ट्रम्प–पुतिन बैठक से पहले सवाल: यूक्रेन में रूस का कब्ज़ा कितना?

ट्रम्प–पुतिन बैठक से पहले सवाल: यूक्रेन में रूस का कब्ज़ा कितना?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार को अलास्का में मुलाकात करने जा रहे हैं, जहां वे पिछले तीन साल से जारी यूक्रेन युद्ध को खत्म करने पर चर्चा करेंगे। इस बैठक में “भूमि अदला-बदली” (Land Swapping) का प्रस्ताव भी सामने आ सकता है, जिससे रूस अपने कब्ज़े में मौजूद कुछ क्षेत्रों को रख सकता है, लेकिन सभी को नहीं।

रूस का मौजूदा कब्ज़ा

वर्तमान में रूस यूक्रेन के लगभग 20% क्षेत्र यानी करीब 1,14,500 वर्ग किलोमीटर पर कब्ज़ा किए हुए है। इसमें शामिल हैं:

  • डोनबास क्षेत्र का 88% हिस्सा (लुहांस्क और डोनेट्स्क)

  • ज़ापोरिज़िया और खेरसॉन के लगभग तीन-चौथाई हिस्से

  • खारकीव, सुमी, मिकोलाइव और डनिप्रोपेट्रोव्स्क के कुछ हिस्से

  • क्रीमिया, जिसे रूस ने 2014 में कब्ज़ा किया था

सक्रिय फ्रंटलाइन 1,000 किमी से अधिक लंबी है और इसमें ज़्यादातर लड़ाई डोनबास और दक्षिणी क्षेत्रों में हो रही है।

पुतिन की मांगें

पुतिन ने साफ़ कहा है कि वे यूक्रेन के पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों — लुहांस्क, डोनेट्स्क, ज़ापोरिज़िया और खेरसॉन — पर पूरा नियंत्रण चाहते हैं, साथ ही क्रीमिया को स्थायी रूप से रूस में शामिल रखना चाहते हैं।

इसके अलावा, वे यूक्रेन से NATO में शामिल न होने और तटस्थ देश बने रहने की शर्त भी रखते हैं।

यूक्रेन का रुख

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने बार-बार दोहराया है कि किसी भी तरह की जमीन रूस को देना न तो जनता स्वीकार करेगी, न ही यह यूक्रेन के संविधान के तहत कानूनी होगा।

ज़ेलेंस्की ने हाल ही में कहा:
“हम अपने देश का कोई हिस्सा रूस को ‘तोहफे’ में नहीं देंगे।”

‘फोर्ट्रेस बेल्ट’ की रणनीतिक अहमियत

डोनबास में “फोर्ट्रेस बेल्ट” लगभग 50 किमी लंबा रणनीतिक क्षेत्र है, जिसमें स्लोवियांस्क, क्रामाटोर्स्क, द्रुज़कीवका, ओलेक्सियेवो-द्रुज़कीवका और कोस्तियान्तिनिवका जैसे शहर शामिल हैं।
यह क्षेत्र 2014 से यूक्रेन के नियंत्रण में है और रूस की सैन्य प्रगति के लिए सबसे बड़ी बाधा माना जाता है।

2022 और 2023 में रूस ने यहां कब्ज़ा करने की कोशिश की, लेकिन यूक्रेनी सेना के काउंटर अटैक ने उसे पीछे धकेल दिया।

युद्ध की अब तक की प्रगति

  • फरवरी 2022: रूस ने यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण शुरू किया।

  • मई 2022: मारियुपोल पर कब्ज़ा, जिसे युद्ध की सबसे घातक लड़ाई माना गया।

  • देर 2022: यूक्रेन ने खारकीव और खेरसॉन में बड़े काउंटरऑफेंसिव कर 54% कब्ज़ा वापस लिया।

  • अगस्त 2024: यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में घुसपैठ की, लेकिन बाद में रूस ने फिर कब्ज़ा कर लिया।

  • 2025: रूस डोनबास और दक्षिण में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है, स्लोवियांस्क की ओर दबाव बढ़ा रहा है।

मानवीय संकट

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस युद्ध ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़ा विस्थापन संकट पैदा किया है:

  • 10 मिलियन से अधिक लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हुए।

  • 3.7 मिलियन यूक्रेन के भीतर विस्थापित हैं।

  • 6.9 मिलियन विदेशों में शरणार्थी बनकर रह रहे हैं।

💡 मुख्य संदेश: ट्रम्प–पुतिन बैठक से पहले यूक्रेन युद्ध के हालात बेहद संवेदनशील हैं। रूस मौजूदा कब्ज़े को वैध कराना चाहता है, जबकि यूक्रेन किसी भी हिस्से को छोड़ने को तैयार नहीं है।

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