Wednesday, March 12, 2025
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हैदराबाद: उस्मानिया यूनिवर्सिटी के हॉस्टल के खाने में मिला रेजर ब्लेड, छात्रों का हंगामा

कढ़ी में रेजर ब्लेड मिलने से उस्मानिया यूनिवर्सिटी में बवाल

हैदराबाद की मशहूर उस्मानिया यूनिवर्सिटी एक बड़े विवाद में फंस गई है। न्यू गोदावरी हॉस्टल मेस में परोसी गई कढ़ी में रेजर ब्लेड मिलने के बाद छात्रों ने मंगलवार रात जोरदार प्रदर्शन किया। यह घटना सामने आने के बाद छात्रों में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिला।

छात्रों ने सड़क जाम कर किया विरोध प्रदर्शन

गुस्साए छात्रों ने यूनिवर्सिटी की मुख्य सड़क को जाम कर दिया। वे हाथों में कढ़ी का बर्तन और थाली लेकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। छात्रों ने कुलपति प्रो. एम. कुमार को मौके पर बुलाने की मांग की।

एमए फिलॉसफी के छात्र और ABVP उस्मानिया यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष चेलिमेला द्रुहन ने कहा,

हम बार-बार शिकायत करते हैं, लेकिन हर बार मेस स्टाफ सिर्फ आश्वासन देकर टाल देता है। अब पानी सिर से ऊपर जा चुका है।

पहले भी मिल चुके हैं कीड़े और कांच के टुकड़े

छात्रों ने दावा किया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। दो दिन पहले परोसी गई पत्तागोभी की सब्ज़ी में कीड़े मिले थे। इससे भी पहले खाने में कांच के टुकड़े मिलने की बात भी सामने आ चुकी है।

एक छात्र ने गुस्से में कहा, यह लापरवाही नहीं, जान से खेलने वाली हरकत है। कितनी बार हमारी ज़िंदगी दांव पर लगेगी?

खराब खाने के बावजूद वसूले जा रहे मोटे पैसे

छात्रों ने बताया कि उनसे हर महीने ₹2,500 से ₹3,000 तक मेस का शुल्क लिया जाता है, लेकिन बदले में उन्हें गंदा और खतरनाक खाना दिया जा रहा है।

द्रुहन ने कहा, मेस स्टाफ सही समय पर काम पर नहीं आता। कई बार रात के खाने में हमें खुद खाना परोसना पड़ता है। बार-बार शिकायतों के बावजूद कोई समाधान नहीं निकलता।

पानी की समस्या भी बनी परेशानी

छात्रों ने हॉस्टल में पानी की किल्लत का भी मुद्दा उठाया।

एक छात्र ने बताया, हॉस्टल में नियमित पानी की सप्लाई नहीं है। बाहर से टैंकर मंगाए जाते हैं, लेकिन हमें नहीं पता वह पानी कहां से आता है। कई छात्र बीमार पड़ जाते हैं। प्रशासन से हमारी मांग है कि टैंकर के बजाय बोरवेल की व्यवस्था कराई जाए।

तेलंगाना के अन्य कॉलेजों में भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

यह मामला कोई अकेला नहीं है। फरवरी में भी नरसी मोनजी इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (NMIMS) के कई छात्र कैंटीन का खाना खाने के बाद बीमार पड़ गए थे।
हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने दावा किया कि छात्रों ने बाहर का खाना खाया था, लेकिन इसके बावजूद 27 छात्र बीमार हो गए थे।

छात्रों की मुख्य मांगें

प्रदर्शन कर रहे छात्रों की प्रमुख मांगे हैं:

  • रेजर ब्लेड मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई।
  • लापरवाह मेस स्टाफ पर कड़ी सजा।
  • मेस की नियमित जांच
  • साफ-सुथरा पीने का पानी और बोरवेल की सुविधा।
  • जब तक सुधार नहीं, मेस फीस में कटौती

एक छात्र नेता ने कहा,

हम कोई ऐशो-आराम नहीं मांग रहे, बस साफ खाना और पानी चाहिए। जो हर छात्र का हक है।

अब तक प्रशासन की कोई प्रतिक्रिया नहीं

रात तक चले इस प्रदर्शन पर यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया।
छात्रों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्दी कार्रवाई नहीं हुई, तो वे मेस का बहिष्कार कर देंगे और पूरा कैंपस बंद कर प्रदर्शन करेंगे।

यह मामला छात्रों की सुरक्षा और उनके बुनियादी अधिकारों को लेकर बड़ी बहस छेड़ चुका है। अब सभी की नजरें उस्मानिया यूनिवर्सिटी प्रशासन के अगले कदम पर टिकी हैं।

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