भारत के हेड कोच गौतम गंभीर ने जसप्रीत बुमराह की भागीदारी को लेकर अपनी स्थिति में कोई बदलाव नहीं किया है, भले ही क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने बुमराह से इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे दौरे में सभी पांच टेस्ट मैच खेलने की अपील की थी। यह अपील इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में बुमराह के शानदार प्रदर्शन के बाद आई, जिसमें उन्होंने पांच विकेट लिए थे, लेकिन गंभीर ने टीम के पहले से तय योजना पर अडिग रहते हुए कहा कि उनका रुख अपरिवर्तित रहेगा।
गावस्कर की अपील और बुमराह का प्रभाव
भारत के पहले टेस्ट मैच में बुमराह ने 83 रन देकर पांच विकेट झटके, जिससे इंग्लैंड को बढ़त लेने से रोका। हालांकि, अन्य तेज गेंदबाजों – शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा – ने मिलकर 283 रन पर केवल पांच विकेट हासिल किए। यह देखकर गावस्कर ने बुमराह से अपील की थी कि वह दौरे के सभी पांच मैचों में खेलें।
बुमराह की सीमित भूमिका
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पहले यह योजना थी कि बुमराह केवल तीन टेस्ट मैचों में ही खेलेंगे, ताकि उनके शरीर को आराम मिल सके और बैक प्रॉब्लम से बचा जा सके, जो उन्हें हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे में परेशान कर चुकी थी।
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बुमराह ने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले अपनी पीठ में खिंचाव के कारण अनुपस्थित रहने का फैसला किया था।
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यह निर्णय उनकी कार्यभार प्रबंधन के लिए लिया गया था, ताकि वे ज्यादा समय तक फिट रहें।
गावस्कर की अपील के बाद, बुमराह ने किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन गौतम गंभीर ने स्पष्ट किया कि टीम की योजना अब भी वैसी की वैसी रहेगी। टीम ने यह भी नहीं तय किया है कि बुमराह अगले दो टेस्ट मैचों में से कौन से मैच खेलेगा।
गौतम गंभीर का दृढ़ रुख
गावस्कर की अपील के जवाब में, गंभीर ने कहा कि बुमराह के कार्यभार प्रबंधन को ज्यादा महत्व दिया जाएगा, क्योंकि भविष्य में और भी बहुत क्रिकेट खेला जाना है।
“जब वह इस दौरे पर आए, तो पहले से तय किया गया था कि वह तीन टेस्ट मैचों में खेलेंगे, लेकिन हम यह देखेंगे कि उनका शरीर कैसे प्रतिक्रिया करता है। लेकिन हमने यह तय नहीं किया कि वह कौन से दो टेस्ट मैचों में खेलेंगे।” – गौतम गंभीर
भारत की गेंदबाजी इकाई पर आलोचना
भारत की गेंदबाजी पर आलोचना के बीच, गंभीर ने अपने गेंदबाजों का बचाव किया और कहा कि फिलहाल उन्हें समय देना चाहिए।
“इस गेंदबाजी आक्रमण में एक गेंदबाज के पास पांच टेस्ट मैच का अनुभव है, एक के पास चार, एक ने दो खेले हैं और एक का डेब्यू अभी बाकी है।” – गौतम गंभीर
गंभीर ने कहा कि हमें अपने गेंदबाजों को समय देना होगा और उनकी गुणवत्ता पर विश्वास करना होगा, क्योंकि यह केवल एक दौरा नहीं है, बल्कि लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट के लिए एक मजबूत तेज गेंदबाजी बैटरी तैयार करना है।
निष्कर्ष
गावस्कर की अपील के बावजूद, गौतम गंभीर का निर्णय दिखाता है कि भारत की क्रिकेट टीम के लिए लंबी अवधि में खिलाड़ियों के स्वास्थ्य और कार्यभार प्रबंधन पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। यह योजना बुमराह को केवल एक दौरे तक सीमित नहीं रखना, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में भारत के तेज गेंदबाजों को एक मजबूत आधार पर खड़ा करना है।