लेखक: अभिषेक कुमार अभय | अपडेट: 4 जून 2025
बेंगलुरु में जश्न बना मातम: चिन्नास्वामी स्टेडियम में आरसीबी की जीत पर उमड़ी भीड़ ने ली कई जानें
बेंगलुरु में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 की विजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की जीत का जश्न भयानक त्रासदी में तब्दील हो गया। मंगलवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम में आयोजित विजय रैली के दौरान भगदड़ मचने से कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 से अधिक घायल हो गए। घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और जश्न की खुशियाँ पलभर में मातम में बदल गईं।
आधिकारिक पुष्टि अब भी लंबित, लेकिन स्थिति गंभीर
हालांकि कर्नाटक सरकार की ओर से फिलहाल किसी की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन अस्पतालों में घायलों की संख्या और गंभीर हालात को देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने बताया कि कार्यक्रम को भारी भीड़ के चलते 10 मिनट के अंदर समाप्त कर दिया गया।
VIDEO | Child faints outside Bengaluru’s Chinnaswamy Stadium as a massive crowd gathers to celebrate Royal Challengers Bengaluru’s IPL 2025 victory.
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvqRQz)’ pic.twitter.com/fFqKswmm3y
— Press Trust of India (@PTI_News) June 4, 2025
“मैंने पुलिस कमिश्नर और सभी अधिकारियों से बात की है। अस्पताल जाऊंगा लेकिन डॉक्टरों को परेशान नहीं करना चाहता। हम जनता से अपील करते हैं कि वे शांत रहें और सहयोग करें,” — डी. के. शिवकुमार
हजारों की भीड़, सुरक्षा प्रबंधन ध्वस्त
चश्मदीदों के अनुसार, हजारों प्रशंसकों ने स्टेडियम और उसके आसपास के क्षेत्रों को पूरी तरह घेर लिया था। पुलिसकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया लेकिन स्थिति हाथ से निकल गई।
अधिकतर लोग बिना पास या टिकट के भीतर घुसने की कोशिश कर रहे थे, जिससे हालात बेकाबू हो गए। पुलिस और मेडिकल स्टाफ के पास घटनास्थल तक पहुंचने के लिए पर्याप्त रास्ता भी नहीं बचा था।
ट्रैफिक एडवाइजरी की अनदेखी बनी बड़ी वजह
बेंगलुरु पुलिस ने कार्यक्रम से पहले ही ट्रैफिक एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों से मेट्रो या पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करने और केवल पासधारकों को ही स्टेडियम में आने की अपील की थी। बावजूद इसके, प्रशंसकों की बेतहाशा भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे पार्किंग व्यवस्था और ट्रैफिक पूरी तरह चरमरा गया।
आरसीबी फैन्स की दीवानगी और बीसीसीआई की प्रतिक्रिया
आरसीबी की जीत का इंतजार प्रशंसक 18 वर्षों से कर रहे थे। जैसे ही टीम ने IPL 2025 की ट्रॉफी जीती, राज्यभर में जश्न की लहर दौड़ गई। हजारों की संख्या में समर्थक झंडे-बैनरों के साथ विधान सौधा के बाहर और स्टेडियम के पास इकट्ठा हुए।
बीसीसीआई ने इस हादसे को “लोकप्रियता का कड़वा सच” बताया।
“लोग अपने क्रिकेटर्स के लिए पागल हैं। यह जीत 18 सालों बाद मिली है, इस जज्बे को समझा जाना चाहिए,” — आरसीबी प्रवक्ता
कई लोग हुए बेहोश, एंबुलेंसों की कमी
वीडियो फुटेज में देखा गया कि कई लोग भीड़ में दबकर बेहोश हो गए थे। पुलिस और आम नागरिक घायलों को उठाकर एंबुलेंस में पहुंचाते नजर आए। स्टेडियम के बाहर अफरा-तफरी का आलम था।
राजनीतिक विवाद: बीजेपी ने सरकार पर साधा निशाना
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने बाउरिंग और लेडी कर्ज़न अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिना किसी पूर्व तैयारी के विजय रैली आयोजित करना एक गंभीर लापरवाही है।
“यह सिर्फ प्रचार की भूख थी। सरकार ने सुरक्षा, एंबुलेंस और भीड़ नियंत्रण की कोई व्यवस्था नहीं की। इस हादसे की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। मुख्यमंत्री को इस मामले में न्यायिक जांच करानी चाहिए,” — बी.वाई. विजयेंद्र
नेताओं की मौजूदगी और फैंस की निराशा
विजय जुलूस में न सिर्फ RCB के खिलाड़ी बल्कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया समेत कई बड़े राजनीतिक चेहरे भी मौजूद थे। यह एक गौरवमयी अवसर था, जिसे बदइंतजामी ने त्रासदी में बदल दिया।
अब सवाल यह उठता है कि क्या इतनी बड़ी जीत का जश्न मनाने के लिए सरकार को भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधन की ज़िम्मेदारी पहले से नहीं लेनी चाहिए थी?
निष्कर्ष: सुरक्षा बनाम लोकप्रियता की चुनौती
RCB की ऐतिहासिक जीत को यादगार बनाने के लिए आयोजित विजय यात्रा अब सरकारी लापरवाही का प्रतीक बन गई है। जहां एक ओर फैंस की भावनाएं उफान पर थीं, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की लापरवाही ने कई घरों में मातम ला दिया।
RCB की जीत तो हो गई, लेकिन यह भी जरूरी है कि आगे से इस तरह के आयोजनों के लिए सरकार और प्रशासनों को पूरी तैयारी और एहतियात बरतनी होगी, ताकि जश्न दोबारा कभी शोक में न बदलें।
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