मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने रोहित शर्मा की क्षमताओं पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा है कि लगभग एक दशक बाद रणजी ट्रॉफी में लौट रहे भारतीय कप्तान को कोई यह बताने की ज़रूरत नहीं है कि उन्हें क्या करना है। रहाणे ने रोहित के शांत स्वभाव और मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करने की उनकी भूख की तारीफ की। साथ ही, उन्होंने यशस्वी जायसवाल की निरंतरता और टीम पर उनके सकारात्मक प्रभाव को भी सराहा।
गुरुवार को मुंबई के बीकेसी ग्राउंड पर जम्मू-कश्मीर के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबले से पहले रहाणे ने कहा, “रोहित तो रोहित हैं। उनका कैरेक्टर आप भी जानते हैं। मुझे खुशी है कि वो और यशस्वी दोनों मुंबई के ड्रेसिंग रूम में वापस आए हैं।”
रोहित का स्थिर और शांत स्वभाव
रहाणे ने कहा, “रोहित हमेशा से एक शांत स्वभाव के खिलाड़ी रहे हैं। चाहे वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हों या घरेलू, उनका स्वभाव हमेशा एक जैसा ही रहता है। उन्हें अपने खेल की समझ है और किसी को उन्हें यह बताने की जरूरत नहीं कि उन्हें क्या करना है। जब वो क्रीज पर जमते हैं, तो मुझे पूरा भरोसा है कि वो बड़ा स्कोर करेंगे। सबसे अच्छी बात यह है कि वो इतने सालों में नहीं बदले।”
हालांकि, 37 वर्षीय रोहित हाल के दिनों में फॉर्म को लेकर संघर्ष करते नजर आए हैं, खासकर न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैचों में। लेकिन रहाणे ने इसे ज्यादा तवज्जो नहीं दी और कहा कि यह हर खिलाड़ी के करियर का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “रोहित का आत्मविश्वास बरकरार है। उनके अंदर भूख है, वो दृढ़ निश्चयी हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि जैसे ही वो लय में आएंगे, बड़ा स्कोर बनाएंगे। कल के नेट्स में उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की, जिससे पता चलता है कि वो तैयार हैं।”
Fresh faces, seasoned stars, and a squad 𝚁𝚘-aring for glory! 🌟#Wankhede | #MCA | #Mumbai | #Cricket pic.twitter.com/YPR9QnjoFw
— Mumbai Cricket Association (MCA) (@MumbaiCricAssoc) January 21, 2025
सीमित हो सकती है रोहित की भागीदारी
रहाणे ने बताया कि इस रणजी ट्रॉफी सीजन में रोहित शायद सिर्फ यह एक मैच ही खेल पाएंगे। 6 फरवरी से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज और फिर चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। रहाणे ने कहा, “मुझे लगता है कि वो सिर्फ यही मैच खेलेंगे। उनके अगले चार दिनों के इनपुट्स हमारी टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे।”
यशस्वी की भूख और समर्पण
रहाणे ने यशस्वी जायसवाल की भी जमकर तारीफ की और उनकी सफलता का श्रेय उनकी मेहनत और दृढ़ निश्चय को दिया। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ सालों में यशस्वी ने भारतीय टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। इससे पहले मुंबई के लिए भी वो लगातार अच्छा कर रहे थे। उनकी रन बनाने की भूख टीम के बाकी युवाओं को प्रेरित करेगी।”
रहाणे ने बताया कि रोहित और यशस्वी का अनुभव टीम के बाकी खिलाड़ियों के लिए अमूल्य साबित हो रहा है। “ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ी उनके पास जाकर सवाल पूछ रहे हैं और उनसे सीख रहे हैं। मैदान पर उनकी बल्लेबाजी देखकर खिलाड़ी कई चीजें सीखेंगे,” रहाणे ने कहा।
जब उनसे पूछा गया कि क्या रोहित और यशस्वी मुंबई के लिए ओपनिंग करेंगे, तो रहाणे ने मुस्कुराते हुए कहा, “क्या ये भी कोई सवाल है?” उन्होंने कहा कि किसी भी खिलाड़ी के लिए मैच की तैयारी और गेम टाइम बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर जब टेस्ट मैचों की बात हो।
फॉर्मेट बदलने की चुनौती
मुंबई टीम के लिए पिछले कुछ समय से सफेद गेंद क्रिकेट खेलना चुनौतीपूर्ण रहा है। रहाणे ने कहा, “पिछले डेढ़ महीने से हम सफेद गेंद क्रिकेट खेल रहे हैं। अब फोकस यह है कि हम जल्दी से जल्दी रेड-बॉल क्रिकेट की लय में लौटें। यह जरूरी है कि हम अपनी ताकत पर ध्यान दें और नतीजों के बारे में ज्यादा न सोचें।”
मुंबई टीम ने सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी और विजय हजारे वनडे ट्रॉफी खेलने के बाद रणजी ट्रॉफी के इस दूसरे चरण में वापसी की है। रहाणे ने टीम पर भरोसा जताते हुए कहा, “रेड-बॉल क्रिकेट में हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा है। अब बस हमें इस लय को बनाए रखना है और वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करना है।”
जैसे-जैसे मुंबई टीम गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मैदान में उतरेगी, रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। इन दोनों के प्रदर्शन से टीम को एक मजबूत शुरुआत मिल सकती है।