बेंगलुरु में एक दिल दहला देने वाली रोड रेज की घटना सामने आई है, जहां भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के विंग कमांडर आदित्य बोस और उनकी पत्नी स्क्वाड्रन लीडर मधुमिता को एक बाइक सवार द्वारा बेरहमी से निशाना बनाया गया। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें अफसर का चेहरा खून से लथपथ दिख रहा है।
DRDO अधिकारी पर हमला — हमलावर ने कन्नड़ में दी गालियां
घटना उस समय घटी जब DRDO अधिकारी आदित्य बोस और उनकी पत्नी सीवी रमन नगर स्थित DRDO कॉलोनी से एयरपोर्ट की ओर जा रहे थे। अचानक पीछे से एक बाइक सवार आया और उनकी कार को रास्ते में रोक दिया। बाइक सवार ने देखते ही कन्नड़ भाषा में गाली-गलौज शुरू कर दी।
स्थिति तब और भयावह हो गई जब बाइक सवार ने गाड़ी पर लगे DRDO स्टिकर को देख लिया। हमलावर ने अफसर से कहा —
“DRDO वाले हो? यह कन्नड़ भूमि है, अब देखता हूं तुम्हारा क्या हाल करता हूं।”
सड़क पर हुई मारपीट, सिर पर पत्थर से किया हमला
बोस ने बताया कि जैसे ही उन्होंने कार से बाहर निकलकर बातचीत की कोशिश की, हमलावर ने चाबी से उनके माथे पर वार कर दिया। वहीं भीड़ ने मौके पर हमलावर का साथ दिया। एक अन्य शख्स ने पत्थर उठाकर उनके सिर पर जोरदार प्रहार किया।
इस हमले के चलते विंग कमांडर के चेहरे और गर्दन से खून बहने लगा। पत्नी मधुमिता ने बहादुरी दिखाते हुए तुरंत गाड़ी पुलिस स्टेशन की ओर मोड़ी और घायल पति को बयप्पनाहल्ली पुलिस स्टेशन ले गईं।
पुलिस में शिकायत, आरोपी गिरफ्तार
हालांकि शुरू में बोस ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करवाई क्योंकि उन्हें पिता की सर्जरी के लिए कोलकाता रवाना होना था। बाद में उनकी पत्नी ने FIR दर्ज कराई। शिकायत में बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर KA53 EA 528 भी उल्लेखित किया गया।
FIR में मधुमिता ने लिखा,
“हमारी गाड़ी के शीशे पर पहले लात मारी गई, फिर पत्थर से तोड़ा गया और मेरे पति के सिर पर वही पत्थर मार दिया गया। आरोपी ने हमसे कहा कि DRDO वाले हो, अब देखता हूं क्या करता हूं।”
बेंगलुरु पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ विडियो, अधिकारी ने सुनाई आपबीती
घटना के बाद घायल स्थिति में विंग कमांडर बोस ने एक वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा किया। वीडियो में उन्होंने कहा —
“गाड़ी के पीछे से बाइक आई, हमें रोका, गालियां दीं। DRDO स्टिकर देखकर और भड़क गए। मेरी पत्नी के साथ भी अभद्र व्यवहार किया। मैं कार से उतरा, तो चाबी से मेरे माथे पर वार किया। सिर से खून बहने लगा। क्या एक सैनिक के साथ सड़कों पर ऐसा व्यवहार होना चाहिए?”
घटना पर भारतीय वायुसेना का बयान
इस रोड रेज की घटना पर भारतीय वायुसेना (IAF) ने भी प्रतिक्रिया दी है। वायुसेना ने कहा —
“यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। अफसर को अस्पताल में इलाज दिया गया है और IAF, स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर मामले को सुलझाने में पूरा सहयोग कर रही है।”
सिस्टम पर सवाल और परिवार की सुरक्षा की चिंता
बोस ने घटना के बाद एक और वीडियो में कहा कि उनकी सबसे बड़ी चिंता अपनी पत्नी और परिवार की सुरक्षा को लेकर है। उन्होंने बताया कि हमले के दौरान उनके मोबाइल फोन और चाबियां भी छिन गईं।
उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा —
“भगवान मुझे शक्ति दें कि मैं संयम रख सकूं। लेकिन यदि कानून और व्यवस्था ने साथ नहीं दिया, तो मुझे खुद अपना बचाव करना होगा।”
निष्कर्ष:
बेंगलुरु में घटित इस शर्मनाक रोड रेज की घटना ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर देश के रक्षकों के साथ भी अगर सड़कों पर ऐसी घटनाएं घट सकती हैं, तो आम नागरिक कितने सुरक्षित हैं? पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन यह घटना एक बड़ी सामाजिक चेतावनी बनकर सामने आई है।