Monday, April 7, 2025
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खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को चिट्ठी लिखकर मिलावटी पनीर के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए किया आग्रह

आजकल शाकाहारी व्यक्तियों को शाकाहार के नाम पर हर रेस्टोरेंट, ढाबों या फाइव स्टार होटलों में पनीर और पनीर से बने व्यंजन ही उपलब्ध कराए जाते हैं खाने की थाली से हरी सब्जियां गायब हो चुकी है। ऐसे में पनीर को लोग प्रोटीन का विकल्प मानकर खुशी-खुशी खा भी रहे हैं लेकिन हैरत तब होती है जब पता चलता है कि जिन शादी दावतों, होटलो, रेस्टोरेंट और घर में वे खुशी-खुशी पनीर खा रहे हैं। वह पनीर है ही नहीं वह है मिलावटी प्रोडक्ट जो उनके शरीर के लिए जानलेवा सिद्ध हो रहा है और अब तो यह पुष्टि भारत सरकार के एक मंत्री ने भी कर दी है आईए जानते हैं इस विषय में थोड़ा सा और

खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को लिखा पत्र

खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने पत्र में लिखा कि उपभोक्ताओं ने राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन पोर्टल पर कई शिकायत दर्ज कराई है जिसमें देश भर में नकली और मिलावटी पनीर की बिक्री की बात की गई है।

प्रहलाद जोशी ने स्वास्थ्य मंत्रालय से मिलावटी पनीर की जांच और गंभीर कार्यवाही के लिए अपील की

प्रहलाद जोशी ने स्वास्थ्य मंत्रालय से अपील की कि वह मिलावटी पनीर के खिलाफ गंभीर कार्यवाही करें। ऐसे नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है बीमारियां हो सकती है प्रहलाद जोशी ने स्वास्थ्य मंत्रालय से कहा कि वह आवश्यक उपाय करें जिससे कि देश भर में खाद्य सुरक्षा कानून का सख्ती से पालन किया जा सके। उन्होंने कहा कि बाजार में नक़ली या मिलावटी पनीर की बिक्री के बढ़ते मामले चिंता का विषय है। इन घटनाओं के कारण खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर सार्वजनिक चिंताएं और शिकायतें बढ़ गई है।

क्या लिखा प्रहलाद जोशी ने चिट्ठी में?

प्रहलाद जोशी ने लिखा कि नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन पर ऐसी कई शिकायत आ रही है जिसमें लोगों ने नकली और मिलावटी पनीर से स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ने की शिकायतें की है। प्रहलाद जोशी ने देश भर में बिक रहे मिलावटी और नकली पनीर बना रहे मिलावटखोरों को सजा दिलाने की मांग के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को चिट्ठी लिखी है।

कर्नाटक से हुआ नकली पनीर का पर्दाफाश

कर्नाटक की सेफ्टी टीम ने 163 कंपनीयों के पनीर के सैंपल इकट्ठे किए जिसमें से सिर्फ चार ही सैंपल ऐसे थे जिन्हें खाया जा सकता था। बेंगलुरु में 17 पनीर सैंपल लिए गए जिनमें से 15 में ईकोलाई सालमोनेला और नॉन डेरी प्रोडक्ट मिले। सैंपल्स में पाम आयल, स्टार्च, सस्ते दूध के ठोस डिटर्जेंट, यूरिया के कण पाए गए। यह सभी प्रोडक्ट आपके शरीर के लिए हानिकारक है न केवल यह पनीर की क्वालिटी खराब करते हैं बल्कि यह आपके शरीर पर आपके स्वास्थ्य पर सीधा हमला करते हैं।

कर्नाटक सरकार ने पिछले साल भी किया था एक पर्दाफाश

पिछले साल कर्नाटक सरकार ने कॉटन कैंडी और गोभी मंचूरियन में रंगों पर हो रही मिलावट को लेकर रोडामिन जैसे रंगों को बैन किया था। टार्टाजिन, कार्मीओसाइन और सनसेट येलो जैसे आर्टिफिशियल रंगों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन रंगों के इस्तेमाल करने पर 7 साल की जेल और 10 साल का जुर्माना हो सकता है।

गवर्नमेंट में 11 मॉल में लगाए फूड अल्टरनेशन डिटेक्शन कियोस्कस

बेंगलुरु में सरकार ने फूड अल्टरनेशन डिटेक्शन कियोस्कस असेंबल करवाया है जहां कोई भी व्यक्ति मैजिक बॉक्स और रैपिड टेस्ट किट से अपने खाने की क्वालिटी की जांच कर सकता है।

सोशल मीडिया पर लोग कर रहे हैं सरकार से प्रहलाद जोशी की चिट्ठी के समर्थन में मांग

सोशल मीडिया पर अब यह मुद्दा वायरल होता जा रहा है। लोग मांग कर रहे हैं कि जब हर किसी को नकली पनीर दिया जा रहा है तो इसकी कार्यवाही कब होगी अब देखना है कि सरकार नकली पनीर खिलाने वालों के खिलाफ क्या एक्शन लेती है।

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