आज, 17 मार्च 2025 को, भारतीय शेयर बाजार ने मजबूती के साथ शुरुआत की है, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है। GIFT निफ्टी (पूर्व में SGX निफ्टी) के हरे संकेतों और वैश्विक बाजारों में तेजी के रुझान ने इस उछाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आइए, इस सकारात्मक शुरुआत के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा करें।
GIFT निफ्टी के संकेत
GIFT निफ्टी, जो भारतीय निफ्टी 50 इंडेक्स का वायदा अनुबंध है और NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज पर ट्रेड होता है, भारतीय बाजार की शुरुआती दिशा का संकेत देता है। आज, GIFT निफ्टी में 44 अंकों की बढ़त देखी गई, जो 0.20% की वृद्धि के साथ 22,587.5 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। यह संकेत देता है कि भारतीय बाजार में सकारात्मक शुरुआत की संभावना है।
वैश्विक बाजारों का प्रभाव
अमेरिकी शेयर बाजार में शुक्रवार को जोरदार तेजी दर्ज की गई। NASDAQ में 2.6%, Dow Jones में 1.7%, और S&P 500 में 2.1% की वृद्धि हुई। इसका असर आज एशियाई बाजारों पर भी दिख रहा है, जहां हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्केई 1.4% ऊपर हैं, ताइवान और कोस्पी में 1% से ज्यादा की बढ़त है, जबकि स्ट्रेट्स टाइम्स 0.7% और शंघाई कंपोजिट 0.4% ऊपर कारोबार कर रहे हैं। इन सकारात्मक वैश्विक संकेतों ने भारतीय बाजार की मजबूत शुरुआत में योगदान दिया है।
घरेलू बाजार की प्रतिक्रिया
इन वैश्विक संकेतों के बीच, भारतीय शेयर बाजार ने भी मजबूती दिखाई है। बीएसई सेंसेक्स 290.59 अंकों की बढ़त के साथ 74,138.49 के स्तर पर खुला, जबकि एनएसई निफ्टी 82.35 अंक चढ़कर 22,479.55 के स्तर पर पहुंचा। यह उछाल निवेशकों के बीच बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
तकनीकी विश्लेषण
तकनीकी रूप से, निफ्टी अभी 22,250 – 22,650 के दायरे में कंसोलिडेट हो रहा है। यदि इसमें ब्रेकआउट होता है, तो यह 23,100 या उससे ऊपर जा सकता है, वहीं, यदि ब्रेकडाउन हुआ तो 21,800 तक गिर सकता है। इसलिए, निवेशकों को इस दायरे पर नजर रखनी चाहिए और अपने निवेश निर्णयों में सतर्कता बरतनी चाहिए।
निवेशकों के लिए सुझाव:
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वैश्विक संकेतों पर नजर रखें: अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के रुझान भारतीय बाजार पर प्रभाव डालते हैं। इसलिए, निवेशकों को वैश्विक घटनाक्रम पर ध्यान देना चाहिए।
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तकनीकी स्तरों का पालन करें: निफ्टी के महत्वपूर्ण समर्थन और प्रतिरोध स्तरों को समझकर निवेश निर्णय लें।
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विविधीकरण: अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं ताकि जोखिम कम हो और विभिन्न सेक्टर्स में अवसरों का लाभ उठाया जा सके।
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लंबी अवधि का दृष्टिकोण: बाजार की अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से प्रभावित हुए बिना, लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान केंद्रित करें।
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विशेषज्ञ सलाह लें: निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें ताकि सूचित निर्णय ले सकें।