वडोदरा (गुजरात): जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य रोड शो गुजरात की सरज़मीं पर पहुंचा, तो जनसैलाब के बीच एक ऐसा क्षण सामने आया जिसने हर देशवासी की आत्मा को छू लिया। भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार ने, प्रेम और गर्व से ओतप्रोत होकर, प्रधानमंत्री पर पुष्पवर्षा की।
जैसे ही पीएम का काफिला वडोदरा की गलियों से गुज़रा, ताज मोहम्मद कुरैशी, जो कि कर्नल सोफिया के पिता हैं, भावुक होकर बोले —
“प्रधानमंत्री जी ने हमें भीड़ में पहचान लिया और हाथ जोड़कर प्रणाम किया। हमने भी पूरे सम्मान से उन्हें प्रणाम किया। वह पल मेरे जीवन का अमूल्य क्षण बन गया।”
कर्नल सोफिया की मां, हलीमा कुरैशी, ने भी दिल से समर्थन जताते हुए कहा —
“हमने फूलों से उनका स्वागत किया। यह देखकर मन आनंदित हो गया कि सब एकजुट होकर उनका स्वागत कर रहे थे। वह हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं, और ऐसे सम्मान के हक़दार भी।”
अपनी बेटी पर गर्व जताते हुए उन्होंने कहा —
“सोफिया सिर्फ हमारी बेटी नहीं है, वह पूरे देश की बेटी है। जो कार्य उसने किया, वह प्रशंसनीय है। अब देश को उसकी विरासत को आगे बढ़ाना है।”
इस भावनात्मक क्षण में शायना सुनसरा, जो कर्नल सोफिया की जुड़वां बहन हैं, भी शामिल रहीं। उन्होंने कहा —
“जब प्रधानमंत्री हमारे पास से गुज़रे, उन्होंने झुककर नमस्ते किया, हमने भी झुककर जवाब दिया। वह क्षण अविस्मरणीय था। जैसे उन्होंने दुनिया को संदेश दे दिया — हम सब साथ हैं, डरने की कोई ज़रूरत नहीं।”
महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर उन्होंने कहा —
“पीएम मोदी से मिलना प्रेरणादायक था। सोफिया की देशसेवा ने ना सिर्फ मुझे, बल्कि अनगिनत लोगों को प्रेरणा दी है। अब वह पूरे भारत की बहन बन चुकी है।”
संजय कुरैशी, जो कर्नल सोफिया के भाई हैं, ने अपने हर्षोन्माद को साझा करते हुए कहा —
“यह पहली बार था जब पीएम मोदी को इतने करीब से देखा। उनके हावभाव ने बता दिया कि वह कितने आत्मीय और सम्मान देने वाले व्यक्ति हैं। मेरी बहन ने ऑपरेशन सिंदूर में जिस तरह भूमिका निभाई, वह हर भारतीय महिला के लिए गर्व का विषय है।”
कर्नल सोफिया कुरैशी: वीरता और कर्तव्य की प्रतिमूर्ति
7 मई को पाकिस्तान और पीओके में हुए “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान मीडिया ब्रीफिंग की अगुवाई करते हुए कर्नल सोफिया ने देश की सुरक्षा का नेतृत्व किया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।
1981 में वडोदरा में जन्मीं, कर्नल सोफिया एक सैन्य परंपरा वाले परिवार से हैं। उनके दादा भारतीय सेना में सेवारत थे और पिता 1971 के भारत-पाक युद्ध में भाग ले चुके हैं।
पीएम मोदी का गुजरात दौरा और जनसमर्थन की झलक
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार से दो दिवसीय गुजरात दौरे की शुरुआत की। वडोदरा एयरपोर्ट से वायुसेना स्टेशन तक उन्होंने लगभग एक किलोमीटर लंबा रोड शो किया। जनसमूह “वंदे मातरम्” और “भारत माता की जय” के नारों से गूंज उठा। लोगों ने दोनों ओर से सड़कों पर खड़े होकर फूल बरसाए और देश की सैन्य सफलता का उत्सव मनाया।
प्रधानमंत्री इस यात्रा में करीब ₹82,950 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे, जो बुनियादी ढांचे, उद्योग और सामाजिक कल्याण से जुड़ी हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बात स्पष्ट कर दी है — जब देश की बेटियाँ सीमा पर शौर्य दिखाती हैं और उनका परिवार जननायक को पुष्प अर्पित करता है, तो वह सिर्फ एक दृश्य नहीं, बल्कि एक जीवंत राष्ट्रगाथा बन जाता है।