विटामिन्स को स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सही तरीके से न लेने पर यही विटामिन आपकी सेहत को नुकसान भी पहुँचा सकते हैं? मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट और Eat Delete किताब की लेखिका पूजा मखीजा ने हाल ही में इस विषय पर जागरूकता बढ़ाते हुए एक वीडियो साझा किया। इसमें उन्होंने एक सवाल किया, “क्या आपके विटामिन्स आपकी सेहत को नुकसान पहुँचा रहे हैं?” और यह समझाया कि पर्याप्त पानी के बिना ऐसा संभव है।
विटामिन्स और हाइड्रेशन का संबंध
पूजा मखीजा बताती हैं कि विटामिन्स के साथ पर्याप्त पानी पीना सिर्फ एक विकल्प नहीं है, बल्कि आवश्यक है। वह कहती हैं, “विटामिन्स की एक सामान्य खुराक को पचाने के लिए लगभग 250-300 मिलीलीटर पानी चाहिए। लेकिन यदि आप एक बार में कई विटामिन्स ले रहे हैं, तो आपको 350-400 मिलीलीटर पानी की आवश्यकता हो सकती है।”
खासकर, पानी में घुलने वाले विटामिन्स जैसे बी-कॉम्प्लेक्स और विटामिन सी को आंतों में बेहतर अवशोषण के लिए पानी की जरूरत होती है। यदि पर्याप्त पानी न पिया जाए, तो इन पोषक तत्वों का पूरा लाभ नहीं मिल पाता।
शोध द्वारा प्रमाणित
मखीजा ने अपने दावे को मजबूत करने के लिए वैज्ञानिक शोध का हवाला दिया। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कम पानी पीने से विटामिन्स के अवशोषण की दर घट जाती है और इससे गले या छाती में जलन महसूस हो सकती है।
इसके अलावा, न्यूट्रिशन रिसर्च रिव्यू में प्रकाशित एक और अध्ययन में पाया गया कि आयरन और कैल्शियम जैसे खनिजों को कम पानी के साथ लेने से पेट में जलन हो सकती है और यह कब्ज का कारण भी बन सकता है।
फैट-सॉल्यूबल विटामिन्स की अनोखी आवश्यकताएँ
पानी में घुलने वाले विटामिन्स के विपरीत, वसा में घुलने वाले विटामिन्स जैसे विटामिन ए, डी, ई और के को अवशोषण के लिए वसायुक्त आहार की आवश्यकता होती है। हालांकि, इन विटामिन्स को पाचन तंत्र में ले जाने के लिए पानी भी जरूरी है। मखीजा चेतावनी देती हैं, “यदि इन विटामिन्स को पर्याप्त पानी के बिना लिया जाए, तो यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानी पैदा कर सकता है, जैसे सूजन या मछली जैसी गंध वाले डकार।”
आम गलतियाँ और उनसे बचाव
मखीजा के अनुसार, विटामिन्स लेने में सबसे आम गलती यह है कि लोग उन्हें केवल एक या दो घूंट पानी के साथ लेते हैं। वह जोर देकर कहती हैं कि यह आदत न केवल अवशोषण को कम करती है, बल्कि इन सप्लीमेंट्स के फायदों को पूरी तरह बर्बाद भी कर सकती है।
विटामिन्स के सही सेवन के लिए सुझाव
अपने विटामिन्स के अधिकतम लाभ उठाने के लिए मखीजा कुछ सरल लेकिन प्रभावी उपाय सुझाती हैं:
- पर्याप्त पानी पिएं: विटामिन्स लेते समय हमेशा एक पूरा गिलास पानी पिएं। यह उनके सही पाचन और अवशोषण को सुनिश्चित करता है।
- समय का ध्यान रखें: पानी में घुलने वाले विटामिन्स को पानी के साथ, खाली पेट या विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार लें। वसा में घुलने वाले विटामिन्स को वसा युक्त आहार के साथ लें।
- विटामिन्स को बाँटकर लें: सभी विटामिन्स को एक साथ लेने से बचें। उन्हें दिन भर में विभाजित करके लेना बेहतर होता है।
- शरीर के संकेतों पर ध्यान दें: यदि पेट में जलन या असुविधा महसूस हो, तो अधिक पानी पीने की आवश्यकता हो सकती है।
हाइड्रेशन का महत्त्व विटामिन्स से परे
हाइड्रेशन का महत्त्व केवल विटामिन्स तक सीमित नहीं है। यह शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए जरूरी है, जैसे रक्त संचार, पाचन और विषाक्त पदार्थों का निष्कासन। मखीजा जोर देकर कहती हैं, “हाइड्रेशन केवल प्यास बुझाने के लिए नहीं है—यह आपके शरीर को अधिक कुशलता से काम करने में मदद करता है।”
एक सरल आदत जो बहुत कुछ बदल सकती है
मखीजा के सुझाव का मूल संदेश यह है कि विटामिन्स लेते समय पर्याप्त पानी पीना एक आसान लेकिन महत्वपूर्ण आदत है। यह न केवल इनके लाभों को बढ़ाता है, बल्कि अनावश्यक परेशानियों से भी बचाता है।
निष्कर्ष
विटामिन्स का सेवन एक संतुलित आहार के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप उन्हें कैसे ले रहे हैं। पर्याप्त हाइड्रेशन की उपेक्षा न केवल उनके लाभ को कम कर सकती है, बल्कि कई बार असुविधा और समस्याएँ भी पैदा कर सकती है। मखीजा की सलाह हमें याद दिलाती है कि सप्लीमेंट्स को सही तरीके से लेना ही उनके अधिकतम लाभ सुनिश्चित करता है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य है और इसे चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। व्यक्तिगत मार्गदर्शन के लिए हमेशा किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श लें।