कीमत बाजार में इस समय इसकी क्या स्थिति है इस पर निर्भर करेगी
मार्केट कैप क्या होता है।
मार्केट कैप का अर्थ है कि बाजार में उस मुद्रा या वस्तु की क्या स्थिति है। मार्केट कैप किन कारणों पर निर्भर करती है
1.निवेश की स्थिति
निवेश की स्थिति यह बताती है कि क्रिप्टो करेंसी में कितना निवेश हुआ है और बाजार में इसकी क्या स्थिति है।
2.शीर्ष पर कौन है
क्रिप्टोकरंसी की मार्केट वैल्यू इस पर निर्भर करती है कि समय शीर्ष पर कौन है अब जैसे कि हम सब जानते हैं कि इस समय बिटकॉइन और एथेरियम की मार्केट वैल्यू काफी अधिक है और यह शीर्ष पर है। बिटकॉइन डिजिटल क्रिप्टोकरंसी का कॉइन है। बिटकॉइन की सबसे बड़ी खासियत है इसकी मात्रा का सीमित होना। बिटकॉइन के 21 मिलियन कॉइन ही मार्केट में उपलब्ध है। जबकि डॉगकॉइन की मात्रा असीमित है और इसका प्रयोग छोटे लेनदेन के लिए किया जाता है। हर साल डॉगकॉइन में और काॅइन जुड़ जाते हैं।
बिट काॅइन व डॉगकॉइन में क्या संबंध है
बिटकॉइन जहां सीमित मात्रा में होने के कारण अमूल्य है। वही डॉगकॉइन पर लोगों का भरोसा बिटकॉइन के कारण बढ़ता है जब लोग बिटकॉइन में निवेश करते हैं तो डॉगकॉइन में भी निवेश होना शुरू होता है।