अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शांति स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और रूस-यूक्रेन वार्ता में उल्लेखनीय प्रगति कर चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने एनडीटीवी के साथ विशेष बातचीत में यह बयान दिया।
तुलसी गबार्ड के 10 प्रमुख बयान:
- अमेरिका और रूस के ऐतिहासिक संबंध – दोनों देशों के बीच संबंध बहुत पुराने और मजबूत हैं। हम साझेदारी को और सशक्त बना रहे हैं, जो शांति, समृद्धि, स्वतंत्रता और सुरक्षा पर आधारित है। दोनों देशों के नेता घनिष्ठ मित्र हैं और साझा हितों को आगे बढ़ाने पर केंद्रित हैं।
- आतंकवाद के खिलाफ ट्रंप की प्रतिबद्धता – ट्रंप इस्लामी आतंकवाद को हराने और समाप्त करने के लिए पूरी तरह समर्पित हैं। उन्होंने हौथियों को पुनः आतंकवादी संगठन घोषित किया, जिन्हें बाइडन प्रशासन ने आतंकवादी सूची से हटा दिया था।
- हौथियों पर कड़ा रुख – ट्रंप प्रशासन उन जगहों पर कार्रवाई कर रहा है जहां पिछला प्रशासन असफल रहा। हौथी लंबे समय से समुद्री व्यापार और परिवहन मार्गों को बाधित कर रहे हैं, लेकिन उन्हें रोकने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया था।
- सुरक्षित वैश्विक व्यापार मार्ग – किसी भी देश को अपने आर्थिक हितों की रक्षा के लिए व्यापार मार्ग बदलने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। हौथी खतरे को समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप ने निर्णायक कार्रवाई की है। यह अमेरिकी सुरक्षा और समृद्धि के लिए आवश्यक है।
- रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप की दृष्टि – ट्रंप इस संघर्ष को स्पष्ट दृष्टिकोण से देख रहे हैं। उनकी प्राथमिकता युद्ध को समाप्त करना और शांति स्थापित करना है।
- वार्ता में प्रगति – शांति वार्ता अभी प्रारंभिक चरण में है, लेकिन ट्रंप इसे सफलता की ओर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं बल्कि निर्दोष लोगों की जान बचाने के लिए एक प्रयास है। उनके सर्वश्रेष्ठ वार्ताकार यूक्रेन और रूस दोनों पक्षों के साथ काम कर रहे हैं।
- पूर्व प्रशासन की निष्क्रियता – पिछले प्रशासन ने शांति वार्ता या पुतिन के साथ सीधा संवाद करने का कोई प्रयास नहीं किया। इतने कम समय में, ट्रंप ने शांति स्थापना की दिशा में कहीं अधिक प्रगति की है। सही समय पर पुतिन के साथ उनकी सार्थक बातचीत होगी।
- बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्थिति – बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न और हत्या की घटनाएं अमेरिकी सरकार के लिए चिंता का विषय रही हैं। ट्रंप प्रशासन और बांग्लादेश सरकार के बीच इस मुद्दे पर वार्ता शुरू हो चुकी है।
- इस्लामी आतंकवाद की वैश्विक चुनौती – इस्लामी आतंकवाद का उद्देश्य कट्टरपंथी खिलाफत स्थापित करना है। यह अन्य धर्मों के लोगों को प्रभावित करता है और हिंसा के माध्यम से अपना शासन स्थापित करना चाहता है।
- वैश्विक सुरक्षा में ट्रंप की भूमिका – ट्रंप प्रशासन इस विचारधारा की पहचान कर उसे समाप्त करने और दुनिया को आतंकवाद से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। वे आतंकवादी संगठनों की क्षमताओं को नष्ट करने पर केंद्रित हैं।
ट्रंप प्रशासन की यह नीति अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और सुरक्षा के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।