वर्तमान स्थिति क्या है?
22 मई तक दिल्ली में 23 सक्रिय केस
दिल्ली सरकार ने पुष्टि की है कि 22 मई, 2025 तक राजधानी में कुल 23 सक्रिय कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने बताया कि यह सभी मामले बेहद हल्के हैं और इनमें किसी प्रकार की गहन चिकित्सा की आवश्यकता नहीं है।
सभी मरीज स्थिर हालत में
इन 23 में से 2 से 3 मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती हैं, जबकि शेष होम आइसोलेशन में निगरानी में हैं। डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी मरीज की हालत गंभीर नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह का बयान
घबराने की जरूरत नहीं
डॉ. पंकज सिंह ने जनता से अपील की है कि “यह स्ट्रेन इंफ्लूएंजा की तरह है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। हमारी पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था तैयार है।”
स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार की टीमें प्रतिदिन अस्पतालों का निरीक्षण कर रही हैं। वरिष्ठ अधिकारियों को निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।
अस्पतालों की तैयारी
मेडिकल अधीक्षकों के साथ बैठकें
डॉ. सिंह ने कहा कि उन्होंने सभी अस्पतालों के मेडिकल अधीक्षकों के साथ बैठकें की हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यदि मामले बढ़ें तो पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हों।
ऑक्सीजन, दवाएं और वैक्सीन्स उपलब्ध
सरकार ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीमीटर, एंटीबायोटिक्स और वैक्सीन्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हों।
मरीजों की स्थिति और स्थान
कुछ मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती
इन मरीजों में से कुछ को निजी अस्पतालों में भर्ती किया गया है, हालांकि उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
अधिकांश होम आइसोलेशन में
बाकी मरीज घर पर ही इलाज ले रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग उनकी लगातार निगरानी कर रहा है।
क्या यह नया वैरिएंट है?
ओमिक्रॉन से संबंधित JN.1 सबवैरिएंट
डॉक्टरों के अनुसार, यह नया स्ट्रेन JN.1 नामक वैरिएंट से जुड़ा हुआ है, जो ओमिक्रॉन के BA.2.86 ‘पायरोला’ स्ट्रेन की उपशाखा है।
Pirola स्ट्रेन की उपशाखाएं
LF.7 और NB1.8 जैसे सब-लाइनिएज भी रिपोर्ट किए गए हैं। यह स्ट्रेन अधिक ट्रांसमिसिबल है लेकिन लक्षण ओमिक्रॉन जैसे ही हैं।
डॉक्टरों की राय
गंभीर लक्षण नहीं दिखे
डॉ. जतिन आहूजा और डॉ. रोमल टिक्कू जैसे विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तक किसी मरीज में गंभीर लक्षण नहीं देखे गए हैं।
मौसमी फ्लू जैसे लक्षण
यह स्ट्रेन मौसमी फ्लू जैसा बर्ताव कर रहा है, जिसमें गले में खराश, हल्का बुखार और खांसी जैसे लक्षण हैं।
किन लोगों को सतर्क रहना चाहिए?
कोमॉर्बिड मरीज
जिन मरीजों को पहले से कोई गंभीर बीमारी है, जैसे डायबिटीज़ या हृदय रोग, उन्हें अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
इम्युनोकॉम्प्रोमाइज्ड व्यक्ति
जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर है, उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
आम लक्षण क्या हैं?
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गले में खराश
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बुखार
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खांसी
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मतली (nausea)
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आंखों में जलन या कंजंक्टिवाइटिस
अस्पतालों के लिए सलाह
वेंटिलेटर और BiPAP मशीनें तैयार रखें
अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि सभी जीवनरक्षक उपकरणों को कार्यशील स्थिति में रखा जाए।
स्टाफ के लिए रिफ्रेशर ट्रेनिंग
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि ज़रूरत पड़ने पर स्टाफ को दोबारा प्रशिक्षित किया जाए।
रिपोर्टिंग और डेटा निगरानी
IHIP पोर्टल पर रोजाना रिपोर्टिंग
सभी स्वास्थ्य सुविधाओं को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि IHIP पोर्टल पर प्रतिदिन डेटा अपलोड किया जाए।
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजना अनिवार्य
सभी पॉजिटिव सैंपल को लोक नायक अस्पताल में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजना आवश्यक होगा।
कोविड टेस्टिंग दिशानिर्देश
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5% ILI (Influenza Like Illness) मामलों की टेस्टिंग अनिवार्य
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100% SARI (Severe Acute Respiratory Infection) मामलों की टेस्टिंग अनिवार्य
दिल्ली राज्य स्वास्थ्य डेटा प्रबंधन पोर्टल
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आदेश जारी किया है कि सभी अस्पताल ‘Delhi State Health Data Management Portal’ पर रोज़ाना रिपोर्ट करें।
पड़ोसी राज्यों की स्थिति
गुरुग्राम में 2 मामले
गुरुग्राम में दो कोविड मामले सामने आए हैं—एक 62 वर्षीय पुरुष और एक 31 वर्षीय महिला, जो हाल ही में मुंबई से लौटे हैं।
फरीदाबाद में 1 मामला
फरीदाबाद के एक 28 वर्षीय सुरक्षा गार्ड की रिपोर्ट सफदरजंग अस्पताल में पॉजिटिव आई है।
क्या यह कोविड की नई लहर है?
विशेषज्ञों के अनुसार यह केवल एंडेमिक स्तर पर है, और इसकी तुलना पिछली लहरों से नहीं की जा सकती।
अंतरराष्ट्रीय स्थिति का प्रभाव
एशियाई देशों में कोविड मामलों में हल्की वृद्धि हुई है, लेकिन यह अभी तक खतरनाक स्तर पर नहीं है।
WHO और ICMR की भूमिका
ICMR ने कोविड टेस्टिंग के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं, और WHO भी वैश्विक स्तर पर मॉनिटरिंग कर रहा है।
जनता के लिए सलाह
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मास्क पहनें और सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें
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भीड़-भाड़ से बचें
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किसी भी लक्षण पर तुरंत जाँच कराएं
निष्कर्ष: सतर्क रहें, लेकिन घबराएं नहीं
दिल्ली में कोविड की वर्तमान स्थिति नियंत्रण में है। सरकार, अस्पताल और स्वास्थ्य कर्मचारी पूरी तरह सतर्क और तैयार हैं। इस समय सबसे ज़रूरी है सही जानकारी और सतर्कता।
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