मैं लंबे समय से शेयर बाजार पर नज़र रख रहा हूं, लेकिन आज अडानी ग्रुप के शेयरों की चाल ने सचमुच मेरा ध्यान खींचा। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर 10% अपर सर्किट पर पहुंचे, जबकि अडानी टोटल गैस के शेयरों में 19% की शानदार बढ़त हुई। यह कोई आम दिन नहीं था, और इस उछाल के पीछे की वजह उतनी ही दिलचस्प है। अगर आप सोच रहे हैं कि इस तेजी का कारण क्या है, तो आपके लिए सभी जानकारियां यहीं मौजूद हैं।
रैली के पीछे की वजह
अडानी ग्रुप ने रिश्वतखोरी के आरोपों पर दी गई सफाई के बाद यह तेजी देखी। यू.एस. अधिकारियों ने आरोप लगाया था कि गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी, और अन्य ने $265 मिलियन की रिश्वत दी थी ताकि 20 वर्षों में $2 बिलियन के मुनाफे वाले सोलर कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल किए जा सकें।
हालांकि, समूह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि गौतम अडानी सहित किसी भी अधिकारी पर आरोप नहीं लगे हैं।
इस बयान ने माहौल बदल दिया। समूह ने बताया कि यू.एस. की कार्रवाई ने अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं को रद्द, वित्तीय बाजारों में हलचल, और रणनीतिक भागीदारों, निवेशकों और जनता का ध्यान खींचा। उनके जवाब ने बाजार का आत्मविश्वास लौटाया, और शेयर तुरंत चढ़ने लगे।
शेयर बाजार की स्थिति
सुबह 10:30 बजे तक, अडानी ग्रीन एनर्जी ने 10% अपर सर्किट हिट किया, जबकि अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अन्य शेयरों में भी सुधार हुआ:
- अडानी एंटरप्राइजेज 5% चढ़ा।
- अडानी पोर्ट्स 2% बढ़ा।
- अडानी पावर में 9.4% की वृद्धि हुई।
- अडानी विल्मर 3% ऊपर गया।
यह तेजी दिखाती है कि जब भी किसी विवाद पर स्पष्टता आती है, तो बाजार कितनी जल्दी प्रतिक्रिया दे सकता है।
#Adani stocks jump up to 20% as group issues statement
— The Times Of India (@timesofindia) November 28, 2024
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आरोपों की जानकारी
यह विवाद तब शुरू हुआ जब यू.एस. अभियोजकों ने अडानी समूह पर भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देकर आकर्षक सोलर कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल करने का आरोप लगाया। अभियोग के अनुसार, $265 मिलियन की रिश्वत दी गई थी ताकि अगले 20 वर्षों में $2 बिलियन का लाभ कमाया जा सके।
अधिकारियों पर निवेशकों को गुमराह करने, ऋणदाताओं से रिश्वत छुपाने और $3 बिलियन का ऋण धोखाधड़ी से हासिल करने के आरोप भी लगाए गए। अभियोग में यह भी बताया गया कि गोपनीय कोड नाम जैसे “न्यूमेरो यूनो” और “द बिग मैन” का उपयोग गौतम अडानी के लिए किया गया।
हालांकि, समूह ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है। उनकी सफाई ने निवेशकों के बीच सकारात्मक प्रतिक्रिया उत्पन्न की, जैसा कि शेयर की कीमतों में तेज रिकवरी से स्पष्ट हुआ।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों की प्रतिक्रिया
हालांकि अडानी ग्रुप के शेयरों में तेजी आई, लेकिन क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों का रुख मिला-जुला रहा:
- ICRA ने अडानी के कमर्शियल पेपर्स की रेटिंग ICRA A1+ पर बरकरार रखी।
- इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने ‘IND AA+/स्थिर’ रेटिंग बरकरार रखी।
- मूडीज ने अडानी कंपनियों की आउटलुक को ‘स्थिर’ से ‘नकारात्मक’ कर दिया।
- फिच ने अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस को ‘रेटिंग वॉच नेगेटिव’ (RWN) पर रखा।
निष्कर्ष
अडानी ग्रुप के शेयरों में आज आई तेजी यह दिखाती है कि निवेशकों का विश्वास स्पष्टता पर निर्भर करता है। हालांकि विवाद ने समूह की छवि को चुनौती दी है, लेकिन उनकी सफाई और शेयर की बढ़त ने उनके मजबूत पक्ष को भी उजागर किया है।
हालांकि, क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों के मिले-जुले रुख और जारी जांचों के बीच आगे का रास्ता चुनौतीपूर्ण हो सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि समूह इन चुनौतियों को कैसे संभालता है।
फिलहाल, यह घटना यह याद दिलाती है कि शेयर बाजार में हर खबर स्थिति को बदल सकती है। आगे क्या होता है, इस पर नजर बनाए रखें!