नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार पर ज़बरदस्त हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार गरीबों और पिछड़ों के प्रति शत्रुता दिखा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभ दिलाने के बदले TMC नेता गरीबों से कट और कमीशन वसूल रहे हैं।
🏚️ “आयुष्मान कार्ड तक नहीं बनने दिया गया”
प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा:
“बंगाल के लोगों को आयुष्मान कार्ड नहीं मिलने दिया… न जाने कितने गरीब आज भी पक्के मकान से वंचित हैं, सिर्फ इसलिए क्योंकि TMC के नेता उनसे कटमनी मांगते हैं। ये सरकार गरीबों की भलाई नहीं, बल्कि उनकी कमर तोड़ने में लगी है।”
👣 “आदिवासियों से बैर रखने वाली सरकार”
प्रधानमंत्री ने TMC पर आदिवासी समाज के विकास को रोकने का भी गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा:
“जब एनडीए सरकार ने पहली बार एक आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया, तब सबसे पहले विरोध में कौन आया? यही TMC।
इनकी आदिवासी विरोधी मानसिकता किसी से छिपी नहीं है। विकास के हर रास्ते को रोक दिया गया है। इन्हें न सम्मान की चिंता है, न समाज के उत्थान की।”
🔥 “हिंसा, भ्रष्टाचार और अराजकता में डूबी TMC”
पीएम मोदी ने TMC सरकार को “निर्मम सरकार” कहते हुए कहा:
“पश्चिम बंगाल आज हिंसा, भ्रष्टाचार और अराजकता के दलदल में फंसा हुआ है। मुर्शिदाबाद और मालदा जैसी जगहों पर सांप्रदायिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। लोग अब बदलाव चाहते हैं… TMC नहीं, अब उन्हें विकास और शांति चाहिए।”
🩸 ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की आतंकवाद विरोधी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी:
“ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। पाकिस्तान को ये बात समझ लेनी चाहिए कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा।
140 करोड़ हिंदुस्तानियों की ओर से कह रहा हूं — ‘तीन बार घर में घुसकर मारा है तुम्हें’। और ये सिर्फ़ शुरुआत है।”
💣 “आतंकवाद और नरसंहार, पाकिस्तान की विशेषज्ञता”
उन्होंने कहा:
“पाकिस्तान की सेना सीधा युद्ध हार जाती है, इसलिए आतंकियों का सहारा लेती है।
1971 के युद्ध से लेकर आज तक, उसका इतिहास सिर्फ़ हिंसा, आतंक और नरसंहार का रहा है।
अब भारत पहले की तरह नहीं, घुसकर मारता है।”
🌺 “सिंदूर खेला की धरती से नया संकल्प”
प्रधानमंत्री ने बंगाल की सांस्कृतिक परंपरा ‘सिंदूर खेला’ को आतंक के विरुद्ध प्रतीक के रूप में जोड़ते हुए कहा:
“आज जब मैं सिंदूर खेला की पावन धरती पर खड़ा हूं, तो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का संकल्प लेना स्वाभाविक है।
पाहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में जब हमारे दुश्मनों ने बहनों की मांग का सिंदूर मिटाने की कोशिश की, तो हमारे वीर जवानों ने सिंदूर की ताकत का जवाब उन्हीं की भाषा में दिया।”
🔚 निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मोदी का यह हमला ना सिर्फ़ ममता सरकार की नीतियों पर था, बल्कि एक राजनीतिक संदेश भी — कि अब भारत, न आतंक के सामने झुकता है, न भ्रष्टाचार के। पश्चिम बंगाल के मंच से उठी ये आवाज़, पूरे देश में नई लहर का संकेत दे रही है।